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Chapter 21

chapter 21

Cruel Psycho hubby (Completed)

•❀.•❤•.¸✿¸.•❤•.❀• Rajat ki care 😘 •❀.•❤•.¸✿¸.•❤•.❀•रजत आरोही को हॉस्पिटल ले जाता है आरोही की हालत खराब हो चुकी होती हैवही अनमोल को नीरज ले आता है हॉस्पिटलडाक्टर आरोही को चेक करने लगे आरोही की हालत खराब होती है आरोही बेहोश पड़ी होती हैरजत एक दम शांत खड़ा होता है और मन मै बोला मेरी आरोही ने बहुत हिमत दिखाई है अखरी सास तक लड़ती रही🥲कुछ टाइम बाद डाक्टर बाहर आई और रजत को देख कर बोली मिसेज राठौड़ बिलकुल ठीक है बस आप उनको heavy food ना देना क्युकी अभी खाने पीने मैं दिकत होगीरजत जी डॉक्टर और फिर अंदर चला जाता हैआरोही बेड पर लेटी एक तक दीवार को देख रही होती है और आखों से आसू निकल रहे होते हैरजत आरोही के पास जा कर बैठ जाता है आरोही का मुंह पटी से बंधा हुआ होता है आरोही रजत को देख और रोने लगी और धीरे से बोली रजत मैने कुछ नही किया अनमोल ने मेरे साथ जबरदस्ती करी थी और आखों से आसू आ गएरजत आरोही के सीने से लग गया और बोला मुझे पता है आरोही तुम सिर्फ मेरी हो थैंक्यू आज तुमने अपने आप को बचा लिया वरना मैं अपनी शकल तुम्हे न दिखा पता आरोही रजत के सिर पर हाथ रख देती है और अपनी आखें बंद कर के सो जाती हैरजत थोरी देर ऐसे ही आरोही से लिपटा रहा फिर एक दम से उठ कर रूम से निकल गया और सीधा अनमोल के रूम की तरफ जाना लगाकी तभी चाची बीच मैं आ गई और हाथ जोड़ कर बोली महाराज प्लीज हमारे बेटे के साथ न करो कुछरजत दांत पिसते हुए आपके बेटे ने महारानी के साथ रेप करने की कोशिश करी हैऔर चाची को साइड कर दियाऔर रूम मै चला गया और अनमोल के पास जा कर खड़ा हो गया अनमोल रजत को देख कर एक दम से डर गया रजत ने सीधा अनमोल की गर्दन पकड़ कर डेविल स्माइल के साथ बोला कैसा लग रहा है नामर्द बन करएक सजा  महारानी आरोही ने दी थी तुम्हे नामर्द बना कर  औरत को पैरो की जूती समझता था न महरानी ने तुम्हरा घमंड ही खतम कर दियाअब एक सजा हम देंगे महाराजा रजत सिंह राठौरअनमोल की मॉम रजत के पैर पड़ गई और बोली प्लीज महाराज हमारे बेटे को माफ कर दो वो नादान हैरजत डेविल स्माइल के साथ हा चाची जी अनमोल इतना नादान है की एक लड़की को ये अपने जिस्म की भूख मिटाने तक रखता है क्युकी लड़कियां कमजोर होती है लेकिन महारानी के जिस्म पर हाथ डालने से पहले भूल गया था वो आरोही रजत सिंह राठौर है कोई आम लड़की नहीहम इसे सजा देते है की आज के बाद ये हमारे महल मै वापिस नही आए गए इनसे सारी पावर गाड़िया महल चीन लिए जाएंगे और महारानी ने तो इनको पहले ही सजा दे दी है आज के बाद ये मर्द सिर्फ नाम के रह गए है जिंदा इसलिए छोड़ रहा हु की तड़प तड़प कर मरेगा ये और जोर से अनमोल के मुंह पर मुक्का मार कर हॉस्पिटल केरूम से चला गयावही अनमोल की आखों से आसू आ गयाचाची बेटा हम ऐसा खेल खेल खेलेंगे की आरोही और रजत पूरी तरह से अलग हो जाएअनमोल मॉम के गले लग गया और बोला में अब मर्द नही रहा मॉम दोनो फिर प्लानिंग करने लगे की कैसे अब महल को रजत से छीना जा सकता हैवही रजत वापिस रूम मै आ गया और आरोही को देखने लगा आरोही ने अपनी आखें खोल दी और रजत को देख कर धीरे से बोली पा पा पानीरजत जल्दी से आरोही के लिए पानी ले आया और आरोही को पिलाने लगा आरोही रजत को देखने लगी और धीरे से बोली spoon से पीला दो रजतरजत ohh sorry फिर रजत स्पून से पानी पिलाने लगाआरोही रजत को देखने लगी रजत पानी पिलाने के बाद सूप ऑर्डर कर दियाआरोही धीरे से रजत मै बहुत डर गई थी और आखों से पानी आ गयारजत नही आरोही रो मत तुम्हरे जिस्म को हाथ लगाना वाले को रोना चाइएऔर आरोही को सूप पिलाने लगा आरोही सूप पीने लगी रजत अच्छा वैसे अगर वो सब मैने किया होता तो भी तुम ऐसे ही सजा देती मुझे?आरोही धीरे से नही आप मेरे पति हो रजत आपका हक है रजत मुस्करा कर आगे भी यही करना तुम मौत के घाट उतार देना लेकिन पीछे न हटनाआरोही हल्का सा मुस्करा दीकी तभी आरोही के घर वाले रूम मै आ गएआरोही सब को देख कर एक दम से आंसू आ गए सब भागते हुए आरोही के पास आ गए और आरोही से लिपट गएमॉम बेटा इतना सब हो गया और बताया भी नहीडैड हा बेटा बता देते ये तो सूकर है रजत ने कॉल करके सब बता दिया और हमे बुला लियाआरोही रजत को देखने लगी रजत मुस्करा दिया और बोला तुम बात करो मैं आता हु और रूम से निकल गयाआरोही मॉम डैड आप सब को इतने दिनो बाद देख रही हुसब खुशी खुशी बाते करने लगे और आरोही की खुशी का तो ठिकाना नही रहारजत बाहर से आरोही को देखने लगा शादी के बाद आज आरोही को इतना खुश देख कर रजत बोला तुम्हारी खुशी तुम्हारी फैमिली है आरोही तो मैं तुम्हे ये खुशी दूंगा लेकिन अगर दूर जाने की बात करी तो सब छीन लूंगाआरोही अपने भाई बहन के गले लग गई दोनो भी गले लग गएसब जगह खुशी का मोहाल हो गया थोरी देर बाद रजत वापिस आया और बोला मॉम डैड आरोही को अब रेस्ट करना चाइए आप कल मिल लानासब मन गए और आरोही से मिल कर चले गएआरोही रजत को देख कर बोली रजत आज अपने सच मै मुझे पूरे जहा की खुशियां दे दी और एक आसू निकल गयारजत मुस्करा कर आसू साफ कर दिए और बोला तुम मुझसे दूर नही जाओगी तो इसे जायदा खुशियां मिले गए लेकिन जिस दिन दूर जाने की बात करोगी उस दिन मुझे माफ कर देना आरोही और जोर से आरोही के गले लग गया और धीरे धीरे रजत सो गयाआरोही रजत को देख कर बोली रजत आप कैसे इंसान हो आज तक नही पता चला एक मिनट मैं मूड बदल लेते हो लेकिन आप एक अच्छे इंसान हो और जोर से रजत को गले लगा कर सो गईLike comment follow ker lo guys

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