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Chapter 30

chapter 30

Cruel Psycho hubby (Completed)

🌸अगले दिन🌸रजत आज आरोही के लिए नाश्ता रूम मै ही मागवा लेता है और आरोही को खिला रहा होता हैआरोही रजत को देख कर बोली रजत क्या आप मेरी ऐसे ही केयर करोगे नारजत मुस्करा कर जब तक तुम मेरी सब बात मानोगी तब तक तुम मेरे सिर और दिल की धड़कन बन कर रहोगीआरोही और अगर बात न मानी तोरजत एक दम से गुस्सा हो गया और बोला वाइफ हो तुम मेरी पति की बात माना पत्नी का हक है और मेरे सामने नज़रे झुका कर बात किया करोआरोही की आखों मै आसू आ गए और उसने नजरे झुका लीरजत मुस्करा कर तुम इन सब बातो को छोड़ दो सिर्फ तुम ही मेरा प्यार हो जोधा या कोई और लड़की नही तुम बस हमारे बेबी का ध्यान रखोआरोही हा मै गर्दन हिला देती है तो रजत आरोही के सिर पर किस कर देता है और बोला फिर चलो राजदरबार और रजत आरोही का हाथ पकड़ कर राजदरबार ले आता है और बडी महारानी की गद्दी पर बैठा देता है की तभी जोधा आ जाती है और बोली इस राज गदी पर मेरा हक है रजत दांत पिसते हुए इस गदी पर हक मेरी वाइफ का है और वो बैठी है तुम्हे दूसरी साइड बैठना होगा और फिर तीनो एक साथ बैठ जाते हैआरोही रजत और जोधा को एक साथ बैठे देखती है और दुखी हो जाती है की तभी रजत आरोही को देख कर कान मैं बोला आरोही फिकर ना करो तुम्हारी जगह कोई नही ले सकताकी तभी जोधा अपनी जगह से उठ जाती है और बोली हम बड़ी महारानी आरोही को chllange देते है अगर महारानी आरोही chess की गेम मै मुझसे हार गई तो बडी महारानी की गद्दी मेरी होगी और अगर हम हार गए तो महारानी आरोही की कोई एक बात मानी जाएगीआरोही एक दम से डर गई और रजत को देखने लगी रजत आरोही को देख कर बोला ये चैलेंज तुम ही जितना वरना याद रखना तुम्हे वो सजा दूंगा की तुम झेल नही पाओगीआरोही एक दम से डर गई और नजरे झुका ली और लंबी लंबी सास लेने लगी और मन मै बोली रजत मुझे फिर से दमकी देने लगे है और मन मै ही रोने लगीरजत मुकरा कर अपनी जगह से उठा और बोला जब दोनो महारानी त्यार है इस गेम मै तो ये गेम खेली जाएगी फिर दोनो को आमने सामने बैठा दिया और बीच मैं chess की game लगा दीआरोही जोधा एक दूसरे को देख कर बोले तो त्यार है महारानीतो दोनो साथ मैं बोली बिल्कुल त्यार है आपको हराने के लिए और दोनो गेम को देखने लगेकी तभी रजत ने गेम सुरू करने का इशारा किया और ऐसे ही गेम सुरू हो गई आरोही का ध्यान तो सिर्फ रजत की बातो मै ही था और जोधा का ध्यान राज गढ़ी पर थावही नीरज, नीरज के मॉम डैड डेविल स्माइल के साथ बोले आज तो आरोही पक्का हर जायगी आरोही जोधा को हरने लगी और रजत को देखने लगी रजत मुस्कुराने लगावही जोधा डेविल स्माइल करने लगी और जान बूझ कर हारने लगीदेखते ही देखते दोनो के बीच एक युद्ध सुरू हो गया और दोनो एक दुसरे को हराने के लिए किसी भी हद तक जाने को त्यार हो गएवही रजत मन मै बोला आरोही सिर्फ तुम्हे ही जितनी है ये गेम तुम्हे ही हक है सिर्फ राज गढ़ी और मेरे दिल में रहना का अगर आज तुम हार गई तो गढ़ी तुम्हारे हाथो से चली जायगी इसका मतलब सारी power जोधा के हाथो मैं आ जायगीवही आरोही मन मै बोली अगर आज मैं नही जीती तो रजत मुझे जान से मार देंगे और आखों मै आसू आ गए और बोली मुझे अपने बच्चे के लिए लड़ना ही पड़ेगा और रजत के लिए भीदेखते ही देखते जोधा चाल पर चाल और चीटिंग पर cheating करती गईऔर आरोही देखते ही देखते हारती गई आरोही गेम खेलते हुए रजत को देखती है रजत आरोही को आखों ही आखों मै डरा देते है जिसे आरोही की रूह एक दम से काप जाती है और आरोही नजरे झुका लेती है और गेम पर ध्यान देने लगती है वही जोधा रजत को देख कर मन मै बोली आज से ये बड़ी गढ़ी सिर्फ जोधा की होगीऔर देखते ही देखते जोधा आरोही को मात दे देती हैआरोही की सास पूरी अटक जाती है उसकी रूह तक कप जाती है और वो गेम जितने ही पूरी कोशिश कर रही होती है लेकिन आज उसका दिल रजत के खोफ से डर रहा होता हैआरोही के राजा को जोधा पूरी तरह से चोरों और से फसा कर बोली जैसे इस गेम मै राजा को दूसरी रानी जीत गई है वैसे ही रियल लाइफ मैं भी महाराज रजत सिर्फ जोधा के होगेऔर उठ कर खड़ी हो कर बोली हम गेम जीत गए है महाराजआरोही भी अपनी जगह से उठ जाती है और खड़ी हो जाती है और रजत के सामने नजरे झुका लेती हैरजत अपनी जगह से उठ कर बोला अब से आप बडी गढ़ी पर बैठेगी और आरोही को देख कर बोला आज से आप छोटी गढ़ी पर बैठेगी महारानी आरोहीआरोही तो रजत की तरफ देख भी नही रही होतीजोधा जा कर सीधा बड़ी गंदी पर बैठ कर बोली जैसे आज ये गढ़ी मेरी हुई है वैसे ही एक दिन महाराज मेरे होगे और डेविल स्माइल करने लगीवही नीरज ये सब देख कर अपनी मॉम से बोला आरोही काफी कच्ची खिलाड़ी निकलीनीरज की मॉम मेरी होने वाली बहू जितना हारेगी उतना ही रजत से दूर होगी और मेरा अनमोल फिर आरोही को अपने प्यार के जाल मैं फसा कर शादी कर लेंगेनीरज डेविल स्माइल करने लगा और बोला रजत उपर होगा और हम नीचे राजस्थान पर मजे और राज करेगे दोनो डेविल स्माइल करने लगेरजत आरोही को गुस्से वाली नजरो से देखते हुए आरोही के पास आया और आरोही का हाथ जोर से पकड़ कर राजदरबार से निकल गया 🌸Like comment follow ker lo guys🌸

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