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Chapter 40

chapter 40

Love With My Beast Husband

अब आगे .....,    सर्वाक्ष का केबिन....,   रात्रि के भागते ही सर्वाक्ष जा कर अपने रिवॉल्विंग चेयर पर बैठ कर अपना लैपटॉप ओपन करने लगा था |    वही केबिन में रवीश अभी भी था | रात्रि के जाते ही उसका चेहरा एक दम से सीरियस हो गया था | वह सर्वाक्ष के सामने रखे हुए चेयर पर बैठते हुए सर्वक्ष से कहा ,""_ अक्ष.....,क्रियांश जादव रात्री भाभी से मिलना चाहता है | "   क्रियाँश का नाम सुनते ही सर्वाक्ष का चेहरा एक दम से सर्द हो गया | गुस्से से उसके हाथों की मुट्ठी तक भींच गए थे | तो वही रविश ने अपनी बात जारी रखते हुए कहा,""_ मार्केट में जिस तरह भाभी के डिजाइन किए हुए ज्वेलरी तहलका मचा रही है उस वजह से ,रात्रि भाभी को हर कोई मिलना चाह रहा है, उनसे कॉन्ट्रैक्ट करने की कोशिश भी कर रहा है अक्ष ...,उनमें से एक क्रियांश भी है ,वह भाभी को इसी कारण मिलना चाह रहा है | "    ज्वेलरी तो बस एक बहाना था, लेकिन असल में क्रियांश रात्रि को पाना चाहता था | वह हर हाल में उस तक पहुंचने का रास्ता ढूंढ रहा था ,और यह बात सर्वक्ष से छुपा भी नही था | सर्वाक्ष गलती से भी रात्रि को क्रियाँश के नजरों के सामने जाने नहीं दे सकता था | सर्वाक्ष कुछ सोचते हुए रवीश से कहा ,""_ मेरी बीवी के सामने आने यह क्रियाँश जादव बड़ा ही उतावला होते जा रहा है ? .......mmm.....,,...,,.....,,..,,.....,..,…"       कहते हुए सर्वाक्ष ने रवीश के साथ कुछ डिस्कस करने लगा |   वही रात्रि का केबिन......,        रात्रि अपने रिवॉल्विंग चेयर पर अपना हेड टिका कर एक टक युवान के बारे में सोच रही थी |    युवान....,यह वही इंसान था जिसके प्यार के जाल में फस कर रात्रि ने अपने पिछले जन्म में सर्वाक्ष से शादी करने के बावजूद भी उसे धोका दे कर युवान के साथ चली गई थी |     युवान.....,यह वही इंसान था जो प्यार के जाल में रात्रि को फसा कर उसे वहा ले गया था जहां लड़कियों को भेजना एक आम धंधा हो गया था |      युवान....,यह वही इंसान था जो उसे अपने पिछले जन्म में गंदी वासन से भरी नियत रखने वालों के सामने किसी भिखारी की तरह फेक कर आया था |         युवान....,यह युवान वही था जो पिछले जन्म में रात्रि का दिल बेरहमी से तोड़ सर्वाक्ष के सच्चा प्यार का रूबरू कराया था |     युवान...,यह वही इंसान था जिसकी वजह से क्रियांश जादव जो लड़कियों को खिलौना समझकर हर दिन उनके बदन के साथ खिलवाड़ करना जानता था ,रात्रि को उसके हवाले भी होना पड़ा था |     युवान....., पिछले जन्म में रात्रि का प्यार था लेकिन उसने रात्रि को बेचने से पहले एक बार नहीं सोचा था कि वह लड़की उससे कितना सच्चा प्यार करती है ? उसे सच्चे दिल से चाहती है ?    युवान से धोका खा कर उस लड़की को मौत के गले लगाना पड़ा था l इसी युवान की वजह से उसके पति सर्वाक्ष का भी मौत हुआ था और उसके साथ ही उसके दोस्त ध्रुव और रवीश भी हो गए थे l     रात्रि के दिमाग में इस वक्त वही सब घूम रहा था जो युवान ने उसके पिछले जन्म में उसके साथ किया था | तभी रात्रि का केबिन का डोर खुला ,सामने से रूही खड़ी थी |        रूही अंदर आते हुए बोली,""_ रात्रि ....,दो दिन से एक क्लाइंट का बार बार मैसेज आ रहा है की वह आपके साथ अर्जेंट एक डील साइन करना चाहते है  | "     रूही की बात सुन कर रात्रि की आइब्रोज आपस में ही जुड़ गए | वह ना समझी में उसे देखने लगी ,वही रूही इस वक्त क्रियाँश जादव का रिक्वेस्ट लेटर ढूंढ रही थी,जिसे रात्रि के आने से पहले ही उसने रात्रि के टेबल पर रखा था लेकिन अब वह मिल नहीं रहा था |        रात्रि उससे पूछी ,""_ कोन रूही ? तुम किस की बात कर रही हो ? "  रूही टेबल पर रखे हुए सारे फाइल्स को ऊपर नीचे करते हुए रात्रि को जवाब में बोली,""_ रात्रि...,किसी क्रियांश जादव के नाम से लेटर था ,यही तो रखा था मैंने लेकिन अभी मिल नही रहा | "  क्रियांश जादव का नाम सुनते ही रात्रि के चेहरे के हाव-भाव एक दम से गुस्से से भर गए l वह गुस्से से ही रूही से पूछी,""_ क्या था उस लेटर में ? "   रूही ने जवाब में कहा ,""_ वह अपने कंपनी के तरफ से कुछ ज्वेलरी डिजाइन आपसे कराना चाहते है ? उसके लिए आप जिताना अमाउंट कहेंगे वह आप पे कर देंगे |"      रात्रि का जबड़ा कस गया l वह बोली,""_ अगर दुबारा ऐसी कोई लेटर आए तो मुझ तक लाने की जरूरत नही है रूही ,उन्हे सीधे मना कर कहो की मैं खुराना एंटरप्राइजेज के अलावा किसी के लिए काम नही करती | "    रात्रि का जवाब सुन रूही को लगा कि उसका इस तरह अब उस रिक्वेस्ट लेटर को ढूंढना बेकार है | वह रात्रि को हां में जवाब देते हुए बोली,""_ ठीक है रात्रि | "  रात्रि अपने काम में लग गई l   वहीं सर्वाक्ष का केबिन....,   सर्वाक्ष अपने लैपटॉप में काम करते हुए, रात्रि के केबिन में जो कुछ भी चल रहा था वह सब कुछ अपने लैपटॉप की स्क्रीन में देखते हुए रात्रि की बातें तक सुन रहा था |     क्रियांश जादव का नाम सुन कर रात्रि के चेहरे पर बनती बिगड़ती भाव और उसकी नफरत भरी बातें सुन सर्वक्ष को वह दिन याद आ गया था ,जब वह रात्रि को अपने साथ ऑफिस ले आ रहा था | उस दिन ट्रैफिक सिग्नल तक आने पर रात्रि बिल्कुल ठीक थी< लेकिन अचानक से रात्रि ने उसे कार रोकने कहा और किसी को ढूंढते हुए बीच रास्ते में भाग पड़ी, तभी उसे एक ट्रक आ कर टकराता तो रात्रि सीधे क्रियाँश के बाहों में जा कर गिरी थी |   तब क्रियांश को देख कर रात्रि ने जिस तरह चिल्लाया था वह याद कर सर्वक्ष को लग रहा था कि रात्रि क्रियांश को पहले से जानती है | लेकिन रात्रि क्रियांश को कैसे जान सकती है ? क्रियाँश जादव तो पिछले कुछ साल से इंडिया आया ही नही था l क्या उसे रात्रि को इस बारे में पूछना चाहिए ? उसने उस दिन रात्रि को पूछा भी तो था लेकिन रात्रि ने उसे कोई जवाब ही नहीं दिया था | वह ऐसे रिएक्ट कर गई थी जैसे उस वक्त उसके साथ कुछ हुआ ही नहीं था |        सर्वाक्ष यही सब सोचते हुए स्क्रीन पर रात्रि को ही देखने लगा |    ध्रुव का हॉस्पिटल 🏥 ......,      ध्रुव का केबिन.....,    ध्रुव इस वक्त किसी पेशेंट का रिपोर्ट चेक करते हुए मीरा के बारे में सोचते बैठा था |        थोड़ी देर पहले मीरा को उस पेशेंट से इतना फ्रेंडली हो कर मिलना ,उसका केयर करना ,ध्रुव को यह जरा भी बर्दाश्त नहीं हुआ था | वह कैसे किसी लड़के को इस तरह छू क्यों सकती है ?     तभी केबिन का डोर खुला, ध्रुव ने गुस्से से सामने देखा, सामने इस वक्त डॉक्टर शालिनी अपने चेहरे पर झूठी मुस्कान लिए खड़ी थी | वह फिर सीधे अंदर आने लगी ,की तभी ध्रुव ने उससे गुस्से से कहा,""_डॉक्टर शालिनी, इस तरह किसी की भी केबिन में घुस कर आना बेड मैनर होता है, क्या आप इतना भी नहीं जानते ? "   ध्रुव का ओरा और उसका बात करने का टोन दोनों ही रुड था | यह देख शालिनी का अंदर ही अंदर खून खौलने लगा |      जब वह पहली बार हॉस्पिटल जॉइन हुई थी ,तब ध्रुव का बरताव उसके साथ बिल्कुल नरम और पोलाइट था ,लेकिन अचानक से ऐसा क्या हुआ उसे समझ नहीं आया था | ध्रुव का बरताव किस लिए उसके साथ इतना रूड हुआ उसे बिलकुल पता नही चल रहा था |    शालिनी अपने गुस्से का घूंट पीते हुए ध्रुव से बोली,""_ डॉक्टर ध्रुव ,मुझे एक पेशेंट का रिपोर्ट......? "   शालिनी अपनी बात पूरा करती उससे पहले ही ध्रुव उसकी बात को बेरहमी से काटते हुए कहा ,""_ लगता है आपको अपना काम अच्छे से करना नही आता है शालिनी ? इसीलिए मुंह उठा कर बार-बार मेरे पास आ जाते हैं..., वैसे आपको मैं बता दूं ? मैं हर वक्त दूसरों का मदद करने फालतू में बैठा नहीं..., जाओ जाकर अपना काम खुद करें | "   ध्रुव की कही हुई एक-एक बात डॉक्टर शालिनी को गुस्सा दिलाया था | उसकी तो मन कर रहा था कि वह अभी ध्रुव को गोली से उड़ा दे ,लेकिन शालिनी को यह नहीं पता था कि उसके सामने बैठे हुए डॉक्टर ध्रुव एक गैंगस्टर भी है | हर रोज वह हजारों का जान बचाता होगा लेकिन उतने ही जान बड़े ही बेरहमी से ले भी लेता था |         ध्रुव के मुंह से इतना सब कुछ सुन कर शालिनी बिना कुछ कहे वहां से पैर पटकते हुए चली गई |   वही उसके जाते ही केबिन में मीरा आई जिसके हाथ में इस वक्त ध्रुव के लिए कॉफि का कप था | लेकिन मीरा का चेहरा इस वक्त गुस्से से भरा था | थोड़ी देर पहले ध्रुव ने उसे जनरल वार्ड में ऐसे काफी का ऑर्डर दिया था जैसे वह उसकी कोई नौकर हो ? वह कैसे उसे किसी सर्वेंट की तरह ऑर्डर दे सकता है ?    वही ध्रुव का चेहरा भी गुस्से से भरा था | उसके वजह से ही ध्रुव का चेहरा चिढ़ा हुआ था l   वही मीरा कॉफी के कप को टेबल पर फटकते हुए ध्रुव से गुस्से से बोली,""_ डॉक्टर आपका कॉफी...? "  ध्रुव गुस्से से एक नजर मीरा को देखा, मीरा भी उसे ही गुस्से से ही देख रही थी |    ध्रुव फिर कॉफी का कप उठा कर उसका एक घूंट पिया फिर अगले ही पल उसे थूकते हुए मीरा से कहा ,""_ what the hell 💢💢...., यह क्या बना लाई हो तुम ? "    मीरा ध्रुव के सामने रखे हुए टेबल को ठीक कर ही खड़ी थी | और इस तरह ध्रुव का कॉफ़ी थूकने से उसका वह वाइट कोर्ट पर कॉफी की छींटे लग गए थे |       मीरा फिर हैरानी से ध्रुव को देखने लगी ,ध्रुव का चेहरा अभी भी चीढ़ा हुआ था | वह काफी के कप को वही टेबल पर पटकते हुए मीरा को घूरने लगा |    मीरा उससे पूछी ,""_ क्या हुआ डॉक्टर ? कॉफ़ी अच्छी नही बनी ? "  ध्रुव अपने दांत पीसते हुए कहा,""_ मेरा इस तरह थूकने पर भी तुम यह सवाल पूछ रही हो ? "      ध्रुव का सवाल सुन कर मीरा का मुंह बन गया l वहीं ध्रुव आगे बोला ,""_ मुझे अभी फिल्टर कॉफी चाहिए | "   मीरा की हाथो की मुट्ठी भींच गई है l वह हॉस्पिटल में अपना डॉक्टर ड्यूटी निभाने आती थी नाही सर्वेंट का काम करने ? क्या हुआ वह सीनियर डॉक्टर नही है ,इसका मतलब यह नहीं है की वह किसी सर्वेंट का काम करे ?     मीरा ध्रुव को मन ही मन कोसते हुए हॉस्पिटल में बनी हुई कैंटीन में उसके लिए फिल्टर कॉफी बनाने चली गई l       मीरा कैंटीन के किचन में जा कर ध्रुव के लिए फिल्टर कॉफी बनाने लगी l उसका चेहरा पूरी तरह चीड़ गया था l वह ☕ कॉफी को घूरते हुए बोली,""_ वह अपने आपको समझता क्या है ? "    किचन में इस वक्त एक नर्स थी जो एक पेशेंट के लिए खाना ले जाने आई थी l वह मीरा की बात सुन कर रुक के बोली,""_ क्या हुआ डॉक्टर मीरा ? "  मीरा बोली,""_ वह अपने आपको समझता क्या है ? मैं उसकी नौकर थोड़ी ना हु जो यह सब यहा करते बैठू ? कॉफी नही ....,फिल्टर कॉफी चाहिए जनाब को ..? 💢💢 मुझे यह सब बनाना ही नही आता .....,अहहह i will kill him...| "    मीरा गुस्से से बड़बड़ाए जा रही थी | मीरा को इतना चिढ़ा हुआ देख वह नर्स अपने मन में बोली,""_ लगता है कोई डाक्टर मीरा को बुरी तरह परेशान कर रहा है...,लेकिन डॉक्टर ध्रुव के अलावा कौन हो सकता है ? "   मीरा हॉस्पिटल में ज्यादातर ध्रुव के अंडर ही काम करती थी तो उस नर्स को समझ नही आ रहा था की ध्रुव के अलावा कोन हो सकता है ?    वही मीरा के कैबिन से आतें ही डॉक्टर ध्रुव भी उठ कर उसके पीछे ही आ गया था l उसने मीरा की बाते भी सुन लिया था l  वह उसके पास जाता तभी उसे मीर की और बाते सुनने लगी ,""_ ध्रुव की वजह से..., मैं अभी भी सिंगल ही मर रही हूं और वह...? वह मुझे नोटिस भी नहीं करते ? क्या मैं उन्हें बेवकूफ नजर आती हु ? मैं कॉलेज के फर्स्ट ईयर में उसके पीछे पड़ी हूं और वह...वह ही है जो मुझे हमेशा नजरअंदाज करते आए है ,उनकी वजह से मुझे रात भर नींद तक नहीं आती लेकिन वह ..? "   मीरा कब से ध्रुव को पसंद करते आ रही थी लेकिन ध्रुव ने उसके तरफ देखा ही कहा था ? मीरा यही सब सोचते हुए ध्रुव को बस कोसे जा रही थी | वही ध्रुव उसकी बाते सुन अपने जगह में जम गया था l लेकिन नर्स खड़े खड़े अपना बाल नोच रही थी क्यों की उसे समझ कही आया था की मीरा आखिर किसके बारे में बात कर रही है ?   वह मीरा से पूछी ,""_ मीरा आप किसके बारे में बात कर रहे है ? "       वही खड़े ध्रुव ने अपने मन में कहा ,""_ she...,she ...likes me 😳😳 | "     वही मीरा नर्स को जवाब देते हुए बोली,""_ कोई नही....| "   नर्स उसकी बात को दौराते हुए बोली,""_ कोई नही....? "    मीरा बोली,""_ कोई नही मतलब ..., मैं मैं वह ......वह किसी बड़ा वाला ....कॉकरोच के बारे में बात कर रही थी | "    नर्स उसे अजीब नज़रों से देखने लगी तो वही ध्रुव की दांत भींच गए थे l यह लड़की अब उसे कॉकरोच मान गई | ध्रुव वापस अपने केबिन के तरफ चला गया l     थोड़ी देर बाद मीरा ध्रुव के लिए फिल्टर कॉफी बना कर उसके केबिन में गई | ध्रुव अपने ग्लास टेबल को टिक कर मीरा के बारे में ही सोचते हुए खड़ा था l     मीरा उसके पास आ कर कॉफ़ी टेबल पर रखते हुए बोली,""_ अपका फिल्टर कॉफी...| "   ध्रुव एक टक मीरा का चेहरा देख रहा था जो किसी गुब्बारे की तरह फूला हुआ था l ध्रुव के होंठ मुड़ गए,वह मीरा का हाथ पकड़ कर एक ही झटके में अपने करीब खींचा तो मीरा सीधे जा कर उसके सीने से लग गई l   अचानक से ऐसे ध्रुव का खींचने से मीरा कुछ समझ नही पाई थी l वह अपना सर ऊपर कर ध्रुव को देखने लगी l वही ध्रुव मीरा के निचले होंठो को हल्के हल्के से रब करते हुए बेहद husky voice में पूछा ,""_ mmm तो आप मुझे पसंद करने लगी है मिस मीरा ? "    ध्रुव का इस तरह होंठ रब करने से उसका बदन में करंट सा दौड़ गया था |   क्या होगा आगे इस कहानी में ? रात्रि कैसे युवान और रावी को उसके किए की सजा देगी ? जानने के लिए पढ़ते रहिए     " Reborn to love my Beast husband"  And also try my new novel    "  Deadly intentions of ceo "यह कहानी है रूई राठौड़ की,जो हर रात एक अंधेरे कमरे में एक अंजान शेक्स का शिकार होती है l रूई को उस शक्श का नामो निशान तक नही पता लेकिन अपने बदन में उसके दिए हुए हर वह निशान और उसके बदन से मेहसूस किए वह खुश्बू , रूई को उस शक्स का इंटेंशन उसके प्रति कैसा है बयां करती थी l रूई अंधेरे रातों में एक ऐसा इंसान के जालों में फस गई थी जो उसके लिए अंजान ही था l  ऐसे में रूई को मजबूरन शादी करनी पड़ती है त्रियाक्ष अग्निहोत्री से जो शादी से पहले ही उससे दावा करता है की वह किसी और का है ,तो ऐसे में रूई की जिंदगी कोनसा मोड़ लेगा ? कोन है जो हर अंधेरे रात में उसका साथी है ? क्या है बेहद सस्पेंस से भरा हुआ इस इंटेंशन कहानी का राज ? जानने के लिए पढ़ते रहिए    "Deadly Intentions of CEO "   यह स्टोरी आप लोगो को मेरी लाइब्रेरी में ही मिल जाएगा please padhiyega जरूरÂ

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