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Chapter 17

chapter 17

Love With My Beast Husband

 अब आगे .....,     सर्वाक्ष गुस्से से उठ कर बालकनी में चला गया था | रात्रि को समझ ही नही आया था की सर्वाक्ष अचानक से गुस्सा क्यों हो गया ? वह भी उठ कर बालकनी में चली गई |     सर्वाक्ष गुस्से से सिगरेट का लंबे लंबे कश भर रहा था | और उसका एक हाथ रेलिंग पर गुस्से से कस गया था | तभी उसे अपने सीने में रात्रि की दो हाथ रेंगते हुए मेहसूस हुआ ,वह उसके दोनो हाथ पकड़ कर उसे अपने सामने किया |   रात्रि मासूमियत से उसे देखते हुए हल्के से मुस्कुराई | सर्वाक्ष के होंठो के बीच अभी भी सिगरेट था | वह बस उसे बिना भाव के देख रहा था | तभी रात्रि उसके बेहद करीब जा कर सिगरेट को नीचे फेंकते हुए बोली,""_ सुबह सुबह सिगरेट पीना अच्छी बात नहीं है अक्ष...| "   सर्वाक्ष ने रात्रि को एक नजर ऊपर से नीचे तक देखा | रात्रि सिर्फ सर्वाक्ष के एक व्हाइट शर्ट में थी जो सिर्फ उसके ताहि तक ही आ रही थी | और शर्ट के दो तीन बटंस भी ओपन थे | सर्वाक्ष ने हल्के से अपने अंगूठे की नाकून चबाते हुए रात्रि से बेहद husky voice में बोला,""_ दुपहरे का वक्त है बीवी....और....तुम ......? "     बोलते हुए सर्वाक्ष रात्रि का कालर को कसके पकड़ कर अपने करीब खींचा | रात्रि को इसकी उम्मीद नही थी और वह सीधे जा कर उसके सीने से जा लगी |     " अअह्ह्ह्ह्ह.. सर्वाक्ष.....| "     सर्वाक्ष हल्के से झुक कर रात्रि की निचले होंठो को चबाते हुए बोला,""_ You are too sexy bivi  ? ऐसा लग रहा है की रात भर मैने तुमसे कुछ किया ही नही है | "      सर्वाक्ष के एक एक बात भी रात्रि की बदन में गुसबंप्स उठा रहा था | वह सिहरते हुए सर्वाक्ष से अपने होंठो को रिहा कर बोली,""_ mmmmm ... आ ..... आपने कल रात मुझे बहुत तंग किया है अक्ष....,अब आप पूरे एक हफ्ते तक मेरे करीब नही आएंगे | "   What....? " सर्वाक्ष के बाहें तन गए थे | वही रात्रि का मुंह बन गया था | वह मुंह बनाते हुए बोली,""_ रात भर आपने जो मेरे बदन में मास्टरपीस ( लवबाइट्स) छोड़े है ना ? वह सब ठीक होने मे एक हफ्ता तो लग ही जाएगा अक्ष...इसीलिए आप अब मेरे करीब मत आइएगा | "    सर्वाक्ष उसे कमर से पकड़ कर अपने आपसे चिपकाते हुए बोला ,""_ और तुम्हे लगता है तुम्हारी बाते मानूंगा ? "   " बिलकुल मानेंगे...आपको मानना ही पड़ेगा अक्ष | " बोलते हुए रात्रि उसे खुद से दूर धखेल कर रूम में चली गई | वही सर्वाक्ष की दांत भींच गए थे | वह चिड़ते हुए रात्रि के पीछे पीछे ही चला गया |        शाम का वक्त....      रात्रि लेटे लेटे ही फोन को स्क्रोल कर रही थी | तभी रूम का डोर खुला,रात्रि ने एक नजर डोर के तरफ देखा फिर अपने फोन में busy हो गई |     सर्वाक्ष ही रूम के अंदर आ गया था ,लेकिन वह फोन पर किसी से बात कर रहा था | उसने भी रात्रि को एक नजर देखा फिर जा कर सोफे पर बैठ के अपना लैपटॉप ओपन करने लगा |     रात्रि बार बार सर्वाक्ष के तरफ देख रही थी | लेकिन सर्वाक्ष उसे देख ही नहीं रहा था | वह उठ कर उसके पास गई | सर्वाक्ष फोन साइड में रख कर अब अपने लैपटॉप में काम करने लगा था | रात्रि उसके बेहद करीब बैठते हुए धीरे से उसका नाम ली,""_ अक्ष.....| "  सर्वाक्ष ने ना उसके तरफ देखा और नाही उसे कोई जवाब दिया | रात्रि मासूमियत से अपने आंखे टिमटिमा कर बस सर्वाक्ष को देख रही थी | वह अपने मन में बोली,""_ मैने इन्हे खुद से दूर रहने क्या कहा यह तो मुझसे नाराज ही हो गए ? यह नाराज कैसे हो सकते है ? रात भर किसी बीस्ट की तरह मुझे पूरा का पूरा खा गए थे और अब ऐसे मुंह फुलाए है जैसे मैंने इन्हे कुछ कह कर गुनाह ही कर दिया हो ? "    रात्रि अजीब सा मुंह बनाते हुए अपने में ही बडबडा रही थी | उसके बदन में सर्वाक्ष की वजह से बहुत दर्द हो रहा था तो वह आज पूरा दिन सर्वाक्ष को जरा भी अपने करीब आने नही दी थी | वही सर्वाक्ष भले ही उसके तरफ देख नही रहा था लेकिन उसका पूरा ध्यान उसकी छोटी गिलहरी पर ही था |   थोड़ी देर ऐसे ही सर्वाक्ष को जी भर के कोसने के बाद रात्रि मासूमियत से उसके शर्ट के स्लीव्स खींचते हुए बोली,""_ अक्ष सुनिए ना ? "     सर्वाक्ष ने इस बार भी कुछ नही कहा और नाही उसके ओर देखने का कष्ट उठाया | रात्रि को गुस्सा आ गया | वह गुस्से से सर्वाक्ष का कालर पकड़ कर,अपने तरफ खींचते हुए  चिल्ला कर बोली,""_ अक्ष आप मुझे सुन भी रहे है ? "    सर्वाक्ष का औरा एक दम से डार्क हो गया | इस लड़की की हिम्मत कैसे हुई उसके कालर पकड़ने की | रात्रि उसे गुस्से से मगर चिड़ते हुए देख रही थी लेकिन सर्वाक्ष का औरा एक दम से सर्द होता देख उसका पकड़ अपने आप ही सर्वाक्ष के कालर में ढीला हो गया |     वह सहमी नजरों से उसे देखते हुए बोली,""_ आ आप बहुत बुरे है अक्ष.....आप इस तरह मुझे इग्नोर कैसे कर सकते है ? "   बोलते हुए रात्रि का चेहरा रूवास सा हो गया था | और वह उठ कर रूम से बाहर चली गई | सर्वाक्ष कसके अपने आंखे भींच कर खुद को शांत करा फिर उठ कर वह भी बाहर चला गया |    रात्रि को इस वक्त भूख लगी थी | तो वह सीधे किचन में जा कर फ्रिज में कुछ डूंडने लगी | फ्रिज में बहुत सी फ्रूट्स रखे गए थे लेकिन वह आइसक्रीम और चैकोलेट्स ढूंढ रही थी |    Missy आपको कुछ चाहिए ? " मीना किचन में ही थी | रात्रि को इस तरह फ्रिज में ढूंढता देख उसने रात्रि से पूछा |   रात्रि मुड़ कर मीना से बोली,""_ मुझे आइसक्रीम और चैकोलेट्स......| "    रात्रि बोलते बोलते रुक गई | क्यों की मीना रात्रि के पीछे खड़े सर्वाक्ष को देख ग्रीट कर रही थी | रात्रि मुड़ कर देखी, सर्वाक्ष डोर को टिक कर उसे ही देख रहा था | रात्रि उससे मुंह फेर कर बाहर जाते हुए मीना से बोली,""_ मीना ,मैने जो भी बताया है वह ले कर डाइनिंग एरिया में आ जाओ | "     सर्वाक्ष के हल्के से होंठ मुड़ गए थे | वह गुनगुना कर कहा ,""_ सिल्ली गर्ल ..| "    थोड़ी देर बाद सर्वाक्ष खुद ही उसके लिए आइसक्रीम और चैकोलेट्स ले कर डाइनिंग एरिया में गया | रात्रि मीना का ही आने का इंतजार कर रही थी लेकिन सर्वाक्ष को आता देखा तो उसने मुंह फेर लिया |    सर्वाक्ष ने उसके बेहद जा कर कुछ कहने को हुआ की तभी रात्रि उसके हाथ से आइसक्रीम और चैकोलेट्स दोनो को छीन कर खाते हुए बोली,""_ आ आप बहुत बुरे है अक्ष....| "    सर्वाक्ष थोड़ी देर उसे देखा फिर जा कर अपने हेड चेयर पर बैठते हुए बोला ,""_ तुम नया कुछ क्यों नहीं बताती बीवी ? मुझे पता है मैं बुरा हू तुम्हे बार बार यही बताने की जरुरत नही है | "   रात्रि का मुंह बन गया | वह खाते हुए थोड़ी देर उसे घूर कर देखी,फिर उठ कर सीधे उसके गोद में बैठते हुए बोली,""_ मुझे आपके साथ डेट पर जाना है | "     सर्वाक्ष उसके मुंह साफ करते हुए कहा,""_ और.....? "    " मुझे शॉपिंग पर भी जाना है | " रात्रि ने कहा , सर्वाक्ष ने आगे कहा ,""_ और..? "    रात्रि थोड़ी देर सोची ,उसे कुछ नही सूझा तो उसने अपना सर ना में हिलाते हुए बोली,""_ और कुछ नही....| "    " Mmmm....तो......? " सर्वाक्ष बोलते हुए रात्रि को अपने बेहद करीब खींच कर बोला | रात्रि सर्वाक्ष के होंठो के ओर ही देखने लगी थी | तभी सर्वाक्ष बोला ,""_ तुम्हे डेट पर ,और शॉपिंग पर ले जाने से मुझे क्या मिलेगा बीवी ? "    सर्वाक्ष की बात सुन रात्रि की बाहें तन गए | वह गुस्से से बोली,""_ आप मुझसे रिश्वत मांग रहे है ? "     सर्वाक्ष उसके होंठो के करीब अपने होंठ ले जाते हुए बोला,""_ बिलकुल बीवी.....ummm | "   बोलते हुए सर्वाक्ष ने रात्रि की होंठो को प्यार से चूमने लगा | रात्रि की आंखे अपने आप ही बंद हो गए थे | वही उनके थोड़ी दूरी पर ध्रुव और रवीश खड़े थे | वह दोनो डाइनिंग एरिया में आ रहे थे लेकिन सर्वाक्ष और रात्रि को इस तरह किस करता देख वह दोनो लाचारी से अपना सर हिलाते हुए वहा से चले गए |     ऐसे ही एक हफ्ता बीत गया | सर्वाक्ष जिताना रात्रि से प्यार करता उतना ही उस पर गुस्सा भी करते हुए अपना बेरहमी भी दिखाता क्यों की रात्रि की बचकानी हरकते हुए उसे गुस्सा दिला ही देते थे |      वही रवीश और ध्रुव दोनो ही अब रात्रि पर भरोसा करना शुरू कर दिया था | रात्रि का सर्वाक्ष से प्यार करना, उसका केयर करना सब कुछ उन्हे उस पर भरोसा करने पर मजबूर कर दिया था, उनके बीच का रिश्ता अब काफी बेहतर भी हो गया था |     शनिवार का दिन........,       सर्वाक्ष अपने टाई को ठीक करते हुए रात्रि से पूछा ,""_ कब तक आओगी तुम ? "    रात्रि अपने कॉलेज बैग में कुछ नोट्स रख रही थी | वह फिर उठ कर ड्रेसिंग टेबल के पास जाते हुए बोली,""_ आज मेरे कोई क्लास नही है अक्ष...,बस असाइनमेंट सबमिट करना है | "    सर्वाक्ष अपने घड़ी को पहनते हुए बेहद ठंडेपन से रात्रि को देख रहा था | उस लड़की ने इस वक्त व्हाइट जींस और ब्लू शर्ट पहना था | शर्ट के ऊपर के दो बटंस खुले हुए थे और उसने उसे हाफ शोल्डर बनाने,उसने शर्ट को एक कंधे से नीचे सरका दिया था,और शर्ट के दोनो कोरो को पकड़ कर वह घांट भी बांध रही थी | जिससे उसका बेली बटन भी अच्छे से रिवेल हो रहा था |     सर्वाक्ष का औरा धीरे धीरे डार्क हो रहा था | वही रात्रि मुड़ कर उससे बोली,""_ अक्ष आप एक काम करिए....,आप मुझे कॉलेज ड्रॉप कर, कार में ही मेरा आने का इंतज़ार करिए, मैं 30 मिनट में वापस आ जाऊंगी | "  सर्वाक्ष का ध्यान रात्रि की बातो से ज्यादा उसके पहने हुए ड्रेस पर था | वह बेहद करीब जा कर रात्रि की कमर में अपने लंबे लंबे उंगलियां फिराया |     रात्रि की दोनो हाथ अचानक से सर्वाक्ष के बाजू में कस गए | वह सिहरते हुए सर्वाक्ष से बोली,""_ आ...आप क्या कर अअह्ह्ह्ह्ह.....| "   दर्द से अचानक से रात्रि की आंखे भींच गए | क्यों की सर्वाक्ष ने कसके उसके कमर को दबाते हुए उसे अपने करीब खींचा था | जाहिर सी बात थी वह रात्रि से जीतना प्यार करता था उतना ही वह उसके लिए possesed था | सर्वाक्ष रात्रि को इस तरह रिवेलिंग कपड़े पहन कर बिलकुल जाने नही दे सकता था |    रात्रि करहाते हुए सर्वाक्ष के हाथ को अपने कमर से हटाने को हुई | की तभी सर्वाक्ष बेरहमी से उसके टुडी को पकड़ कर उसके चेहरे को ऊपर उठाया फिर बेहद ठंडे लहजे में बोला ,""_ तुमने सोचा भी कैसे रात्रि की मै तुम्हे इस तरह के कपड़े पहन कर बाहर जाने दूंगा | "   रात्रि की आंखे अब तक नम हो गए थे | सर्वाक्ष का हाथ अभी भी उसके कमर में कसा हुआ था | वह रूंधली सी आवाज में बोली,""_ अह्ह्ह्ह् आ... आप मुझे हर्ट कर रहे है सर्वाक्ष.....| "   सर्वाक्ष की दांत भींच गए,वह गुस्से से उसके कंधे से नीचे सरका हुआ शर्ट को टिक किया फिर गुस्से से उसे खुद से अलग कर सख्ती से बोला ,""_ जा कर चेंज करो इसे...| "   रात्रि सहम कर वैसे ही खड़ी रही लेकिन उसके आंखो से आंसू लुड़क कर बहते जा रहे थे | वह उसके सामने ही खड़े हो कर रो रही थी | सर्वाक्ष का दिमाग फिर गया ,वह गुस्से से चिल्लाया,""_ Go....| "   डर से रात्रि की कदम अपने आप पीछे हट गए | वह फिर जल्दी से क्लोसेट रूम में चली गई | वही सर्वाक्ष औरा ही सर्द हो गया था | वह जल्दी से अपने वार्डरोब में रखे हुए एक फाइल ले कर बाहर चला गया |     थोड़ी देर बाद......     रात्रि चेंज कर नीचे गई | सर्वाक्ष अपने फोन में कुछ करते हुए उसका ही आने का इंतजार कर रहा था | रवीश और ध्रुव भी वही बैठे थे |    रात्रि सीढ़ियों के पास आ कर रुक गई थी | लेकिन उसका चेहरा मुरझा सा गया था | वह सर्वाक्ष के पास जाती तभी  रवीश उठ कर उसके पास जाते हुए बोला,""_ भाभी....,आपको याद है ना ? आप कल से ऑफिस ज्वाइन कर रहे है ? "    रात्रि अपना सर हिलाते हुए उदासियत से बोली,""_ हा रवीश भाई मुझे याद है | "   रात्रि का उदास चेहरा देख रवीश मुड़ कर सर्वाक्ष को देखने को हुआ | सर्वाक्ष अब उठ कर उनके पास ही आया था | रवीश उससे कुछ पूछता उससे पहले ही सर्वाक्ष रात्रि का हाथ पकड़ कर बाहर जाते हुए रवीश से कहा ,""_ आज के सारे मीटिंग्स को तुम ही अटेंड कर लेना | "     सर्वाक्ष रात्रि को ले कर बाहर चला गया | वही रवीश की आंखे छोटी हो गई थी | वह ध्रुव के पास जाते हुए कहा,""_ जरूर यह इंसान भाभी पर गुस्सा कर उन्हे रुलाया होगा,देखा न तुमने भाभी का चेहरा कितना छोटू सा हुआ था ? "    ध्रुव ने भी रात्रि को नोटिस किया था | वह बोला ,""_ हम्मम.....i think भाभी ने जरूर कुछ ऐसा वैसा किया होगा रवीश | "    रवीश ने सर हिला दिया | यह सच ही था ,रात्रि उससे प्यार तो बहुत करती थी लेकिन वह उतना ही सर्वाक्ष को तंग भी करती थी | कभी कभी सर्वाक्ष उसे इग्नोर कर देता लेकिन कभी कभी वह उस पर गुस्सा करने से रोक भी नही पाता था |    कार में ......   रात्रि इस वक्त पैसेंजर सीट पर बैठी हुई थी | वही सर्वाक्ष झुक कर उसका सीट बेल्ट लगा था | सर्वाक्ष के तिखी नजर रात्रि की फूले हुए चेहरे पर ही टिकी थी | वही रात्रि अपने चेहरे पर सर्वाक्ष के नज़रे मेहसूस कर रही थी लेकिन वह अपने पलके उठा कर उसके ओर देख नही रही थी |   सर्वाक्ष सीट बेल्ट लगा कर अपने सीट पर बैठा ,फिर कार स्टार्ट करा | करीब बीस मिनट बाद सर्वाक्ष का कार आ कर उसके कॉलेज के सामने रुका |    सर्वाक्ष अपना सर सीट को टिका कर रात्रि को देखा ,रात्रि अपना सीट बेल्ट खोल कर बाहर जा रही थी | वह बोला,""_ मैं तुम्हारा यही इंतजार करूंगा बीवी,जल्दी आना | "    रात्रि बिना कुछ कहे कॉलेज के तरफ भाग गई | वही सर्वाक्ष अपना सर ना में हिलाते हुए अपने मन में बोली,""_ हम्मम बीवी चाहती है की मैं उसे डेट पर ले जाऊ ? लेकिन डेट के लिए कहां जाएं... ? मुझे तो इसके बारे कुछ नहीं पता.. ? किससे पूछूं..?. रवीश,ध्रुव.... नहीं नही... इन दोनों को तो यह भी नही पता की प्यार क्या होता है ? तो वो मुझे क्या सलाह देंगे... ? "        पूरा हफ्ता सर्वाक्ष काम में ही busy रहा था जिस वजह से उसे रात्रि को डेट पर ले जाने में वक्त ही नही मिला था | सर्वाक्ष कार में ही बैठ कर रात्रि का इंतजार करने लगा | लेकिन वहा कोई था ,जिसकी नज़र कभी सर्वाक्ष के कार पर जा रहे थे तो कभी कॉलेज के अंदर जा रही रात्री पर था |   कॉलेज में ......       रात्रि के क्लास में प्रोफेसर इस वक्त सबकी असाइनमेंट को कलेक्ट कर रहा था | रात्रि की बारी आई , प्रोफेसर ने उससे उसका असाइनमेंट पूछा  ,""_  रात्रि.... असाइनमेंट? "   यह रहा सर...| " रात्रि ने मुस्कुराते हुए उसे असाइनमेंट दिया | तभी उस प्रोफेसर ने पूछा,""_ मैने पता चला की तुम अब हॉस्टल में नही रह रही ? "    रात्रि ने जवाब में कहा,""_ yes professor...., मैं अब अपने फैमिली के साथ रहती हु | "    रात्रि के थोड़ी दूरी पर रावी बैठी हुई थी | रात्रि का जवाब सुन उसका मुंह बिगड़ रहा था | वही प्रोफेसर ना समझी में रात्रि को देख रहा था | वह उससे फिर से पूछा,""_ तुम ...अनाथ हो ना ? "   रात्रि की चेहरे पर जो मुस्कान थी वह अचानक से गायब हो गई |    क्या होगा आगे इस कहानी में जानने के लिए पढ़ते रहिए     Â

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