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Chapter 15

chapter 15

Love With My Beast Husband

अब आगे ......,         खुराना मेंशन.....    सर्वाक्ष रात्रि को आराम से बेड पर सुला कर उससे अलग होने को हुआ की तभी उसे मेहसूस हुआ उसकी बीवी ने उसके शर्ट को कसके पकड़ा है |      सर्वाक्ष ने एक नजर रात्रि के हाथो को देखा फिर रात्रि को ....,रात्रि अपने होंठो का पाउट बना कर उसे ही बेहद मासूमियत से देख रही थी ,जैसे कह रही हो की इस वक्त वह उसे छोड़ कर कही ना जाए |      दोनों के आंखो में एक दूसरे के लिए बेहिसाब सा मोहब्बत था ,सर्वाक्ष तो आसानी से रात्रि की आंखो से बयां हो रही मोहब्बत को समझ पा रहा था ,लेकिन सर्वाक्ष के आंखे बेजान सी थे | उसका चेहरा यह आंखे पढ़ना रात्रि के लिए मुमकिन ही नही था |     सर्वाक्ष ने रात्रि से नज़रे हटा कर उसके हाथ से अपना शर्ट छुड़वाया फिर उसके बेहद करीब बैठते हुए बोला ,""_ मुझे काम से बाहर जाना है रात्रि.....| "  तभी रात्रि थोड़ा चिड़ते हुए बोली,""_  आ.. आपको इस वक्त कोनसा काम आ गया अक्ष ? आप भूल रहे है आपकी अब शादी हो गई है,और आपको इस तरह मुझे अकेला छोड़ कर नही जाना चाहिए | "      सर्वाक्ष थोड़ी देर खामोश रहा ,फिर बोला,""_ विला में तुम्हारे साथ मीना भी तो रहेगी बीवी.....? "  " मीना..? लेकिन मैने मीना से तो शादी नही की न अक्ष? " रात्रि ने उसी के लहजे में जवाब में कहा ,तभी सर्वाक्ष उसके बाजू पकड़ कर,एक ही झटके में अपने करीब खींचते हुए सख्ती से बोला,""_ तुम्हे नही लगता बीवी...की तुम आज मुझसे ज्यादा ही बहस कर रही हो ? हां ? "     सर्वाक्ष का बात करने का टोन थोड़ा सर्द भरा लहजे में था | रात्रि का मुंह एक दम से किसी गुब्बारे की तरह फूल गया | वह उससे अपना बाजू छुड़वा कर बेड के कोने में जा कर लेटते हुए बोली,""_ मैं अब कुछ नही कह रही सर्वाक्ष...,आप जाइए | "    सर्वाक्ष के बाहों में रात्रि खुद को बहुत सेफ फील करती थी और अब उसकी हालत ऐसी हो गई थी की वह सोने के लिए भी डरने लगी थी | बार बार उसके पिछले जन्म के वह सारे नज़ारे उसे सोने नही देते थे लेकिन जब वह सर्वाक्ष के बाहों में होती तब बात ही कुछ अलग होती थी |     वही रात्रि इस तरह क्यों जिद्द कर रही है ? यह सर्वाक्ष को अच्छे से पता था ,लेकिन उसका जाना जरूरी था | वह एक गहरी सांस लेते हुए रात्रि के करीब झुक कर उसके माथे पर किस करा,फिर बेड से उतर कर बाहर जाते हुए बोला,""_ मेरा जाना जरूरी है बीवी,लेकिन मैं जल्द आ जाऊंगा | "     रात्रि चिढ़ कर उठ गई | वही सर्वाक्ष अब रूम से बाहर जा चुका था | पता नही क्यों रात्रि की आंखे अचानक से नम हो गए | वह रोते हुए सारे पिलोज़ को नीचे फेंक कर बोली,""_ अब आपको मुझसे प्यार ही नहीं रहा अक्ष....,नही नही आपने मुझसे कभी प्यार ही नहीं किया है | "      रात्रि थोड़ी देर वैसे ही बैठी रही फिर उठ कर वह बाहर चली गई | वैसे रात के अब 10 बज गए थे, उसे नींद भी आ रही थी लेकिन सर्वाक्ष के बिना उसे सोने डर लग रहा था |          क्रियाँश का विला .....        क्रियाँश इस वक्त सोफे पर बैठ कर ड्रिंक कर रहा था लेकिन उसे चढ़ा हुआ वह नशा उस ड्रिंक का नही रात्रि का था | क्रियाँश के एक हाथ में रात्रि का बहुत बड़ा सा तस्वीर था | जिसमे रात्रि ने ज्यादा ही रिवेलिंग कपड़े पहनी हुई थी |    क्रियाँश बस अपना होश खोए बस रात्रि के बदन को देख रहा था | वही उसका असिस्टेंट लाचारी में बस क्रियांश को देख रहा था | यह आदमी किसी की बीवी पर इतना पागल कैसे हो सकता है ?     वही दूसरी तरफ,एक सुनसान जगह में बनाए हुए हेल मेंशन के सामने सर्वाक्ष का कार आ कर रुका | कार में से सर्वाक्ष,रवीश और ध्रुव तीनों ही बाहर आए | सर्वाक्ष का ओरा बेहद सर्द था | वह अपने जेब से सिगरेट निकाल कर अपने होंठो के बीच दबाया,तभी रवीश लाइटर से उसका सिगरेट जलाते हुए बोला ,""_ जिस आदमी को हमारे गार्ड्स ने पकड़ा है वह हमारे बारे में नही भाभी के बारे में जानने आया था ,i think उसने अब तक बहुत सी इनफॉर्मेशन को उस तक पहुंचा भी दिया है | "   रात्रि का जिक्र सुन सर्वाक्ष की हाथो की मुट्ठी बन गई | वह गुस्से से रवीश से कहा,""_ कहा है वह ? "      रवीश ने विला के तरफ इशारा किया , सर्वाक्ष फिर विला के अंदर चला गया |   खुराना मेंशन....   रात्रि पूरे विला में चक्कर काटते हुए बस सर्वाक्ष का आने का इंतजार कर रही थी | जब तक वह आएगा नही तब तक उसे नींद नही आने वाला था और उसे यह भी समझ नही आ रहा था की सर्वाक्ष के आने तक वह करे भी तो क्या करे ?       तभी रात्रि की नजर टीवी पर गई | उसे मूवी देखने का आइडिया सूझा तो वह मीना को आवाज लगा कर बोली,""_ मीना...., मेरे लिए जल्दी से पॉपकॉर्न, कोक,और फ्राइड चिकन ले कर आओ | "      रात्रि फिर जा कर टीवी ऑन की,और मूवी देखते हुए सोफे पर फसर कर बैठ गई | थोड़ी देर में मीना उसके बताए हुए सभी snacks ले कर आई | और उसे कंपनी देने के लिए उसके साथ ही बैठ गई |    दूसरी तरफ......,   सर्वाक्ष गुस्से से अपने सामने गिरे हुए एक लड़के को देख रहा था | वह लड़का क्रियाँश का spy था | उसे अब तक सर्वाक्ष के बॉडीगॉर्ड ने कही का नही छोड़ा था | वह बहुत ही जक्मि हालत में पड़ा था | लेकिन उसके चेहरे पर अजीब सा घमंड था |    सर्वाक्ष उस spy का कॉलर कसके पकड़ कर बेहद सर्द आवाज में पूछा ,""_ तुम मेरी बीवी को क्यों ढूंढ रहे हो ? "      वह जासूस दर्द से चिल्लाते हुए पहले करहा उठा,फिर उससे जवाब में कहा ,"" _हाह....,तुम्हें लगता है मैं तुमसे डर कर तुम्हें सबकुछ बता दूँगा गैंगस्टर ? तुम मुझे मारना चाहते हो तो मारो... , मुझे टार्चर करना चाहते हो तो करो लेकिन एक बात याद रखो,देर-सवेर वह तुम्हारी बीवी को ढूंढ कर  अपने साथ ले कर ही जाएगा | "  सर्वाक्ष गुस्से से उसके मुंह पर दो तीन मुक्का मारा | वह होता कोन है जो उसकी बीवी पर नज़र डाल रहा है ? वह उसकी थी सिर्फ उसकी .....|      वह जासूस बहुत ढीठ था | सर्वाक्ष का एक एक पंच भी उसके मुंह से खून का उल्टी करा रहा था लेकिन उस लड़के के चेहरे पर मौत का डर जरा भी नजर नहीं आ रहा था | वह क्रियांश का आदमी था ,अगर वह मौत से डरता तो वह कभी क्रियाँश का आदमी ही नही बनता | क्रियांश एक रशियन माफिया था ,वह जितना पावरफुल था उतना ही उनके आदमिया भी थे |     सर्वाक्ष गुस्से से उस आदमी को मार रहा था | वह रुक गया तभी उस आदमी ने सरक्सटिक वे में कहा,""_ मुझे पता है.. तुम मुझे जान से मार डालोगे...,लेकिन तुम जैसे भी अपनी बीवी का रक्षा करो... ,वह जल्द ही पता लगा ही लेगा | "    सर्वाक्ष को समझ नही आ रहा था की क्रियाँश की गंदी नज़र उसकी बीवी पर पड़ी तो कैसे पड़ी ? वह आदमी फिर से सर्वाक्ष को कुछ कहने को हुआ लेकिन सर्वाक्ष ने उस पर गुस्से  से गोली चला दी |    अचानक से वहा सब कुछ शांत हो गया | वही रवीश और ध्रुव एक टक उस लड़के का लाश देखने लगे थे | वह आदमी आज सुबह ही पकड़ा गया था लेकिन उन्हे नही लगा था की वह रात्रि के बारे में जानने आया है |   वही सर्वाक्ष गुस्से से अपने दांत टटोरते हुए बोला,""_ वह माफिया मेरी बीवी को क्यों चाहता है ? उसे क्या लगता है मेरे रहते हुए वह मेरी रात्रि की आस पास भी भटकेगा ,कभी नही...| "    सर्वाक्ष गुस्से से वहा से बाहर जाने को हुआ की तभी उसे बाहर से कुछ गन शूट होने की आवाज सुनाई दी | सर्वाक्ष के कदम अपने आप रुक गए थे लेकिन गुस्से से उसके आंखे भींच गए थे |      तभी पीछे से रवीश ने कहा ,""_ लगता है क्रियाँश ने अपने आदमियों को भेजा है | "   सर्वाक्ष ने दांत पीसते हुए कहा ,""_ ध्यान रहे, कोई भी बच कर यहां से निकलना नही चाहिए | "     बोलते हुए सर्वाक्ष ने अपने गन में बुलेट्स भरते हुए बाहर चला गया |   खुराना मेंशन....         रात्रि मीना के साथ मूवी देखते हुए बैठी थी | मीना तो कब का बैठे बैठे ही सो गई थी लेकिन रात्रि की आंखो में कतरा तक का नींद नही था |      अब तक रात के दो बज गए थे ,लेकिन सर्वाक्ष अभी घर आया ही नही था | वही रात्रि बार बार घड़ी में टाइम देख रही थी,वह बड़बड़ाते हुए बोली,""_क्या कहा था इन्होंने ? मै जल्द ही आ जाऊंगा ,रात के दो बज गए है लेकिन यह...? "   अचानक से रात्रि की दिमाग में सेजल का ख्याल आया,वह रोनी सी शकल बनाते हुए अपने मन में बोली,""_ कही सर्वाक्ष उस सेजल के पास तो नही चले गए 😳? नही नही...., सर्वाक्ष के साथ रवीश और ध्रुव भाई भी तो गए है 😏,लेकिन वह दोनो तो मुझे पसन्द ही नही करते 😮‍💨कही उस लड़की का रिश्ता सर्वाक्ष से तो नही करवाने गए😳 ? उफ्फो ओह.....😬 मैं क्या क्या बकवास सोच रही हूं ? सर्वाक्ष ने ही तो कहा था की मेरे अलावा उनके करीब कोई नही आएगा 🥹| "    रात्रि जो कुछ भी सोच रही थी ,वह सब उसके चेहरे के एक्सप्रेशंस बयां कर रहे थे | अगर इस वक्त सर्वाक्ष उसके करीब होता तो वह पल भर में ही समझ जाता की उसकी बीवी उसके बारे में क्या क्या सोचते हुए उस पर शक करती है ?     वैसे सर्वाक्ष ने रात्रि से कह दिया था की उसका सेजल के साथ कोई रिश्ता नही है और वह उसके एक मामूली सी एम्प्लॉय है | लेकिन रात्रि की दिमाग में वह लड़की अभी भी घूम रही थी क्यों की वह लड़की पिछले जन्म में सर्वाक्ष से प्यार करती थी | और आज ऑफिस में रात्रि ने उसके चेहरे के हाव भाव को भी देख लिया था |    रात्रि इस वक्त ना सो पा रही थी और नाही खुद को बकवास चीज़ों को सोचने से रोक पा रही थी | वह उठ कर बेचैनी से इधर उधर टहलने लगी | तभी उसे मेंशन के बाहर कार रुकने की आवाज सुनाई दिया |    रात्रि बेचैनी से मैन डोर के तरफ देखने लगी | थोड़ी देर बाद रवीश और ध्रुव एक एक कर अंदर आ गए | रात्रि की नज़रे सर्वाक्ष को ढूंढ रही थी ,लेकिन बहुत देर बाद भी सर्वाक्ष उसे अंदर आते हुए नही दिखा तो वह अपने रूम के तरफ जा रहे रवीश को रोकते हुए पूछी,""_ रवीश भाई...अक्ष कहा है ? "   "  तुम अभी तक जाग रही हो ? "  रात्रि ने अपना सवाल पूरा किया ही था कि तभी उसे सर्वाक्ष का बेहद धमाधार आवाज सुनाई दिया | वह जल्दी से मुड़ कर डोर के तरफ देखी, सर्वाक्ष उसके तरफ ही चल कर आ रहा था |      सर्वाक्ष रात्रि के पास आ कर पूछा,""_ मैंने कुछ पूछा है तुमसे ? "   रात्रि की आंखे छोटी हो गए | एक तो यह आदमी उसे बिना मनाए बाहर ऐसे चला गया था जैसे उसकी नाराजगी से उसे फरक ही ना पड़ता हो ? और ऊपर से वह देर हो कर घर आ रहा है तो उसे रात्रि से थोड़ा सॉफ्ट वे में बात करना चाहिए था लेकिन नही ..., सर्वाक्ष को बस अपनी सारी कडूसियत को उस पर ही लुटाना है |     रात्रि गुस्से से बिना कुछ कहे रूम के तरफ चली गई | सर्वाक्ष बस उसे जाता हुआ देख रहा था | रविश वही खड़े उन दोनो को देख रहा था ,वह फिर अपना सर ना में हिला कर रूम में चला गया |     सर्वाक्ष का रूम...., "  शैतान कही के ....,शादी से पहले भी मुझ पर ऐसे ही हुकुम चलाते थे लेकिन कम से कम तब मेरे करीब आ कर मुझसे प्यार तो करते थे लेकिन अब....,अब प्यार तो दूर की बात है यह मुझसे सीधी मुंह बात ही नही करते ह्ह्ह्ह...| " रात्रि बड़बड़ाते हुए खुद को ब्लैंकेट से कवर कर लेट गई |     सर्वाक्ष रूम में आया ,उसने अपनी बीवी को एक नजर  देखा ? जो ब्लैंकेट में दुबक गई थी | वह फिर अपना सर ना में हिलाते हुए वाशरूम में चला गया |    रात्रि अभी भी उसे कोसते हुए करवट बदल कर सोने की कोशिश कर रही थी | लेकिन उस लड़की को अब भी नींद नही आ रही थी | वह चिढ़ कर बैठके अपने मोबाइल स्क्रोल करने लगी |    थोड़ी देर बाद सर्वाक्ष फ्रेश हो कर बाहर आया,रात्रि ने उसे एक नजर देखा फिर उसे इग्नोर कर वापस से अपने फोन में busy हो गई |    वही सर्वाक्ष अपने स्लीव्स फोल्ड करते हुए उसे ही देख रहा था | वह फिर रात्रि के पास आ कर उसके हाथ से मोबाइल चीन कर साइड में रखने को हुआ की तभी रात्रि उस पर चिल्लाते हुए बोली,""_ यह क्या बदतमीजी.....? "     रात्रि गुस्से से चिल्ला ही रही थी की तभी सर्वाक्ष उसे बेहद सर्द नजरो से देखने लगा , रात्रि उसका गुस्सैल औरा देख एक दम से इतना डर गई की पल भर में ही उसका चेहरा ही पिला पड़ गया | वह फिर रूवास सा चेहरा बना कर अपना सर झुका ली |    सर्वाक्ष ने रात्रि का फोन साइड टेबल पर रखा | फिर उसके बेहद करीब आ कर बैठ गया | लेकिन रात्रि ने अपना सर ऊपर उठा कर उसे देखा नही |    सर्वाक्ष धीरे से रात्रि के टुडी को पकड़ कर उसके चेहरे को ऊपर उठाया,रात्रि ने अपने पलके नीचे झुका ली थी ,लेकिन उसके पलके अब गीले हो गए थे | वह बिना आवाज किए ही रो रही थी |     वही सर्वाक्ष उसे कमर से उठा कर अपने गोद में बैठाया,फिर उसके चेहरे को अपने तरफ घुमाते हुए कहा,""_ नाराज़ हो ? "   रात्रि ने उसे जवाब में कुछ नही कहा,लेकिन उसकी आंखो से आंसू लुढ़क कर उसके गले से हो कर नीचे तक बह गए थे | तभी सर्वाक्ष उसके आंसू पोछते हुए प्यार से बोला,""_ Don't Cry wifey  | "    रात्रि की आंखो से आंसू बहते ही जा रहे थे | वह बिना कुछ कहे नाराजगी से उसके गोद में से उठने को हुई लेकिन तभी उसे मेहसूस हुआ की सर्वाक्ष का पकड़ उसके कमर में कस गया है | वह चुपचाप वैसे ही बैठी रही | लेकिन उसका रोना बंद नही हुआ था |     सर्वाक्ष एक टक उसका रुवास सा चेहरा ही देख रहा था | वह धीरे से उसके कंधे पर अपना टुडी टिका कर उसके गर्दन में अपना चेहरा छुपाते हुए सख्ती से कुछ कहा जिसे सुन रात्रि और जोर से रोते हुए उसके सीने में जोर जोर से मारने लगी |    क्या कहा होगा सर्वाक्ष ने रात्रि से ? क्या होगा आगे जानने के लिए पढ़ते रहिए, "

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