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Chapter 28

chapter 28

Love With My Beast Husband

   अब आगे ...,      खुराना एंटरप्राइजेज....       रात्रि इस वक्त सर्वाक्ष को अपने उपर खींच कर उसके पूरे चेहरे को बिना रुके बहुत ही बेचैनी से चूमने लगी थी | वही सर्वाक्ष चुपचाप उसके ऊपर लेटा हुआ था |   तभी केबिन का डोर खुला ,रात्रि हड़बड़ाते हुए सर्वाक्ष को खुद से अलग कर अपने कपड़े ठीक करते हुए सामने देखी |     " Ma'am .... your Hot chocolate....." कैबिन में आए हुए रूही सामने का नज़ार देख बोलते बोलते रुक गई थी | रात्रि और सर्वाक्ष को इतना करीब देख कर उसकी आंखे हैरानी से बड़ी हो गए थे |        वही रात्रि थोड़ा एंबरेसेज फील कर रही थी तो वही सर्वाक्ष का गुस्से से हाथो की मुट्ठी भींच गई थी | वह रात्रि को और थोड़ी देर ऐसे ही फील करना चाह रहा था , क्यों की रात्रि की एक एक किस उसकी बेचैनी और गुस्से से को शांत कर रहा था | वह गुस्से से रूही को डांटते हुए कहा ,""_ don't you have any manner to knock the door...? "    रूही सॉरी फील करते हुए बोली,""_ so... sorry Ceo...| "   रूही जल्दी से रात्रि के लिए लाए हुए हॉट चाकलेट का कप  वही काफी टेबल पर रख कर बाहर चली गई | रात्रि अब सर्वाक्ष को घूर रही थी क्यों की सर्वक्ष का इस तरह रूही को डांटना उसे अच्छा नही लगा था |    वह गुस्से से बोली,""_ आप सबसे इतना हार्षली बात क्यों करते है अक्ष? "    सर्वाक्ष का एक आईब्रो रेंज हुआ ,वह गुस्से से रात्रि को घूरने लगा तो रात्रि का मुंह बन गया | वह फिर अक्ष को इग्नोर कर अपना हॉट चाकलेट का कप उठा कर उसका सीप लेने लगी |       सर्वाक्ष अभी भी उसे ही देख रहा था लेकिन उस लड़की का क्यूट सी चेहरा हॉट चाकलेट देख कर एक दम से खिल उठा था | सर्वाक्ष रात्रि के बेहद करीब झुक कर उसके होंठो को साफ करते हुए बेहद husky voice में बोला ,""_ ठीक से खाओ बीवी....,वरना मैं सेड्यूस हो जाऊंगा | "   रात्रि की आंखे हैरानी से बड़ी बड़ी हो गए | वह बस अपना हॉट चाकलेट एंजॉय कर रही थी तो इसमें उसे सेड्यूस करने वाली बात कहा से आ गई ?     वही सर्वाक्ष उससे अलग हो कर,पूरे केबिन को देखते हुए रात्रि से पूछा ,""_ mmmm तुम्हे यह कैबिन कैसा लगा बीवी ? "    रात्रि की चेहरे पर प्यारी सी मुस्कान तैर गया | वह केबिन को देखते हुए बोली,""_ बहुत, बहुत बहुत ही अच्छा है अक्ष...i love you...| "   रात्रि की बोल सुन सर्वाक्ष भी मुस्कुराते हुए अपना सर हिलाया,फिर अपने घड़ी में टाइम देखते हुए उठ कर बोला ,""_ मुझे अभी एक मीटिंग अटेंड करने जा रहा हु...,उसके बाद हम साथ में लंच करेंगे.....ठीक है ?     रात्रि अपना सर हिलाते हुए उठ कर सर्वाक्ष के करीब आई ,फिर पिल्ला जैसा चेहरा बना कर उसे मासुमियत से देखने लगी | सर्वाक्ष को उसका इस तरह पप्पी जैसा फेस बनाना समझ नही आया था ,वह अपना आइब्रो उचकाते हुए पूछा ,""_ क्या हुआ बीवी ? "   रात्रि उसके शर्ट के स्लीव्स को हल्के से खींचते हुए बोली,""_ आप मुझसे अभी भी नाराज है ? I am sorry Aksh...| "   सर्वाक्ष उसके टुडी को पकड़ कर उसके चेहरे को ऊपर उठाया फिर उसके माथे पर टैप करते हुए बोला ,""_ नही बीवी.....,मैने तुम्हे तुम्हारी गलती की सजा देते हुए अपना गुस्सा शांत करा ,तो मैं अब नाराज़ क्यों रहूंगा ? "   रात्रि अपने आंखे छोटी कर उसे घूरने लगी | वही सर्वाक्ष उसे देख अपना एक आईविंक करा,फिर झुक कर उसके गालों पर किस कर बाहर चला गया |      रात्रि की चेहरे पर शर्माहट से भरी हुई स्माइल आ गई थी | वह फिर हॉट चाकलेट का सीप लेते हुए जा कर अपना काम करने लगी |   थोड़ी देर बाद रात्रि का केबिन का डोर नॉक हुआ | रात्रि ने कहा ,""_ come in....| "    कैबिन में रूही कुछ फाइल्स ले कर केबिन में आई | रात्रि ने उसे एक नजर देखा फिर उसके हाथ में से फाइल लेते हुए उससे पूछी ,""_ तुम और रवीश भाई ज्यादा ही क्लोज लगते है ? "     रूही ने जल्दी से अपना सर ना में हिलाते हुए कहा ,""_ नही नही ma'am...., वह बस मेरे सीनियर है | "   रात्रि ने रूही को ध्यान से देखा ,फिर अपने मन में बोली,""_ mmm तो यह है रवीश भाई की गर्लफ्रेंड....,पिछले जन्म में रवीश इसे दिलों जान से चाहते थे लेकिन डर से उन्होंने कभी रूही को अपनी दिल का हाल बताया ही नही था , उस वक्त मैंने सर्वाक्ष को यही बोल कर जो टुकाराया था की सर्वाक्ष एक गैंगस्टर है ,बस इसी डर से रवीश भाई ने भी कभी रूही को अपनी फीलिंग्स बताने की हिम्मत नही जुटाई और अंत में रूही किसी और से शादी कर चली गई ? मुझे तो बस इतना ही याद है | "   रात्रि अपने ही खयालो में घूम थी की तभी रूही ने उससे कहा ,""_ ma'am.... आप....? "  रूही आगे बोलती तभी रात्रि ने उसे रोकते हुए कहा ,""_ don't call me ma'am.... मैं बहुत ही यंग और तुमसे और रवीश भाई से भी छोटी हु,तुम मुझे रात्रि कहो....| "       लेकिन ma'am...? " रूही थोड़ा झिजकते हुए उससे मना करने को हुई लेकिन रात्रि ने ज़िद्दीपन से कहा ,""_ लेकिन वेकिन कुछ नही रू....| "   रूही मुस्कुराते हुए बस हा कह दिया | थोड़ी देर बाद रात्रि ने सर्वाक्ष के साथ लंच किया फिर अपने काम में busy हो गई |    रात का वक्त......     सर्वाक्ष का रूम ....,   रात्रि इस वक्त बेड पर फैल कर किसी लाश की तरह गिर पड़ी थी | उसके चेहरे पर इस वक्त थकान साफ साफ नज़र आ रहा था |     तभी अपने फोन में कुछ स्क्रोल करते हुए सर्वाक्ष रूम में आया | लेकिन जैसे ही उसकी नज़र बेड पर फैल कर सोई हुई अपनी बीवी पर गई  तो उसके आइब्रोज जुड़ गए | वह फिर रात्रि के पास जाते हुए पूछा ,""_ क्या हुआ बीवी...? तुम ठीक तो हो ना ? "  वही रात्रि अपने छोटू सा चेहरे को पिलो में घुसा कर पेट के बल लेटते हुए बोली,""_ अक्ष मैं ऑफिस का काम कर आज ज्यादा ही थक गई हु | "    रात्रि की बात सुन सर्वाक्ष उसे अजीब नज़रों से थोड़ी देर घूरा | फिर तंज कसते हुए उससे कहा ,""_ बीवी जहा तक मुझे याद है..... ऑफिस में तुमसे पत्थर तो नही तुड़वाए थे ? "    रात्रि उठ कर सर्वाक्ष को बेहद गुस्से से घूरने लगी | कुछ भी कहो उसका पति किसी बीस्ट से कम नहीं था | वह चिड़ते हुए बोली,""_ क्या मतलब है आपका ? जो लोग पत्थर नही तोड़ते उन्हे थकने का हक नही है ? "     रात्रि का सवाल सुन सर्वाक्ष उठ कर बेड पर चढ़ते हुए कहा ,""_ बिलकुल नहीं बीवी ...| "   रात्रि की बाहें तन गए | वही सर्वाक्ष अपने शर्ट के स्लीव्स फोल्ड करते हुए रात्रि को बेड पर धखेल कर उसके ऊपर झुकते हुए बोला ,""_ चलो मैं बताता हु असली थकान क्या होता है ? "     बोलते हुए सर्वाक्ष पूरी तरह रात्रि के ऊपर लेट गया | रात्रि हैरानी से उसे ही देख रही थी | पहले तो उसे सर्वाक्ष का कहने का क्या मतलब है समझ नही आया था लेकिन जैसे ही उसे समझ आया वह छटपटाते हुए सर्वाक्ष को अपने ऊपर से हटाने की कोशिश करते हुए बोली,""_ यह.....यह आप क्या कर रहे है अक्ष...? "      रात्रि हाथ पैर चलाने लगी तभी सर्वाक्ष उसके पैरो पर अपना एक पैर रख कर उसके दोनो हाथो में अपने उंगलियां फसा कर उसके होंठो के बेहद करीब झुका | रात्रि अपने आंखे बड़ी बड़ी कर उसे ही बैचैनी से देख रही थी |     सर्वाक्ष अपने गरम सांसों से उसके पूरे चेहरे को छूते हुए अपने होंठो को रात्रि के इयरलोव के करीब ले गया | रात्रि की पेट में तितलियां उड़ने लगे थे | वह सर्वाक्ष के हाथो में अपना पकड़ कसते हुए अपना चेहरा एक तरफ झुका ली |   वही सर्वाक्ष उसके इयरलोब को हल्के से काटा,फिर उसे चूमते हुए धीरे से अपने होंठो को बेहद सेंशुअली रात्रि की टुडी की आस पास सरकाने लगा | रात्रि की होंठ हल्के ओ शेप में खुल गए थे | वह अब आहे भर रही थी |       वही सर्वाक्ष धीरे से उसके टुडी को भी काटा, फिर अपने जीव को बेहद सेंशुअली रात्रि के होंठो के आस पास घुमाया | रात्रि की बदन में एक दम से करेंट सा दौड़ रहा था |    उसकी धड़कने भी एक दम से तेज हो गए थे | वही सर्वाक्ष रात्रि की होंठो को प्यार से चूमा फिर उसके गालों को भारी भारी से किस करने लगा | रात्रि अपने आंखे बंद कर आहे भरते जा रही थी |     वही सर्वाक्ष उसके होंठो को अपने होंठो के गिरफ्त में ले कर उसे किस करने लगा था | रात्रि भी धीरे धीरे उसे रिसॉन्स देने लगे थे | उसके दोनो हाथ अपने आप सर्वाक्ष के गालों में सरकने लगे थे |         थोड़ी ही देर में रात्रि की सांसे फूलने लगे वह छटपटाने को हुई की तभी सर्वाक्ष उसके होंठो को रिहा कर उसे बेहद नशे से देखने लगा | रात्रि का पूरा चेहरा लाल टमाटर जैसा हो गया था | वह तेज़ तेज़ सांस लेते हुए उससे अपने नज़रे हटाई लेकिन अचानक से उसकी आंखे भींच गए |     उसके ऊपर लेटे हुए अक्ष की उंगलियां उसके कमर में घूमने लगे थे | वह मचलते हुए मोन करने लगी | वही सर्वाक्ष तो पूरी तरह बहक गया था | वह रात्रि को बेहद मदहोशी से देखते हुए उसके कमर में अपने होंठ रख कर उसे चूमने लगा |    रात्रि की दोनो हाथ बेडशीट में कस गए | उसका कमर भी हल्के से शिवर कर रहा था | वही सर्वाक्ष पागलों की तरह कभी उसके कमर को चूमता तो कभी उस पर अपने जीव फेरता | रात्रि अपने निचले होंठ को चबाते हुए अपना चेहरा इधर उधर घुमाते हुए सर्वाक्ष का नाम ले रही थी |    " mmmm अक्ष.......mm......| "     सर्वाक्ष अपने होंठो को सरकाते हुए अब रात्रि के सीने तक आ गया था | वही रात्रि की दोनो हाथ उसके बालो में सरक रहे थे | वह धीरे से सर्वाक्ष के चेहरे को अपने हाथो में भर कर अपने चेहरे के करीब लाई |    सर्वाक्ष नशे से देखते हुए उसके होंठो के करीब बढ़ता तभी रात्रि उसे ले कर पलट गई | अब सर्वाक्ष रात्रि और बेड के बीच आ गया था | वही उसके ऊपर लेटे हुए रात्रि पूरी तरह बहक चुकी थी | वह धीरे से सर्वाक्ष के निचले होंठो को सहलाते हुए उसके गालों पर किस करने लगी | सर्वाक्ष के दोनो हाथ उसके कमर में कस गए थे |    वह फिर रात्रि को अपने नीचे लेटा कर खुद उसके ऊपर झुक कर रात्रि की नाइट ड्रेस को बेरहमी से फाड़ कर नीचे फेंका | रात्रि हैरानी से सर्वाक्ष को देख कुछ कहने को हुई लेकिन सर्वाक्ष कुछ भी सुनने के मूड में कहा था ? वह रात्रि की पूरे बदन पर अपने उंगलियां फिराते हुए उसके होंठो को फिर से अपने होंठो के गिरफ्त में ले लिया |      रात्रि और सर्वाक्ष एक दूसरे में ही खो गए थे | तो वही दूसरी तरफ क्रियाँश के आंखो में एक कतरा तक का नींद नही था | रात्रि के लिए ,उसके करीब जाने के लिए वह पागल होते जा रहा था | और ना जाने अब तक उसके दिमाग में बहुत सी खुराफात भी चलने लगे थे |     ध्रुव का रूम......     ध्रुव अपने लैपटॉप में कुछ काम कर रहा था या यू कहे की वह डॉक्टर शालिनी का पूरा इनफॉर्मेशन निकाल रहा था | रात्रि ने बस उसे हिंट में कहा था की शालिनी से दूर रहे | और वह इस वक्त जितना शालिनी के बारे में जानने लगा था उतना ही उसे रात्रि पर शक भी हो रहा था | वह जानना चाहता था की रात्रि ने कैसे कहा की वह शालिनी से दूर रहे ? क्या वह शालिनी को पहले से ही जानती है ? अगर हां तो कैसे ? रात्रि कोई मेडिकल स्टूडेंट नही थी और सबसे जरूरी बात शालिनी कुछ दिन पहले ही उस शहर में आई तो दोनो की मुलाकात होना मुमकिन ही नही लग रहा था |   ऐसे ही हज़ार सवालों के घेरे में घिरे हुए ध्रुव का ध्यान भटकाते हुए तभी उसका फोन रिंग हुआ | ध्रुव उठ कर बेड पर पड़ी हुई अपना फोन उठा कर देखा ,कॉल इस वक्त मीरा का था |   ध्रुव ने कॉल पिक किया ,उधर से मीरा बोली,""_ डॉक्टर ध्रुव...., इमरजेंसी है....,वैसे वह डॉक्टर शालिनी के पेशेंट है लेकिन वह कॉल पिक नही कर रही है ,तो आप आ सकते है ? "     शालिनी की जिक्र सुन ध्रुव की हाथो की मुट्ठी बन गई | वह अपने मन में बोला ,""_ मुझे पता है वह औरत इस वक्त कहा गई है ? "    ध्रुव को कुछ भी ना बोलता देख उधर से मीरा बोली,""_ ध्रुव...? "    " मैं आ रहा हु ...| " बोलते हुए ध्रुव कॉल कट कर हॉस्पिटल के लिए निकल गया |       सर्वाक्ष का रूम .....,     रूम में इस वक्त रात्रि की सिसकियों की आवाज गूंज रही थी | वही सर्वाक्ष पूरी तरह रात्रि को अपने बाहों में जकड़ कर खुद को उसमे समाते जा रहा था | रात्रि की चेहरे पर सुकून भी था और दर्द के भाव भी नजर आने लगे थे | क्यों की सर्वाक्ष उसके साथ बिलकुल सॉफ्ट नही था |    दोनो एक दूसरे से लिपट गए थे और उनका शरीर धीरे धीरे पसीने से भीग रहा था | थोड़ी देर बाद सर्वाक्ष रात्रि से अलग हो कर लेट गया | वही रात्रि तेज़ तेज़ सांस लेते हुए उसे देखने लगी,सर्वाक्ष उसे धीरे से अपने बाहों में भर कर दोनो के ऊपर ब्लैंकेट खींच लिया |     दोनो ही इस वक्त थक गए थे लेकिन उनके आंखो में आज नींद ही नही था | सर्वाक्ष रात्रि के बालो में उंगलियां फिराते हुए एक टक सीलिंग को घूर रहा था | तो वही रात्रि उसके सीने में उंगलीया फिराते हुए कुछ सोच रही थी |      थोड़ी देर बाद वह सर्वाक्ष के ऊपर चढ़ कर उसके सीने में अपना टुडी को टिका कर उसका नाम ली,""_ अक्ष......? "          सर्वाक्ष उसके गालों को सहलाते हुए बस गुनगुनाया,""_ mmmmm...| "   रात्रि उसके गर्दन में अपना चेहरा छुपा कर अपना नाक रगड़ते हुए बोली,""_ अगर मैं किसी का खून कर दू तो आप ..... अअह्ह्ह्ह्..? "   सर्वाक्ष एक ही झटके में रात्रि को अपने नीचे लेटा कर उसके ऊपर झुका ,फिर उसे हैरानी से देखने लगा,वही रात्रि की आंखे दर्द से भींच गए थे क्यों की सर्वाक्ष ने यह सब जल्दी जल्दी में किया था और इंटीमेट होने से उसके बदन अब दर्द कर रहा था |    सर्वाक्ष को यकीन नही हो रहा था की उसकी बीवी ने अभी अभी उससे क्या कहा ? वह उससे पूछा ,""_ क्या कहा तुमने ? "   रात्रि थोड़ा हिचकिचाते हुए पूछी,""_ अगर मै किसी को मार डालू तो आप क्या करेंगे अक्ष ? "    अपनी मासूम बीवी को इस तरह का सवाल करता देख अक्ष ज्यादा ही हैरान रह गया था | वही रात्रि अभी भी मासूमियत से अपने आंखे टिमटिमाते हुए सर्वाक्ष को देखते हु उसके जवाब का इंतजार कर रही थी |             किसे मारना चाहती है रात्रि ? क्या कहेगा सर्वाक्ष ? क्या होगा इस कहनी में जानने के लिए पढ़ते रहिए ,     " Reborn to love my Beast husband"        Hi Guy's meri new novel , "Deadly intentions of ceo"           यह कहानी है रूई राठौड़ की,जो हर रात एक अंधेरे कमरे में एक अंजान शेक्स का शिकार होती है | रूई को उस शक्श का नामो निशान तक नही पता लेकिन अपने बदन में उसके दिए हुए हर वह निशान और उसके बदन से मेहसूस किए वह खुश्बू , रूई को उस शक्स का इंटेंशन उसके प्रति कैसा है बयां करती थी | रूई अंधेरे रातों में एक ऐसा इंसान के जालों में फस गई थी जो उसके लिए अंजान ही था | ऐसे में रूई को मजबूरन शादी करनी पड़ती है त्रियाक्ष अग्निहोत्री से जो शादी से पहले ही उससे दावा करता है की वह किसी और का है ,तो ऐसे में रूई की जिंदगी कोनसा मोड़ लेगा ? कोन है जो हर अंधेरे रात में उसका साथी है ? क्या है बेहद सस्पेंस से भरा हुआ इस इंटेंशन कहानी का राज ? जानने के लिए पढ़ते रहिए    "Deadly Intentions of CEO "    यह स्टोरी मेरी लाइब्रेरी में आप लोगो को मिल जाएगा प्लीज पढ़िएगा जरूर.....,Guy's chapter aapko missing lagaa to please comment me bata dijiye,chapter missing app ki glitch se hoti hai ,taaki me sahi kar du.....!!!

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