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Chapter 36

chapter 36

Love With My Beast Husband

    अब आगे......,              मीटिंग रूम ......,     अपने रिवॉलिंग चेयर पर बैठे हुए सर्वाक्ष इस वक्त चाह कर भी सामने चल रही प्रेजेंटेशन पर ध्यान नहीं दे पा रहा था | उसका जी घबरा रहा था,वह बैठे बैठे इतना बेचैन हो गया था की उसकी माथे पर शिकन आ गए थे |     और उसका बेचैन दिल अपने अलग ही रफ्तार में धड़कने लगी थी | सर्वाक्ष अपने दिल पर हाथ रख कर अपने मन में कहा ,""_ यह मुझे हो क्या रहा है ? इतना बेचैन और घबराहट किस लिए हो रही है ? ऐसा लग रहा है जैसे मेरा अपना कोई चटपटा रहा है ? "    सर्वाक्ष को समझ नही आ रहा था की उसके साथ हो क्या रहा है ? लेकिन वह अंदर ही अंदर छटपटाते हुए बेचैनी मेहसूस कर रहा था |         रवीश भी इस वक्त उसके बगल में ही बैठा था ,लेकिन उसका ध्यान सिर्फ सामने प्रेजेंटेशन पर था | सर्वाक्ष ने उसे धीमी आवाज में पूछा ,""_ रवीश...,दादू और दादी ठीक है ना ? और ध्रुव ..? वह कहा है इस वक्त ? वह भी तो ठीक है ना ?  "    सर्वाक्ष को पहले रात्रि ही याद आई थी लेकिन वह इस वक्त उसके केबिन में बने हुए सीक्रेट रूम में सेफ है | और रवीश तो उसके बगल में ही था तो सर्वाक्ष को भावेश,रुकमणी और ध्रुव का फिकर हो रहा था जो इस वक्त उसके आंखो के सामने नही थे |    सर्वाक्ष का इस तरह के सवाल सुन रवीश उस ही सावलिया निगाहों से देख रहा था | वह बोला ,""_ क्या हुआ अक्ष ...? तुम ठीक हो ? "   सर्वाक्ष बेचैनी से धीमी आवाज में पूछा ,""_ मैं ठीक हु लेकिन ऐसा लग रहा है की कोई मेरा ठीक नही है ? तुम बताओ दादू,दादी और ध्रुव तीनो ठीक है ? "      रवीश ने अपना सर ऊपर नीचे करते हुए कहा ,""_ कुछ देर पहले ही मैंने दादू और दादी से बात की है अक्ष...वह बिल्कुल ठीक है और ध्रुव...? "   जब से वह घर से निकला था तब से उसकी ध्रुव से कोई बात नही हुई थी | वह अपना फोन निकाल कर ध्रुव को मैसेज करा ,और उसी वक्त ध्रुव का रिप्लाई आया की वह अभी हॉस्पिटल के लिए निकला रहा है l     रवीश ने सर्वाक्ष से कहा की ध्रुव भी ठीक है | सर्वाक्ष का दिल अजीब सा दर्द महसूस कर रहा था | ऐसा लग रहा था की उसका कोई बुरी तरह रो रहा है | वह अपने मन में बोला ,""_ दादी ,दादू,ध्रुव रवीश रात्रि.....? "      रात्रि का जिक्र करते करते सर्वाक्ष रुक गया | वह फिर बोला ,""_ रात्रि...,रात्रि तो अब तक सोई होगी लेकिन मैं बीवी को एक बार देख आता हू...| "  सर्वाक्ष रवीश से कहा ,""_ तुम मीटिंग कंटिन्यू करो मैं आता हू | "   सर्वाक्ष मीटिंग रूम से बाहर चला गया | उसका दिल आज बहुत ही अजीब तरह से धड़कने लगा था जिससे सर्वाक्ष को अजीब सा डर और घबराहट हो रही थी |     सीक्रेट रूम में बैठी हुई रात्रि अपने कानो पर हाथ रख कर अभी भी जोर जोर से चिल्लाए जा रही थी | उसके सर पर लगी चोट और गहरा होते हुए उसके स्टीचेस भी खुल कर खून बहने लगे थे | लेकिन रात्रि को इसका होश ही नही था | वह बस रोते हुए बार बार चिल्ला रही थी |     " अह्ह्ह्ह्ह्ह..... अअह्ह्ह्ह्ह.....| "   सर्वाक्ष अपने केबिन में आ कर जल्दी से सीक्रेट रूम के तरफ गया तो उसे रात्रि की चिल्लाने की आवाज सुनाई दी | वह जल्दी से डोर खोल कर अंदर गया ,लेकिन सामने रात्रि का हालत देख कर उसके कदम एक दम से लड़खड़ा गए |       रात्रि.....!!! सर्वाक्ष रात्रि का नाम जोर से लेते हुए उसके करीब गया लेकिन रात्रि अभी भी अपने ही धुन में चिल्लाए जा रही थी | उसके सर से अब तक खून बहने लगा था लेकिन वह लड़की खुद को चिल्लाने से रोक ही नही पा रही थी |     सर्वाक्ष जल्दी से जा कर रात्रि का हाथ पकड़ते हुए कहा ,""_ रात्रि....,क्या हुआ बच्चा ? तुम ऐसे चिल्ला क्यों रही हो ? "   रात्रि को होश ही नही था | वह अपने आंखे भींच कर बस रोते हुए चिल्ला रही थी | सर्वाक्ष के सांसे अटकने लगे थे | वह रात्रि का बाजू पकड़ कर चिल्लाते हुए रात्रि का नाम चिल्लाया ,""_ रात्रि......| "    रात्रि जल्दी से अपने आंखे खोली,वह घबराते हुए सर्वाक्ष को देखी तो वह उसके गले लग कर रोते हुए बेहद दबी हुई आवाज में बोली,""_ अक्ष....,अक्ष वह मुझे ले जा कर ....,मुझे बेच देगा ....,अक्ष वह आदमी ...., उस आदमी ने मुझे मारा .....अक्ष वह बहुत बुरा है अक्ष.....अक्ष....| "    रात्रि क्या कह रही है सर्वाक्ष को कुछ समझ नही आ रहा था | वह रात्रि को अपने बाहों में भर कर उसके पीठ सहलाते हुए कहा ,""_ तुम...,क्या बोल रही हो रात्रि....,तुम ...,तुम पहले शांत हो जाओ कोई तुम्हारा कुछ नही बिगाड़ेगा.., मैं हु ना तुम्हारे साथ...तुम शांत हो जाओ | "    रात्रि रोते हुए सर्वाक्ष को कसके गले लग कर बैठी रही | वही सर्वाक्ष बेचैनी से रात्रि के चोट लगी सर को देखते हुए जल्दी से ध्रुव को कॉल करा |    वही रात्रि का पूरा शरीर कांप रहा था | वह सर्वाक्ष के शर्ट को कसके मुट्ठी में भर कर अपने चेहरे को उसके सीने में छुपाने की कोशीश कर रही थी | जैसे वह किसी से खुद को बचाना चाह रही हो ? सर्वाक्ष को उसकी कपकपाहट अच्छे से मेहसूस हो रहा था | वह जल्दी से उसे अपने बाहों में जकड़ते हुए कहा ,""_ प्लीज शांत हो जाओ बीवी..., मैं तुम पर किसी की बुरी नजर पड़ने नही दूंगा ,तुम बस शांत हो जाओ बच्चा | "   रात्रि धीरे धीरे नॉर्मल हो रही थी लेकिन अब उसे अपने सर में दर्द होने लगा था | वह धीरे से अपना चेहरा ऊपर कर सर्वाक्ष को देखी ,सर्वाक्ष बहुत ही बेचैनी से उसके पीठ सहलाते हुए उसे ही देख रहा था | रात्रि धीरे से अपना चेहरा उसके गर्दन में छुपाते हुए बोलीं,""_ अक्ष....,मुझे दर्द हो रहा है | "     सर्वाक्ष उसे अपने बाहों में ले कर लेटते हुए कहा ,""_मैने ध्रुव को कॉल किया है वह अभी आता ही होगा बीवी.....??     बोलते हुए सर्वाक्ष फिर से ध्रुव को कॉल करने को हुआ की तभी सीक्रेट रूम का डोर खुला ,सर्वाक्ष मुड़ कर देखा सामने ध्रुव और मीरा खड़े थे | दोनो ही जल्दी से सर्वाक्ष के पास गए |     रात्रि धीरे धीरे बेहोश हो रही थी लेकिन उसने अपने मुट्ठी में सर्वाक्ष का शर्ट अभी भी कसके पकड़ी हुई थी |    ध्रुव जल्दी से रात्रि के पास जाते हुए कहा ,""_ क्या हुआ अक्ष...? इनके सर पर से खून क्यों बह रहा है ? "     सर्वाक्ष रात्रि से अलग होने को हुआ लेकिन रात्रि ने अपने अंधखुली आंखो से उसे देखते हुए इशारों में ही मना की जैसे कह रही हो की उसे छोड़ कर कही ना जाए ?    सर्वाक्ष ने कहा ,""_ मैं कही नही जा रहा रात्रि | "     सर्वाक्ष फिर ध्रुव से कहा ,""_मुझे नहीं पता यह इसके साथ अचानक से क्या हुआ ? जब मैं आ कर देखा तो यह रोते हुए चिल्ला रही थी और सर से खून भी बहने लगा था ,तुम पहले चेक करो इसे | "    ध्रुव रात्रि का बैंडेज खोल कर पहले उसके चोट साफ करने लगा था | वही रूही उसे मदद करते हुए रात्रि को एक इंजेक्शन लगाई,रात्रि अभी भी अपने अंधखुलि आंखो से सर्वाक्ष को देख रही थी | लेकिन धीरे धीरे वह पूरी तरह बेहोश हो गई |     वही सर्वाक्ष बेचैनी से उसके दोनो हाथो का मुट्ठी खोल कर उसके हाथो को कसके पकड़ कर ध्रुव से पूछा ,""_ मेरी बीवी ठीक है ना ध्रुव? "      ध्रुव जल्दी जल्दी से रात्रि को स्टीचेज़ लगा कर उसके सर पर पट्टी किया | फिर सर्वाक्ष से कहा ,""_ भाभी बिलकुल ठीक है अक्ष....,ज्यादा स्ट्रेस ले कर चिल्लाने से इनकी स्टीचेज खुल गए थे ,यह अब ठीक है | "    ध्रुव फिर एक नज़र टीवी में देखा ,टीवी में अभी अभी वही सब चल रहा था जो रात्रि देख कर चिल्ला रही थी | ध्रुव कुछ सोचते हुए सर्वाक्ष से कहा ,""_ अक्ष.....,भाभी का इस तरह चिल्लाना पहली बार तो नही है लेकिन तुम भाभी से पता करने की कोशिश करो की उन्हे बीच बीच में हो क्या जाता है ?,पूछो की उनके साथ अतीत में कुछ बुरा हुआ था या फिर कोई और बात है ..? तुम समझ रहे हो ना अक्ष ? "    अक्ष सर हिलाते हुए रात्रि की गालों को सहलाने लगा | तभी ध्रुव ने कहा ,""_ मैं इनके लिए मेडिसिन लाता हु | "     ध्रुव मीरा के साथ बाहर चला गया | वही सर्वाक्ष रात्रि के बेहद करीब जा कर उसके पिला पड़ी हुई चेहरे को देखते हुए कहा ,""_ तुम ऐसे पैनिक क्यों करने लगती हो बीवी ? कोन है वह जिससे तुम डरने लगती हो ? बार बार तुम्हारा वह कहना की तुम्हे आ कर कोई ले जाएगा ? कोन है वह जो सर्वाक्ष खुराना की बीवी पर नजर डाले बैठा है ? किसकी हिम्मत तुम्हे ले जा कर बेचने ? क्या हो रहा है तुम्हारे साथ ? मैं तुम्हारे इतना करीब हू लेकिन तुम्हारी बिगड़ी हुई हालत को समझ ही नही पा रहा | "   रात्रि को ऐसे पैनिक करते हुए सर्वाक्ष ने पहले बहुत बार देखा था लेकिन यह पहली बार था जो उसे रात्रि की बाते कुछ कुछ समझ आई थी,और यह भी पहली बार था की जब उसने रात्रि का खून से सना हुआ चेहरा देखा तो वह हद से ज्यादा खुद में ही कांप उठा था | वह रात्रि को आ कर कैसे संभाला उसे पता ही नही चला था क्यों की उस वक्त वह रात्रि से भी कही ज्यादा डर कर कांप रहा था |     क्रियाँश का विला ....,         क्रियाँश इस वक्त जोर जोर से हंसते हुए रावी को देख रहा था जो टेढ़ी स्माइल करते हुए क्रियांश को देख रही थी |    अचानक से क्रियांश अपना हंसना बंद कर रावी के बालो को अपने मुट्ठी में भरा ,फिर उसके चेहरे को अपने होंठो के करीब ला कर गुस्से से कहा ,""_ वह लड़की मेरी है ,तुम उस सर्वाक्ष खुराना के साथ जो भी करो मुझे उससे कोई फरक नही पड़ता ,लेकिन उस लड़की पर मुझे एक करोच भी बर्दाश्त नही,समझी |    क्रियांंश का इस तरह का बर्ताव देख रावी को बहुत गुस्सा आ रहा था लेकिन इस वक्त वहा से निकलना उसके लिए जरूरी था तो वह उसकी हर एक बात मान कर वहा से चली गई |  वही क्रियाँश का चेहरा एक दम से सर्द और गुस्से से भर गया था | वह उदय से बोला ,""_इस लड़की पर नजर रखो उदय | "    " जी बॉस....." उदय ने कहा ,वही क्रियाँश अपने मेंशन में बने हुए बार में चला गया |         खुराना एंटरप्राइजेज .....,    सर्वाक्ष रात्रि की बालो में उंगलियां फिराते हुए उसे ही बिना अपने पलके झपकाए देखते हुए उसके होश में आने का ही इंतजार कर रहा था | रात्रि अभी भी बेहोश पड़ी थी | अब तो दो घंटे हो गए थे लेकिन सर्वाक्ष उससे एक पल के लिए भी उससे एक इंच तक भी अलग नही हुआ था |     करीब आधा घंटे बाद रात्रि धीरे से अपने आंखे खोल कर इधर उधर हिलने को हुई की तभी उसे अपने सर तेज दर्द महसूस हुआ |      अह्ह्हह्ह.....| "    रात्रि दर्द से कराह उठी | वही सर्वाक्ष हड़बड़ाते हुए उससे अलग होते हुए कहा ,""_ आराम से बीवी..,ऐसे उठोगी तो दर्द हो जाएगा | "    रात्रि मासूमियत से उसके तरफ देखने लगी, सर्वाक्ष उसे परिशानि से देख रहा था | वह उसके सामने अपने दोनो बाहें फैलाते हुए अपने करीब आने का इशारा किया |     सर्वाक्ष रात्रि को ही बहुत ही बेचैन हो कर परिशानी से देख रहा था l वह फिर धीरे से रात्री के बेहद करीब जा कर उसके ऊपर झुक गया | तभी रात्रि धीरे से अपने मुलायम सी दोनो हाथो से उसके चेहरे को पकड़ कर अपने होंठो के करीब लाया |     तभी सर्वाक्ष ने कहा ,""_ तुमने तो मुझे डरा ही दिया था रात्रि | "      रात्रि थोड़ी देर उसे देखती रही फिर उसे सवालिया निगाहों से देखते हुए पूछी ,""_ आपको डर भी लगता है सर्वाक्ष ? "     सर्वाक्ष बिना भाव के देखता रहा ,ऐसी हालत में भी उसकी बीवी उसे सताने का मौका नही छोड़ रही थी | सर्वाक्ष नाराजगी से उसके दोनो हाथो को धीरे से झटकाया,फिर उसाई अलग होने को हुआ ,लेकिन रात्रि को इस वक्त उसकी सख्त जरूरत थी | वह उसे खुद से ऐसे दूर जाने कैसे देती ?       रात्रि ने कसके सर्वाक्ष का शर्ट पकड़ कर रोक लिया, सर्वाक्ष उसे नाराजगी से ही एक नजर देखा फिर उसके गर्दन में धीरे से अपने चेहरा छुपाते हुए कसके अपने आंखे बंद करा |     रात्रि को ऐसा पैनिक करता देख वह उसका हालत ही खराबा हो गया था | वह बाहर से ही शांत नजर आ रहा था लेकिन वह अंदर ही अंदर बहुत बेचैन था |    वही रात्रि अपने आंखे सुकून से बंद कर सर्वाक्ष के बालो में उंगलियां फिराने लगी | सर्वाक्ष बेचैनी से उसके गर्दन में अपना नाक रगड़ते हुए हल्के हल्के से उसे चूम रहा था |       रात्रि उसे फील करते हुए धीरे से अपना चेहरा एक तरफ झुका रही थी | सर्वाक्ष का किस बेहद प्यार भरा था | वही रात्रि धीरे से अब उसका पीठ सहलाने लगी थी | लेकिन उसके मुंह से अब धीरे धीरे से आहे निकल रहे थे |      वही सर्वाक्ष उसके गर्दन को पूरी तरह गिला करते हुए अपना चेहरा ऊपर कर उसे देखा ,तभी रात्रि भी अपने आंखे खोल कर उसके बेचैन आंखो को देखने लगी |      दोनों एक दूसरे के इतना करीब थे लेकिन दोनो का दिल में अजीब सी बेचैनी और तड़प से भरी हुई डर जागी थी |        रात्रि धीरे से सर्वाक्ष के सीने को सहलाते हुए बोली,""_ मै ठीक हु | "    सर्वाक्ष उसके उस हाथ को पकड़ कर बहुत ही बैचेनी से बोला ,""_ लेकिन मैं ठीक नही हूं बीवी...| "    रात्रि धीरे से उसे ले कर पलट गई,अब सर्वाक्ष उसके और बेड के बीच आ गया था | वही रात्रि उसके पूरे चेहरे पर भारी भारी से किस करने लगी | वही सर्वाक्ष के दोनो हाथ रात्रि की कमर में आ गए थे | वह बेहद सेंशुवली उसके कमर को सहलाते हुए अपने आंखे बंद करा ,वही रात्रि उसके गालों पर प्यार से चूमते हुए अपने होंठो को सर्वाक्ष के होंठो के किनारे लाई,फिर अपने आंखे बंद कर सुकून उसके होंठो के किनारे को चूम ली |   उसकी मदहोशी से भरा यह किस फील करते ही  सर्वाक्ष ने हल्के आह भरा , उसके होंठ हल्के से खुल भी गए थे | वही रात्रि अपने होंठो सर्वाक्ष के टुडी के आस पास घुमाते हुए सर्वाक्ष के खुले होंठो पर एक दम से अपने जीव से चूम ली | सर्वाक्ष का पकड़ एक दम से उसके कमर में कस गया |      वही रात्रि धीरे से सर्वाक्ष के होंठो को अपने अंगूठे से रब की,फिर अपने गालों से सर्वाक्ष के गालों को रब करने लगी | पल भर में ही रात्रि ने सर्वाक्ष को बहका कर उसका पूरा ध्यान अपने ऊपर कर उसके बेचैन दिल को शांत कर गई थी | सर्वाक्ष का दिल जोर जोर से धड़कते हुए अभी भी मचल रहा था लेकिन उसका मचलना उसके ऊपर लेटे हुए उसकी बीवी को खाने के लिए था |      सर्वाक्ष धीरे से अपने आंखे खोला ,तभी रात्रि उसके माथे पर किस करते हुए अपने होंठो को उसके नाक तक सरकाने लगी | सर्वाक्ष के उंगलियां अब रात्री की कमर को हल्के हल्के से दबा रहे थे |        रात्रि धीरे से सर्वाक्ष के नाक के नोक को चूमी फिर उसके होंठो के तरफ बढ़ गई | सर्वाक्ष उसके मदहोशी से अब उसके गुलाबी होंठो को ही देख रहा था ,वही रात्रि उसके होंठो के करीब आते आते रुक गई,वह एक नजर सर्वाक्ष को देखी,फिर टेढ़ी स्माइल करते हुए जा कर उसके सीने में सर रख कर लेट गई |     सर्वाक्ष की दांत भींच गए | वह गुस्से से बोला ,""_ यह सही है तुम्हारा ,पहले बहकाओ फिर तड़पने छोड़ दो....| "  क्या होगा आगे इस कहानी में ? रात्रि और क्रियाँश का सामना कब होगा ? क्या होने वाला है इस कहानी में आगे ? जानने के लिए पढ़ते रहिए                            Â

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