Back
/ 81
Chapter 9

chapter 9

Love With My Beast Husband

अब आगे .......,    खुराना एंटरप्राइजेज......       सर्वाक्ष अपने आंखे कसके बंद कर खड़ा था | और उसके कान में रात्रि की इस वक्त सिसक कर रोने की आवाज गूंज रही थी | वह अपने फोन पर पकड़ मजबूत करते हुए धीरे से रात्रि का नाम लिया ,""_ रात्री.....| "   बस सर्वाक्ष का इतना नरमी से रात्रि का नाम लेने का ही देर था, की उधर से रात्रि जोर जोर से रोने लग गई | वही सर्वाक्ष झट से अपने आंखे खोल कर अपने फोन के स्क्रीन को देखा, फिर फोन को कान के पास ले जा कर हड़बड़ाते हुए बोला,""_ रात्रि .....,रात्रि तुम इतना क्यों रो रही हो बच्चा ? "   उधर से रात्रि बोली,""_ आपने अपनी बीवी पर भरोसा ना कर किसी गैर लड़की पर भरोसा किया,बिना सोचे बिना कुछ जांच किए आपने मु....मुझ पर इतना चिल्लाया अक्ष....?तो किसे रोना नहीं आएगा ? पता है आपका राक्षस आवाज सुन कर मैं कितना डर गई थी ? "      रोते हुए रात्रि यह सब बोले जा रही थी | वही सर्वाक्ष अपने बालो में उंगली फिराते हुए अब इधर से उधर घुमने लगा था | उसे समझ नही आ रहा था की वह रात्रि को अब कैसे शांत करे और ऊपर से उसका रोना अक्ष को बर्दाश्त ही नही हो रहा था,तो उसे बेचैनी भी हो रहा था |    तभी उधर से रात्रि ने धीमी स्वर में कहा ,""_ अक्ष....,मैने आपसे कहा था न...., मैं मौक मिलने पर भी आपसे दूर नही जाऊंगी ,please उस रावी की बातो पर विश्वास मत करिए अक्ष... क्यों... ? आपको यह जल्द ही पता चल जाएगा.....बस मुझ पर एक बार भरोसा रखिए..i promise.. मैं आपका भरोसा नहीं तोड़ूंगी | "   सर्वाक्ष बिना भाव के बस रात्रि की बाते सुन रहा था | रात्रि की हर एक बात पर भरोसा करने के लिए उसका दिल तो हा कह रहा था लेकिन उसका दिमाग इसके खिलाफ था |     सर्वाक्ष को कुछ भी ना कहता देख उधर से रात्रि ने मायूसी से कॉल काट दिया | वही सर्वाक्ष की आंखे कसके भींच गए | एक पल के लिए उसका दिल यह कह रहा था की वह उसे सॉरी कह कर उसे अभी मनाले लेकिन वह सॉरी कहना नही जानता था | वह सर्वाक्ष खुराना था ,उसे लोगो से सॉरी कहलवाना आता था कहना नही ......|     कॉलेज.....     रात्रि अपने फोन के स्क्रीन को देख रही थी | उसके उंगलियां फोन के स्क्रीन पर शो हो रहे सर्वाक्ष के नाम पर घूम रहे थे | लेकिन उसकी आंखे अभी भी नम थे | वह धिरे से बोली,""_ आपकी जगह में अगर मै होती तो मैं भी आप पर ऐसे ही शक करती जैसे अभी आपने किया....,कोई बात नही अक्ष, मैं आपका भरोसा जीत कर ही रहूंगी | "  रात्रि अपने आंसू पोछते हुए क्लासरूम के तरफ जाने लगी | वही उसके थोड़ी ही दूरी पर रावी खड़ी थी | रात्रि को रोता देख उस लड़की की चेहरे पर कुटिल मुस्कान आ गया था | वह बड़बड़ाते हुए बोली,""_ hmmm so ...मेरा एक टेक्स्ट मैसेज इस लड़की की घमंड को इतनी जल्दी तोड़ दिया...wow.. well done रावी...| "      रावी अपने चेहरे पर कुटिल मुस्कान लिए ही रात्रि के पीछे ही क्लास रूम के तरफ चली गई |    खुराना एंटरप्राइजेज.....,      सर्वाक्ष अपना सर हेड चेयर को टिका कर एक टक सीलिंग को घूर रहा था | उसे बार बार रात्रि का रोना याद आ रहा था | उसकी बाते जिसमे सिर्फ उसे सच्चाई नज़र आ रही थी |     थोड़ी देर बाद सर्वाक्ष एक गहरी सांस लेते हुए अपना फोन उठा कर उसे कॉल करने को सोचा की तभी उसके केबिन का डोर ओपन हुआ |     सर्वाक्ष अपना सर ऊपर कर देखा ,रवीश अंदर आ रहा था | वह अक्ष से बोला,""_ मीटिंग का टाइम हो गया है अक्ष..| "    सर्वाक्ष ने एक नजर फोन को देखा ,उसने रात्रि का नंबर डायल कर दिया था | वह फिर उसे एरेस कर रवीश के साथ मीटिंग रूम में चला गया |    पूरा दिन ऐसे ही भीत गया | सर्वाक्ष एक के बाद एक अपने मीटिंग अटेंड करते हुए खुद में ही busy रहा लेकिन बीच बीच में रात्रि की याद आ रही थी | लेकिन रात्रि से बात करने का उसे टाइम ही नही मिला |    खुराना मेंशन......     शाम के 7 बजे की आस पास सर्वाक्ष का कार मेंशन के सामने रुका | आज मेंशन में उसकी बीवी नही थी तो उसे अंदर जाने का बिल्कुल मन नही हो रहा था, लेकिन बस एक हफ्ते का ही तो बात था | वह अंदर चला गया |   ध्रुव फोन पर किसी से बात करते हुए हाल में ही बैठा था | लेकिन अंदर आ रहे सर्वाक्ष को देख उसने कॉल कट किया,फिर उठ कर उसके पास जाते हुए पूछा ,""_ अक्ष...,कल रात जो भी हुआ था उसके बारे में रात्रि ने कुछ बताया ? "      कल रात रात्रि का बरताव देख ध्रुव को उसे नींद का इंजेक्शन लगाना पड़ा था | वह नींद में ही बड़बड़ाते हुए पैनिक कर रही थी ,तो वह अक्ष से उसके बारे में जानना चाहता था |   सर्वाक्ष अपना सर ना में हिलाते हुए जा कर सोफे पर बैठ कर कहा ,""_ नही....उसके बाद वह नॉर्मल हो गई..., लेकिन फिर भी वह थोड़ा डरी हुई थी ,क्या बुरे सपने किसी को इस तरह इफेक्ट कर सकता है ? "    ध्रुव ने जवाब में कहा ,""_actually not .....,But अतीत में अगर उसे ऐसा कुछ सामना करना पड़ा हो... तो उसका उस पर असर हो सकता है...,कभी कभी तो ज्यादा ही असर हो कर उनके बिहेवियर में चेंज होना,किसी के प्रति नफ़रत पैदा होना,किसी को टारगेट कर बदला लेना....| "     बोलते बोलते ध्रुव रुक गया क्यों की सर्वाक्ष के चेहरे के हाव भाव बदल गए थे | तभी ध्रुव उसे समझाते हुए बोला,""_ अक्ष देखो.. मैं यह नहीं कह रहा हूं कि वह मानसिक रूप से अस्थिर है... ,लेकिन अगर वह इस तरह बरताव करेगी... तो हो सकता है उसके साथ कुछ गड़बड़ है | "   " और ऐसे में तुमने उसे कॉलेज भी भेजा है,और वह वही रहेगी भी are you sure अक्ष ? तुम यह सब सही कर रहे हो ?  "        ध्रुव की बात पूरा होते ही रवीश वहा आते हुए अक्ष से थोड़ा नाराजगी लहजे में बोला | रवीश को ना रात्रि पसंद थी और उसके लिए अक्ष को इतना सब कुछ करता देख उसे अच्छा भी नही लग रहा था |    " Mmmm....। "सर्वाक्ष ने बस ठंडेपन से ही गुनगुनाया |    रवीश एक गहरी सांस ले कर अपना सर ना में हिलाते हुए उनके बगल में ही आ कर बैठ गया |        वही सर्वाक्ष का आज मूड बिलकुल ठीक नही लग रहा था | वह उठ कर जाने को हुआ की तभी उसे याद आया की उसने आज सुबह रवीश को कुछ काम दिया था | वह रुक कर रवीश से पूछा ,""_ मैने तुम्हे कुछ पता करने को कहा था ? वह लड़की रावी मलहोत्रा का कुछ इनफॉर्मेशन मिला ? "    रवीश अपना सर ऊपर नीचे हिलाते हुए बोला ,""_ हां...मुझे लगता है आपको उस लड़की पर भरोसा नहीं करना चाहिए |     सर्वाक्ष ना समझी में उसे देखते हुए पूछा ,""_ मतलब ? "   रवीश ने कहा ,""_ माना की रात्रि को किडनैप करने में उस लड़की ने तुम्हारा हेल्प किया होगा,लेकिन वह लड़की पूरा गड़बड़ है,उसने कही बार रात्रि की नजरों में आए बिना ही रात्रि को फंसाने की कोशिश की है , रात्रि हर बार उससे बच कर निकली है,और मुझे आज गार्ड्स ने इनफॉर्म किया है की रात्रि ने उस पर पूरे क्लास में चिल्लाते हुए उसका इंसल्ट किया है | "   बोलते हुए रवीश आज क्लास में जो कुछ भी हुआ उसका वीडियो दिखाने लगा |     सर्वाक्ष का जबड़ा कस गया | उसने रावी की बातो पर आ कर रात्रि पर गुस्सा जो किया था | वह अपने दांत टटोरते हुए अपने मन में बोला,""_ मतलब मेरी रात्रि सच कह रही थी ..? Damn that girl..... उसकी हिम्मत कैसी हुई मेरे और मेरे रात्रि के बीच में आने की ? "    सर्वाक्ष का औरा एक दम से सर्द हो गया था | तभी रवीश ने कहा ,""_ क्या अब हमे उस लड़की का कुछ करना चाहिए | "   सर्वाक्ष ने मना करते हुए कहा ,""_ leave it..... उसे मैं बाद मे हैंडल कर लूंगा | "     सर्वाक्ष रूम के तरफ जाने को हुआ की तभी रवीश उसे फिर से रोकते हुए बोला ,""_ आज सुबह मीना ने कुछ पेपर्स दिया है,देखो कही यह तुम्हारे तो नही ? "   रवीश एक फाइल में रखे हुए कुछ पेपर्स निकाल कर सर्वाक्ष के हाथ में दिया जिसमे अलग अलग तरह के ज्वेलरी डिजाइन किया गया था | एक एक डिज़ाइन भी बेहद खूबसूरत और सलीके से किया था | और कोई भी कह नही सकता था की यह सब हैंडमेड ड्राइंग है |    सर्वाक्ष एक एक कर सारे डिजाइंस को देखने लगा | तभी रवीश ने कहा ,""_ कही यह सारे डिजाइन तुमने तो नही बनाया अक्ष ? मार्केट में इस तरह के डिजाइंस बहुत बड़े धाम में भीख जाएंगे | "     सर्वाक्ष ने कहा ,""_ मैं...मैंने ऐसे कुछ भी डिज़ाइन नहीं बनाया रवि | "  ध्रुव उठ कर उन डिजाइन को देखते हुए बोला ,""_ wow...these are so amazing....| "     सर्वाक्ष ने रवीश से कहा ,""_ मीना से पूछो,की उसे यह सारे डिजाइंस कहा से मिले ? "   रवीश ने उससे पहले ही पूछा था | वह बोला ,""_ कल शाम लाइब्रेरी में उसे यह सब मिले है |   " कल.....,कल लाइब्रेरी में पूरा दिन सिर्फ रात्रि ही थी | " अक्ष डिजाइंस देखते हुए बडबडा कर बोला |   तभी ध्रुव हैरानी से सर्वाक्ष से पूछा ,""_क्या उसने.., यह सारे डिजाइन बनाया? "   रवीश की भी आंखे चौड़ी हो गई थी | वह अपना नाक चढ़ाते हुए बोला ,""_ मुझे उम्मीद नहीं थी... वह ज्वेलरी  भी डिज़ाइन कर सकती है ? "   सर्वाक्ष के चेहरे पर प्राउड वाली स्माइल आ गई थी | आएगा भी क्यों नही ? उसकी लिटिल वाइफ टैलेंटेड जो साबित हुई थी |     वह बोला ,""_ यह सारे बहुत ही अमेजिंग है , मैं इसके बारे में उससे बाद में बात करता हु | "      सर्वाक्ष अपने रूम के तरफ चला गया |   हॉस्टल में ......        अब तक रात के 8 बज गए थे लेकिन दिन भर रात्रि सर्वाक्ष के बारे में सोचते हुए ,उसका डांट याद कर कर ज्यादा ही रोई थी | वह इस वक्त थक कर सो गई थी | लेकिन वह गहरी नींद में होते हुए भी कसमसाते हुए बार बार अपने आंखे भींच कर बंद कर रही थी |    उसके दिमाग में इस वक्त फिर से अतीत की यादें ताज़ा होने लगे थे | उसके दोनो हाथ कभी बेडशीट में कस जाते तो कभी अपने बालो में ,वह नींद में ही रोते हुए बडबडा भी रही थी |    " आह्ह... नहीं.. नहीं...,प्लीज.. मुझे.. जाने दो.. मत.. अअह्ह्ह..मत.... मत मारो.. मुझे.. मत मारो..... अह्ह्ह्ह्ह.....| "     अचानक से रात्रि चिल्लाते हुए उठ गई | उसका शरीर अब पूरी तरह पसीना पसीना हो गया था | डर से उसका शरीर भी कांप रहा था | वह रोते हुए अपना फोन उठा कर सर्वाक्ष को कॉल की |    खुराना मेंशन......,    सर्वाक्ष इस वक्त वाशरूम में था | लेकिन लगदार उसका फोन रिंग होने के वजह से वह जल्दी से बाहर आ कर फोन चेक किया |     कॉल उसकी रात्रि की ही थी | उसके चेहरे पर हल्की सी स्माइल आ गया | वह कॉल पिक कर उसे कुछ कहता उससे पहले ही उधर से उसे रात्रि की रोने की आवाज सुनाई दी | यह सुन अचानक से उसके माथे पर शिकन आ गए |    अक्ष....अक्ष.....| "     सर्वाक्ष ने जल्दी से कहा ,""_ रात्रि....what....what happened बच्चा....,तुम...,तुम ऐसे क्यों रो रही हो ? "     उधर से रात्रि रोते हुए अपनी कपकपाहट भरी आवाज में बोली,""_ अ....अक्ष ....अक्ष उसने मुझे मार डाला....अक्ष मुझे डर ....अक्ष.....| "  रात्रि को इतना पैनिक अटैक आ गया था की उसके मुंह से एक शब्द तक ठीक से नही निकल रहा था या यू कहे की उसे यह होश ही नही आ रहा था की उसने अभी अभी बस सपना देखा ,जो कोई भी उसे मार रहा था वह उसके साथ पिछले जन्म में हुआ है ,वह इस वक्त बिलकुल ठीक है |    रात्रि की बात सुन सर्वाक्ष का बेचैनी और घबराहट बढ़ गया था | वह बोला ,""_ मैं..., मैं आ रहा हूँ बच्चा..तुम.डरो मत..| "      सर्वाक्ष ने जल्दी से कार की चाबियाँ ली,और भागते हुए बाहर चला गया | रात्रि अभी भी रो रही थी और बार बार एक ही बाते दौराते जा रही थी |      " अक्ष.... ,अक्ष....वह..वह मुझे ढूंढ लेगा... ,और मुझे मार डालेगा अक्ष...... मुझे बचाओ .. अह्ह्ह्ह | " रोते हुए रात्रि यही सब बोले जा रही थी |   सर्वाक्ष कार को पूरा हाई स्पीड में चलाते हुए रात्रि की बाते सुन रहा था | उसका दिल उस लड़की की वजह से अब जोरो से धड़कने लगा था | रात्रि अभी भी रो रही थी तभी सर्वाक्ष बोला ,""_ बच्चा.... रो मत....,मैं.. ,मैं तुम्हारे साथ हूं..., चिंता मत करो , मैं अभी तुम्हारे पास पहुंच जाऊंगा | "    सर्वाक्ष ने उसका कॉल नही काटा था | वह रास्ते भर रात्रि को शांत करने की कोशिश करते हुए ही हॉस्टल पहुंचा लेकिन उसकी बीवी जरा भी शांत नही हुई थी |     सर्वाक्ष जल्दी से कार से बाहर आया | सर्वाक्ष के बॉडीगार्ड्स हॉस्टल के आस पास ही बिना किसी के नजरों में आए ही खड़े थे | जैसे ही उन लोगो ने सर्वाक्ष को देखा सब एक साथ उसके पास आए | लेकिन सर्वाक्ष को बस रात्रि की पड़ी थी | वह बिना रुके जल्दी से रात्रि की रूम के तरफ भाग गया |    वह फोन में अभी भी उसका कपकपाहट से भरी हुई रोने की आवाज ही सुन रहा था | वह जल्दी से रूम में जा कर रात्रि को देखा ,रात्रि बेड के नीचे एक कोने में सिकुड़ कर रोते हुए बैठी थी | वह कांप रही थी और उसका पूरा ध्यान फोन पर था क्यों की उसका अक्ष का कॉल जो लगा हुआ था |   सर्वाक्ष उसके पूरे रूम में नजर दौड़ाया | रात्रि के अलावा उस रूम में कोई था ही नही | सर्वाक्ष जल्दी से रात्रि के पास जाते हुए उसे आवाज लगाया ,""_ रात्रि.....| "  सर्वक्ष का आवाज सुनने का देर ही था की रात्रि एक दम जपट्टा मारते हुए अक्ष के बाहों में झूल गई | लेकिन उसका रोना अब और तेज़ हो गया था | वह सर्वाक्ष के गले में कसके अपने दोनो बाहें डाल कर उसके गर्दन में अपना चेहरा छुपाने लगी जैसे वह किसी से बच रही हो |    सर्वाक्ष उसके कपकपाहट को अच्छे से मेहसूस कर रहा था | वह उसके पीठ को रब करते हुए बोला ,""_ रात्रि...शांत हो जाओ बच्चा ,कुछ नही हुआ है देखो , मैं आ भी गया....रात्रि ...| "    रात्रि रोते हुए अपना पकड़ और कसते हुए बोली,""_ अक्ष...,अक्ष मुझे यहां अकेले नही रहना है .... ,वह मुझे मार डालेगा अक्ष.... मैं यहां नही रहना चाहती | "  सर्वाक्ष को समझ नही आ रहा था की उसकी बीवी बार बार किसके बारे में बात कर रही है ? कोन इसे मारना चाहता है ?      रात्रि जोर जोर से रोने लगी थी | वही सर्वाक्ष उसे अपने बाहों में झकड़ते हुए बोला ,""_ ठीक है..., मैं तुम्हें अपने साथ ही कल घर ले जाऊंगा, अब शांत हो जाओ | "    रात्रि अभी भी रो रही थी | वही सर्वाक्ष उसे अपने गोद में उठा कर बेड पर लेटाने को हुआ लेकिन रात्रि ने उसके कालर कसके पकड़ लिया था | वह रोते हुए उससे बोली,""_ मत जाइए अक्ष प्लीज......| "    सर्वाक्ष जूते उतार कर उसके बगल में ही आ कर लेटते हुए बोला ,""_ नहीं बच्चा...., मैं कहीं नहीं जा रहा | "   रात्रि सुबकते हुए पूरी तरह सर्वाक्ष के बाहों में चुप गई | वही सर्वाक्ष उसके माथे पर किस कर उसके पीठ रब करने लगा | रात्रि धिरे धिरे शांत होने लगी | उसका कपकपाहट भी अब कम होते जा रहा था |   थोड़ी देर बाद सर्वाक्ष को जैसे ही लगा की रात्रि अब नॉर्मल हुई है ,तो वह अपने सीने में छुपे हुए उसके चेहरे को ऊपर उठा कर उससे धीरे से पूछा ,""_ are you ok now ? "     रात्रि अपना चेहरा उसके सीने में वापस से छुपाते हुए बोली,""_ mmmm....| "   सर्वाक्ष उसके बालो में किस करा | फिर उसके पीठ सहलाते हुए पूछा ,,"_wifey ..मुझे बताओ... तुम्हें यह बार बार बुरा सपना क्यों आता है....?  क्या कुछ हुआ था तुम्हारे साथ ? मैं तुमसे बहुत प्यार करता हु बच्चा,मैं तुम्हारा रक्षा करना चाहता हूं..., अगर तुम मुझे नहीं बताओगे... तो मैं कैसे करूंगा ? मुझे बताओ....? "    रात्रि ने उसे कोई जवाब नही दिया | सर्वाक्ष उससे अलग हो कर उसे देखा ,रात्रि अब सो गई थी | यह देख सर्वाक्ष के चेहरे के हाव भाव बदल गए | वह थोड़ी देर चुप रहा ,फिर उसके माथे पर किस कर बोला,""_ठीक है wifey...,सो जाओ... मैं खुद ही पता लूंगा | "   रात्रि सोई नही थी वह बस सोने की नाटक कर रही थी | वह अपने मन में बोली,""_ i am sorry अक्ष..., मैं आपको कभी यह बात बताना नहीं चाहती..., क्योंकि बताने के बाद... शायद आप मुझसे नफरत करने लगेंगे... और मैं नहीं चाहती कि आप मुझसे नफरत करें... ,मैं बस इतना चाहती हूं कि आप ऐसे ही मुझसे प्यार करें ...,और मैं जल्द ही इस ट्रोमा से उबर जाऊंगी i promise | "   क्या होगा आगे इनकी जिंदगी में ? वह कोन था जो रात्रि को पिछले जन्म में मारा था ? आगे इस कहानी में क्या होगा ? जानने के लिए पढ़ते रहिए ,

Share This Chapter