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Chapter 13

chapter 13

Love With My Beast Husband

 अब आगे .....     रात्रि इस वक्त अपने चेहरे को ढक कर रोते हुए गार्डन में बैठी थी | की तभी उसे मेहसूस हुआ की उसे किसी ने पीछे से अपने बाहों में भर लिया है | वह रोना बंद कर उसके ओर मुड़ने को हुई ,तभी उसे सर्वाक्ष की बेहद भारी आवाज सुनाई दिया,    " तुम यहा आ कर इस तरह रो क्यों रही हो रात्रि ? "    रात्रि की आंखे अभी भी नम थे | वह मुड़ कर सर्वाक्ष को देखी, सर्वाक्ष उसे ही बिना भाव के देख रहा था,लेकिन उसके चेहरे पर गुस्सा साफ साफ झलक रहा था |     वही रात्रि अपने सर नीचे झुका कर रुंधली सी आवाज में मगर वह शिकायत भरी लहजे में बोली,""_आ... आपने मेरे अलावा किसी और को अपने करीब आने क्यों दिया ? आप सिर्फ मेरे है अक्ष,आप ऐसे कैसे कर सकते है ?"     सर्वाक्ष के होंठ मुड़ गए लेकिन उसने जवाब में रात्रि को कुछ नही कहा | वही रात्रि अपने दोनो हाथों को आपस में ही उलझा कर अजीब तरह से रब करते हुए अपना सर झुका कर ही बैठी थी | वह सर्वाक्ष का जवाब सुनना चाहती थी, वह चाहती थी की सर्वाक्ष उसे मनाए ,लेकिन सर्वाक्ष उसके सामने बैठा जरूर था लेकिन वह ना उसे कुछ कहा और नाही उसे मनाया |      रात्रि अपने चेहरा ऊपर उठा कर सर्वाक्ष को देखी,वह इंसान अपनी बेजान आंखो को अभी भी उस पर ही टिका कर बैठा था |  रात्रि थोड़ी देर उसे देखी,फिर खुद ही उसके बाहों में जाते हुए गुस्से से बोली,""_ आप मेरे पति है ,मैं आपको किसी को दूंगी नही ,और अब उस सेजल पाजल को तो मै बिल्कुल नही छोडूंगी,उसकी हिम्मत भी कैसे हुई आपके करीब आने की ?  "      रात्रि सीधे सर्वाक्ष के सीने से जा लगी | वही सर्वाक्ष की आंखे कसके बंद हो गए थे | वह उसके पीठ को सहलाते हुए बोला,""_ वह सिर्फ़ मेरी एक एंप्लाय है रात्रि,उसके साथ मेरा कोई रिश्ता नही है | "   रात्रि हैरानी से अपना सर ऊपर कर सर्वाक्ष को देखने लगी | वही सर्वाक्ष उसके गालों पर टेहरी हुई आंसुओ को साफ करते हुए आगे बोला ,""_ और एक बात....,मेरे करीब आने की इजाज़त सिर्फ़ तुम्हे है ,हर किसी को नही ......समझी ? "     रात्रि हैरानी से सर्वाक्ष को देख रही थी | अगर सेजल के साथ उसका कोई रिश्ता नही था, तो वह उसे इतनी देर तक रुलाया क्यों ? वह गुस्से से बोली,""_ फिर आपने मुझे इतनी देर तक रुलाया क्यों अक्ष...? "   सर्वाक्ष का आईब्रो रेंज हुआ | वह उसके बाजू कसके पकड़ कर अपने करीब खींचते हुए गुस्से से अपनी बात चबाते हुए बोला ,""_ क्यों की तुमने मुझसे सवाल ही बेवकूफ भरा किया था ? क्या पूछा था तुमने....? हा  ? वह मेरे कितनी करीब है ? Have you lost your mind ? पति से कोई इस तरह का सवाल करता है ? "     रात्रि का मुंह बन गया लेकिन उसे सर्वाक्ष पर इतना गुस्सा आ रहा था की वह उसका सर फाड़ दे | वह बोली,""_ लेकिन.... अ....अक्ष... वह आपको देख रही .....? "  " हर कोई मुझे देखता रहता है बीवी,इसका मतलब यह नहीं की वह मेरे करीब आता है | " सर्वाक्ष रात्रि की सवाल को बीच में ही काट कर थोड़ा बेरूखी सी जवाब में बोला | उसे सच में रात्रि की सवाल से गुस्सा आया था | लेकिन उसे नही लगा था की उसकी बीवी उसके लिए इतना रो देगी ,जाहिर सी बात थी वह रात्रि पर अब तक भरोसा नहीं कर पा रहा था |    सर्वाक्ष उठ कर रात्रि को देखने लगा | जैसे कह रहा हो की अब उठ भी जाओ | वही रात्रि का मुंह बन गया था | वह जिद्दीपन से अपने दोनो हाथ उसके तरफ बढ़ा दी जैसे कह रही हो की उसे गोद में उठा ले | सर्वाक्ष उसे थोड़ी देर घूरा फिर बिना कुछ कहे उसे अपने गोद में उठा कर घर में ले जाने लगा |    रात्रि लगातार उसके ओर देखने लगी थी | सर्वाक्ष बहुत ही हैंडसम और हद से ज्यादा एरोगेंट लड़का था | लेकिन रात्रि को उसका हर रूप पसंद था | वह उसके कंधे पर अपना सर टिकाने को हुई लेकिन तभी उसके कान ध्रुव की कुछ बाते सुनाई दी |     रात्रि हैरानी से मुड़ कर ध्रुव को देखी,ध्रुव उनके थोड़ी ही दूरी पर खड़ा था ,लेकिन वह फोन पर किसी से बात कर रहा था ,वह इस वक्त जिस इंसान का जिक्र करा था उसका नाम सुन रात्रि की चेहरे के हाव भाव बदल गए थे |     सर्वाक्ष रात्रि को ले कर अंदर गया,वह अपने रूम के तरफ जाता तभी रात्रि उसके गोद में छटपटा कर उतरने की कोशिश करते हुए बोली,""_ अक्ष....,मुझे नीचे उतारिए न.| "   सर्वाक्ष की आइब्रोज सिकुड़ गए | यह लड़की बाहर खुद ही उसके गोद में आने जिद्द कर रही थी लेकिन अब ऐसे छटपटा रही थी जैसे उसने ही उसे जबरदस्ती अंदर लाया हो | सर्वाक्ष उसे नीचे उतार दिया |    रात्रि मुड़ कर ध्रुव के पास जाती की तभी उसे रवीश की स्वीट सी आवाज सुनाई दी ,""_ भाभी...,आप आ गई ? "    रात्रि मुड़ कर रवीश के ओर देखने लगी | वही सर्वाक्ष की नज़र भी उस पर ही गया था | रवीश के बातो में और उसके चेहरे पर इस वक्त रात्रि के लिए कोई मन मुटाव नजर नहीं आ रहा था | रात्रि भी इस बात से ही हैरान थी, क्यों की रवीश को वह बिलकुल पसंद नही थी | वह सर्वाक्ष का हाथ पकड़ते हुए पूछी ,""_ इन्हे अचानक क्या हुआ अक्ष ? "    सर्वाक्ष ने कोल्ड वाइस में रवीश का नाम लिया ,""_ रवीश....? "   रवीश हल्के गुस्से से कहा ,""_ भाई,आप मेरे और भाभी के बीच में मत आओ....| "   बोलते हुए रवीश सर्वाक्ष को इग्नोर कर रात्रि से बेहद प्यार भरी टोन से कहा ,""_ भाभी..Give me all sketch books....,I am going to launch all your designs (भाभी...आप मुझे सभी स्केच बुक दे दो....,मैं तुम्हारे सभी डिजाइंस को लॉन्च करने जा रहा हूँ  ) "     रात्रि की चेहरे पर cute सा स्माइल आ गया | वही अब तक ध्रुव भी अंदर आ गया था | रवीश का अचानक से बदला हुआ बिहेवियर देख वह अपने आंखे फाड़े उसे ही देख रहा था | वह अपने मन में बोला ,""_ why this sudden change ? " ( अचानक से यह बदलाव क्यों ? ) "  वही रात्रि रवीश से बोली,""_ सारे सेक्स बुक्स को मीना ने संभाल कर रखा है रवीश भाई,आप उससे पूछ लीजिएगा | "  " थैंक यू भाभी....|" बोलते हुए रवीश रात्रि को गले लगाना चाहा लेकिन उससे पहले ही सर्वाक्ष उसके कालर पकड़ कर पीछे हल्के से पीछे धकेल दिया | रवीश ने उसे घूर कर देखा ,लेकिन सर्वाक्ष उसे पहले से ही खा जानेवाली नजरो से घूर रहा था | क्यों की वह उसकी बीवी है,और उसे छुने का हक सिर्फ उसका है |     रवीश लाचारी से रात्रि को देखा ,रात्रि स्माइल करते हुए अपने पोसेसिव बीस्ट हसबैंड को देख रही थी | वह फिर बोली,""_ मैं फ्रेश हो कर आती हु | "   सर्वाक्ष ने बस पलके झपकाली | वही रात्रि रूम के तरफ चली गई | वही रवीश सर्वाक्ष से अपना कालर छुड़वाते हुए बोला ,""_ तुमने डायमंड कंपनी के बारे में कुछ सोचा ? मैं भाभी की सारे डिजाइंस लांच करना चाहता हु | "    सर्वाक्ष उससे कहा ,""_ mmmm ...,हम इसके बारे में बाद में सोचेंगे,तुम पहले डिजाइंस लॉन्च कर दो | "      सर्वाक्ष जाने को हुआ की तभी ध्रुव उसे रोकते हुए कहा ,""_ अक्ष... ,तुमने कहा की भाभी कल रात फिर से ....? "     ध्रुव ने अपनी सवाल को अधूरा ही छोड़ दिया क्यों की सर्वाक्ष को समझ आ गया था | कल रात हॉस्टल में रात्रि को जिस तरह पैनिक अटैक आया था उस बारे में उसने ध्रुव से कहा था | तो इस वक्त ध्रुव उसी बारे में सर्वाक्ष से पूछ रहा था |    सर्वाक्ष ने कहा ,""_ mmm..., पता नही क्या अजीब बात है ध्रुव,मेरे जाने से पहले वह बहुत डरी हुई थी ,रो रही थी, लेकिन मेरे वहां पहुंचने के बाद.. ,वह मुझे गले लगाते हुए ही शांति से सो गई |   यह सुन ध्रुव ने जवाब में कहा ,""_ यह अजीब नहीं है अक्ष.... ,एक्चुअली बात यह है की..... वह तुम्हारे आसपास खुद को सेफ महसूस करती है...,उसके मन में यह बात बैठ गया है की तुम उसकी रक्षा करोगी ही... इसीलिए...,उसे तुम्हारी ज़रूरत है | "   ध्रुव की बात सर्वाक्ष को सही लगा | क्यों की वह कुछ दिन से यह भी नोटिस करा था,वह लड़की उसके बाहों में आते ही शांत हो जाती थी ,उसका रोना, डर सबकुछ उसके करीब रहने से पल भर में ही गायब हो जाता था |   वही ध्रुव ने आगे कहा ,""_ अक्ष....,फिर भी तुम उससे पूछने की कोशिश करो कि आखिर उसका बुरा सपना क्या हैं...? या फिर अब सच जानने के लिए हमे ही उसे हिप्नोटाइज करना होगा...| "  सर्वाक्ष अपने रूम के तरफ देखने लगा जहा उसकी बीवी जा रही थी | सर्वाक्ष ने कहा ,""_ I think ....,वह एक दिन मुझे सब बताएगी | "  "  Hope so....." बोलते हुए ध्रुव अपने रूम के तरफ चला गया | वही सर्वाक्ष भी अपने रूम के तरफ जाने लगा लेकिन तभी उसका फोन बज उठा | वह रुक कर अपना फोन चेक किया ,अचानक से उसके चेहरे के हाव भाव डार्क हो गए | वह फिर सीधे अपने स्टडी रूम में चला गया |     थोड़ी देर बाद रात्रि फ्रेश हो कर बाहर आई | रूम में सर्वाक्ष अभी तक नही आया था | यह देख वह रूम से बाहर चली गई |      डाइनिंग एरिया में इस वक्त रवीश और ध्रुव ही थे | यह देख रात्रि पूरे विला में अपने नज़रे दौड़ाते हुए सर्वाक्ष को डूंडन लगी | वही इस वक्त मीना किचन रूम के तरफ जा रही थी | लेकिन उसकी नजर रात्रि पर गई थी, जो किसी को ढूंढ रही थी | मीना को समझ आ गया था की रात्रि किसे ढूंढ रही है ? वह उसके पास जा कर बोली,""_ Missy...., बॉस इस वक्त स्टडी रूम में है | "   " अच्छा...."  रात्रि ने स्टडी रूम के तरफ देख कर कहा | वह फिर स्टडी रूम के तरफ जाती उसके कान में ध्रुव और रवीश की आवाज सुनाई दी | वह दोनो आपस में ही कुछ बहस कर रहे थे | रात्रि मुड़ कर ध्रुव को देखी,वह कब से उससे कुछ बताना चाहती थी लेकिन वह थोड़ी देर पहले बातो बातो में भूल गई थी |    रात्रि धीरे से चल कर डाइनिंग एरिया में गई | रवीश और ध्रुव अभी भी अपने बातों में उलझे हुए थे | रात्रि जा कर ध्रुव से बोली,""_ ध्रुव भाई.....? "   ध्रुव और रवीश ना समझी में रात्रि की तरफ देखने लगे | रात्रि थोड़ा हिचकिचा रही थी ,क्यों की उसे पता था ध्रुव या रवि दोनो उसे ना पसंद करते है और नाही उस पर कोई भरोसा करने वाले है | लेकिन उसका कुछ बताना जरूरी था | तो वह थोड़ा झिझकते हुए ध्रुव से बोली,""_ ध्रुव भाई..small advice है but really good for you ( मै आपको छोटी सी सलाह देना चाहती हू और यह आपके लिए अच्छी भी है ) "   ध्रुव उससे पूछा ,""_ advice ? What is it ? "    रात्रि बोली,""_ आपके अस्पताल में आज जो नया डॉक्टर आई है.., उसके ज्यादा करीब मत जाओ | "    ध्रुव को बिलकुल यह बात समझ नही आया की क्या रात्रि किस नए डॉक्टर की बात कर रही है? ध्रुव ने उससे फिर पूछा ,""_ आपका कहने का क्या मतलब है भाभी ? मैं कुछ समझा नहीं | "     रात्रि बोली,""_ आपको जल्दी ही सब पता चल जाएगा भाई,please आप उससे दुर रहना ...| "      रात्रि इतना बोल कर वहा से किचन के तरफ चली गई | ध्रुव अभी भी उसे ही कन्फ्यूज हो कर देख रहा था | तभी उसकी नजर सर्वाक्ष पर गई जो सीढ़ियों के पास ही खड़ा था | और उसने भी रात्रि की बात सुन ली थी और उसकी नजर किचन की तरफ था जहा अभी अभी उसकी बीवी गई थी |    ध्रुव उठ कर सर्वाक्ष के पास जाते हुए पूछा ,""_ भाभी का कहने का क्या मतलब था अक्ष ?   सर्वाक्ष को भी रात्रि की बात कहा समझ आई थी ? वह अपना कंधा उचकाते हुए बोला ,""_ i don't know...| "    वही रवीश ने भी कहा,""_ मुझे भी भाभी की बात समझ ही नही आई,उनका कहने का आखिर मतलब क्या था ? "    रात्रि की एक बात ध्रुव को अजीब सी उधेड़बुन में फसा दिया था | वह बड़बड़ाते हुए बोला ,""_ नए डॉक्टर... हाँ...डॉक्टर शालिनी...,वह अभी अभी अप्वाइंटेड हुई है...लेकिन what's wrong with her ? बस आज ही तो उससे मिला हू,वह kind hearted हैं..लेकिन रात्रि भाभी..., भाभी ज्यादा ही सीरियस टोन में बात कर रही थी ? Mmmm... मुझे एक बार जांच करनी चाहिए | "  ध्रुव रूम के तरफ चला गया | रवीश इधर उधर टहल रहा था क्यों की उसने आज ज्यादा ही खा लिया था | वही सर्वाक्ष के कदम अपने आप ही किचन रूम के तरफ बढ़ गए थे |       किचन में मीना बाउल में खाना रख रही थी | वही किचन काउंटर को टिक कर खड़ी हुई रात्रि अपने ही सोच में घूम थी | वह अपने मन में बोली,""_ i hope ध्रुव भाई को मेरी बात समझ आ गई होगी ? वह बस उस लड़की की जाल में ना फंस जाए.....जैसा कि मुझे याद है,पिछले जन्म में... ,वह लड़की ध्रुव भाई को अपने प्यार के जाल में फंसा कर ,उन्हे यूज करते हुए हॉस्पिटल में इल्लीगली ऑर्गन ट्रास्पलेंट करती थी,... अंत में जब पुलिस को इस बारे में पता चला..,तो सारा दोष ध्रुव भाई पर आया...,इससे हॉस्पिटल में उनकी सारी रेपुटेशन खराब हो गई और अंत में वह नशे का आदी हो कर अपने दिमागी हालत खो दिया | "     रात्रि एक गहरी सांस लेते हुए मुड़ कर बाहर जाने को हुई की उसे सामने ही सर्वाक्ष दिखा,जो उसके बेहद करीब खड़ा था...., लेकिन उसे ही बेहद गहराई से देख रहा था | जब से शादी हुई थी तब से रात्रि अपने अजीब हरकतों से उन तीनो को उलझा कर रख दिया था | ना सर्वाक्ष रात्रि को समझ पा रहा था और नाही रवीश और ध्रुव.....!!!      सर्वाक्ष उसके इर्द गिर्द अपने दोनो हाथ रख कर उसके ऊपर झुकने लगा ,रात्रि आस पास देखी,उसके साथ मीना भी थी लेकिन सर्वाक्ष के आते ही वह बाहर चली गई थी | रात्रि फिर सर्वाक्ष के आंखो में देखने लगी , सर्वाक्ष उसके इतना करीब आ गया था की रात्रि उसके गरम सांसों को अपने चेहरे पर मेहसूस करने लगी थी | वह बेचैनी से अक्ष को देख उसका नाम ली,""_ अक्ष.....mmm..| "   रात्रि की धड़कने तेज हो गए थे | क्यों की अब सर्वाक्ष के होंठ रात्रि के इयरलोब पर घूम रहे थे | वह रात्रि से पूछा, ,""_ wifey ...क्या चल रहा है तुम्हारे दिमाग में ? "         रात्रि हैरानी से अपनी बड़ी बड़ी आंखे बार बार झपकाते हुए बस सिहरते हुए खड़ी थी | वही सर्वाक्ष उसके खुले कमर में उंगलियां फिराते हुए उसके कान को चूम रहा था | रात्रि की दोनो अब हाथ सर्वाक्ष के शर्ट को अपने मुट्ठी में भर लिया,उसका चेहरा अपने आप ही एक तरफ झुक गया थी क्यों की सर्वाक्ष के होंठ उसके बाएं गाल और इयरलोब पर hu घूम रहे थे |    क्या होगा आगे इस कहानी में ? रात्रि का क्या सच है ? सर्वाक्ष और रात्रि की कहानी में अब कोनसा मोड़ आएगा ? जानने के लिए पढ़ते रहिए  Â

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