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Chapter 18

chapter 18

Love With My Beast Husband

अब आगे ......     "  तुम तो अनाथ होना रात्रि ? "    प्रोफेसर के मुंह से यह सवाल सुन रात्रि के चेहरे पर अचानक से उदासी छा गई ,उसकी चेहरे पर जो मुस्कान थी वह भी फीकी पड़ गई | वही थोड़ी दूरी पर बैठे हुए रावी की चेहरे पर कुटिल मुस्कान आ गया था |    वही रात्रि को उदास होता देख प्रोफेसर ने सॉरी फील करते हुए कहा ,""_ सॉरी रात्री...,मेरा कहने का मतलब ..? "   प्रोफेसर अपनी बात पूरा करता उससे पहले ही रात्रि बोली,""_ मैं अब अपने पति के साथ रहती हु सर | "    प्रोफेसर हैरानी से रात्रि को देखने लगा क्यों की उसे नही पता था की रात्रि की शादी भी हुई है | वही रात्रि अपने जगह से उठते हुए बोली,""_ क्या मैं अब जा सकती हु ? "   " हाँ.. हाँ..." प्रोफेसर ने सर हिलाते हुए कहा | रात्रि क्लासरूम से बाह चली गई | वही रावी भी उठ कर उसके पीछे बाहर आ गई |    सर्वाक्ष कार के बोनट को टिक कर रात्रि का आने का इंतजार कर रहा था | उसने इस वक्त अपने चेहरे पर मास्क पहना हुआ था लेकिन उसका चार्मिंग और अट्रैक्टिव पर्सनालिटी सबको अपने तरफ अट्रैक्ट कर रहा था | सिर्फ लड़किया ही नही बल्कि लड़के भी इस वक्त मुड़ मुड़ कर सर्वाक्ष को देख रहे थे |      रात्रि भागते हुए कार के पास आई,सर्वाक्ष उसका ही आने का इंतजार कर रहा था ,वह अपने मास्क ठीक करते हुए उसके करीब गया | रात्रि का चेहरा फूला हुआ था जाहिर था सुबह सर्वाक्ष ने उस पर कम गुस्सा नही निकाला था और ऊपर से प्रोफेसर का अनाथ वाली बात उसे थोड़ा कमज़ोर फील करा दिया था |     रात्रि हल्के नाराज़गी से सर्वाक्ष को देखते हुए उसके शर्ट के बटंस से खेलते हुए उससे चिपक कर ही खड़ी रही | सर्वाक्ष ध्यान से रात्रि को देख रहा था | वह उसके टुडी को हल्के से ऊपर उठाने को हुआ लेकिन रात्रि ने उसके हाथ को  झटकाया,और फिर से उसके शर्ट बटंस पर उंगलियां फिराने लगी |   उसका नारजागी बयां करना अंदाज ही ऐसा था |       सर्वाक्ष को उसकी नाराज़गी देख कर हंसी आ गई थी | वह लड़की उससे नाराज हो गई थी, लेकिन वह उसके पास ही  खड़ी हो कर हक से उसके शर्ट के बटन से खेल रही थी |            सर्वाक्ष उसके कमर में अपने दोनो हाथ रख कर उसे अपने आपसे चिपका कर कहा ,""_ mmmmm तो मेरी जंगली बिल्ली मूझसे नाराज़ हो गई है ? "       सर्वाक्ष की बात पर रात्रि ने उसे गुस्से से एक नज़र देखा फिर उससे मुंह फेर कर आस पास देखने लगी | अचानक से उसकी आंखे छोटी हो गई ,इस वक्त लड़को से ज्यादा लड़कियों की नज़र सर्वाक्ष पर ही टिकी थी ,यह देख रात्रि का चेहरा गुस्से से भर गया | वह मुड़ कर सर्वाक्ष को घूरने लगी |   वही सर्वाक्ष का एक आईब्रो रेंज हुआ | वह थोड़ा सख्ती से बोला,""_ बीवी इसमें मेरी क्या गलती है ? "    रात्रि अपने दांत पीसते हुए बोली,""_ आ.... आप कार से बाहर क्यों आए ? "   सर्वाक्ष अपना एक आईब्रो रब करते हुए रात्रि को थोड़ी देर देखा ,फिर जवाब में बोला ,""_ मैं बोर हो रहा था | "      " Wow.... यह सही है अक्ष ....| " रात्रि तंज भरी लहजे में ताना मारते हुए उससे बोली | सर्वाक्ष की आईब्रोज सिकुड़ गए | वही रात्रि बोली,""_ सुबह मुझ पर चिल्लाते आपने मुझे बहन जी टाइप के कपड़े पहनाए और खुद यहां सबको चांस मारने का मौका देते हुए खड़े है ,सही है अक्ष | "       रात्रि गुस्से से बोल रही थी लेकिन उसके आंखे नम हो गए थे | या यू कहे की उसका मूड इस वक्त बिलकुल ठीक नही था | सुबह सुबह सर्वाक्ष ने उसे ज्यादा ही हर्ट किया था और यहां सभी लड़कियों का सर्वाक्ष को ताड़ना, प्रोफ़ेसर का बकवास सवाल सब उसे गुस्सा भी दिला रहा था और रोना भी आ रहा था |     रात्रि को रोता देख सर्वाक्ष उसे अपने करीब खींचा फिर उसके आंसू पोछते हुए कहा ,""_ बीवी मै सिर्फ तुम्हारा हु... लाको की नजर मुझ पर होती होगी लेकिन मुझ पर हक सिर्फ तुम्हारा है ,मेरा प्यार, इंपोर्टेंस सब तुम ही हो ,तुम्हे इतना इनसिक्योर होने की जरूरत नही है | "     रात्रि रुंधली सी आवाज में बोली,""_ आप झूठ बोल रहे है अक्ष...,आप मुझसे प्यार कम गुस्सा ज्यादा करते है | "       सर्वाक्ष एक गहरी सांस लेते हुए उसे अपने बाहों में भर कर बोला,""_ गुस्सा करता हु इसका मतलब यह नहीं है की मैं तुमसे प्यार नही करता ,मैं तुम्हे बहुत चाहता हु बीवी,बस मुझसे गुस्सा कंट्रोल नही होता ,तुम सुबह बहुत खूबसूरत लग रही थी लेकिन मैं नही चाहता था की तुम्हारी उस खुबसूरती को मेरे अलावा कोई और देखे , क्यों की तुम्हे देखने का हक सिर्फ मेरा है ,तुम उस तरह के कपड़े सिर्फ मेरे सामने ही पहन सकती हो | "      रात्रि सिसकते हुए अपना सर ऊपर कर सर्वाक्ष को देखी ,फिर जल्दी से उससे अलग होते हुए बोली,""_ आ ..आप पहले कार में बैठिए ...| "   सर्वाक्ष हल्के से स्माइल करते हुए उसके कान में धीरे से बोला,""_ तुम अभी भी jealous feel कर रही हो ? "    रात्रि अपने कमर पर दोनो हाथ रख कर उसे घूरने लगी | सर्वाक्ष उसे देखते हुए अपना एक आंख मारा फिर खुद ही उसे पैसेंजर सीट पर बैठा कर ड्राइविंग सीट पर कर जा के बैठ गया |   दूसरी तरफ़....,   क्रियाँश का मेंशन......      मेंशन के आलीशान हाल में बहुत सी गार्ड्स और क्रियाँश का असिस्टेंट अपना सर झुका कर खड़े थे | तभी उन्हे कुछ टूटने की आवाज सुनाई दिया तो सब हैरानी से अपना सर ऊपर कर सोफे पर बैठे हुए क्रियाँश को देखे |      क्रियाँश के हाथ में एक ड्रिंक का ग्लास 🍷 था जो उसके हाथ में अब टूट गया था | उसके कुछ कांच की टुकड़े नीचे फर्श पर बिखरे हुए थे तो कुछ उसके हाथ में ही चुब गए थे | लेकिन क्रियाँश का पूरा ध्यान सिर्फ अपने सामने रखे लैपटॉप के स्क्रीन पर था |       लैपटॉप के स्क्रीन पर वह इस वक्त सर्वाक्ष और रात्रि को देख रहा था, जो कार में बैठ रहे थे | रात्रि को सर्वाक्ष के बाहों में देख इस वक्त क्रियांश का खून खौल रहा था | वह गुस्से से उठ कर चिल्लाते हुए बोला ,""_ मुझे वह लड़की किसी भी हालत में चाहिए... मतलब चाहिए | "   क्रियाँश की बात पर उसका असिस्टेंट कुछ कहने को हुआ की उससे पहले ही क्रियाँश गुस्से से वहा से बाहर चला गया |   कॉलेज में ....     रात्रि का मुंह इस वक्त किसी गुब्बारे की तरह फूला हुआ था | वही सर्वाक्ष उसे तंग करते हुए उसका सीट बेल्ट पहना रहा था |   वही कॉलेज के गेट पर रावी अपने नाकुन काटते हुए एक टक सर्वाक्ष के कार के ओर देख रही थी | वह अपने मन में बोली,""_ वह आदमी कौन है....? रात्रि तो अपने पति से नफरत करती है तो वह उसके इतना करीब जा ही नहीं सकती...mmmm जरूर वह कोई और ही होगा | "    बोलते हुए रावी ने अपना फोन निकाल कर कुछ टेक्स्ट मैसेज की फिर जल्दी से सर्वाक्ष का कार का फोटो ले कर मिस्टर खुराना उर्फ रात्रि के हसबैंड को सेंड की |      वही कार में सर्वाक्ष रात्रि के गुसैल चेहरे को बिना रुके चूमे जा रहा था | रात्रि चिढ़ कर अपना चेहरा इधर उधर घुमाते हुए बोली,""_mmmmm अक्ष मुझे जोरो की भूख लगी है,और आप मुझे कुछ खिलाने के बजाए खुद ही मुझे खा रहे है | "  अचानक से वहा सर्वाक्ष के फोन पर कुछ नोटिफिकेशन का बीप साउंड बजा | सर्वाक्ष रुक कर अपना फोन चेक किया | रावी ने ही उसे मैसेज किया था," मिस्टर खुराना आपकी बीवी आपके पीठ पीछे किसी के साथ चक्कर चला रही है " पढ़ कर सर्वाक्ष की हाथो की मुट्ठी बन गई |     वही रात्रि सर्वाक्ष को ही देख रही थी | वह फिर उसके मोबाइल स्क्रीन को देखने को हुई की तभी सर्वाक्ष खुद ही उसके हाथ में फोन थमाते हुए बोला ,""_ लो तुम्हारी बेस्ट फ्रेंड ने तुम्हारे खिलाफ कुछ भेजा है | "   रात्रि ने फोन चेक किया तो उसका खून खौल गया | वह फोन फटक कर सीट बेल्ट खोलते हुए बोली,""_ मैं अभी जा कर उसे अच्छे से बता कर आती हु की मैं आपके पीठ पीछे क्या क्या करती हु | "    सर्वाक्ष कार को लॉक कर रात्रि को शांत कराते हुए बोला ,""_ रिलैक्स बीवी...., मैं तुम पर शक थोड़ी न कर रहा हु ? मै उसे बाद में देख लूंगा अभी यहाँ से चलो | "   सर्वाक्ष ने कार को स्टार्ट कर दिया |     कुछ देर बाद सर्वाक्ष का कार एक बड़े से रेस्टोरेंट के सामने रुका | रात्रि का मूड अभी भी ठीक नहीं था और वह इस वक्त बिलकुल चुप सी हो गई थी | सर्वाक्ष कार से बाहर आ कर उसके तरफ का डोर ओपन करा |  रात्रि ने उसे एक नजर देखा फिर कार से बाहर आ गई |     सर्वाक्ष उसे सीधे एक प्राइवेट रूम में चला गया | रात्रि जा कर सोफे पर बैठ गई | सर्वाक्ष भी उसके बेहद करीब बैठा ,उनके साथ ही उनका ऑर्डर लेने वहा एक वेटर भी आया था |        सर्वाक्ष ने रात्रि के तरफ मेनुकार्ड बढ़ाते हुए पूछा ,""_ what you want bivi....| "   रात्रि मेनुकार्ड देखते हुए वेटर को एक एक कर अपने पसंद के डिशेज का ऑर्डर देने लगी | उसने ऑलमोस्ट रेस्टोरेंट में जितने भी फास्टफुड थे सब ऑर्डर कर दिया था |      वही सर्वाक्ष चुपचाप उसके ओर हैरानी से देख रहा था | उसे नही पता था की उसकी बीवी इतना फास्ट फूड खाती है ? उसने उसे कुछ भी नही कहा क्यों की उसकी बीवी का मूड ही ठीक नही था |     रात्रि फिर सर्वाक्ष को मेनुकार्ड पास करते हुए बोली,""_ आपको क्या खाना है ? "  सर्वाक्ष उसके हाथ से मेनुकार्ड ले कर टेबल पर रखा फिर उस वेटर से बोला ,""_ one Black coffee...| "   रात्रि की आइब्रोज सिकुड़ गए कही सर्वाक्ष का उसके मंगाए हुए खाने में ही खाने का इरादा नही है ? वही वह वेटर वहा से जाने को हुआ था |    तभी रात्रि उसे रोक कर सर्वाक्ष के कान में धीरे से बोली,""_ अक्ष मैने जो कुछ भी ऑर्डर किया है उसमे से आपको एक बाइट भी आपको नहीं मिलेगा ,आप सही से अपने लिए कुछ आर्डर करिए | "   सर्वाक्ष ने अपनी बुक्कड़ बीवी को एक नजर देखा फिर वेटर को वहा से जाने का इशारा किया | वेटर वहा से चला गया | रात्रि की आंखे छोटी हो गई थी | वह उसके तरफ प्वाइंट 👉 करते हुए बोली,""_ एक ब्लैक कॉफ़ी से आपका पेट तो बिलकुल नही भरेगा अक्ष...., मुझे पता है आप मेरा ऑर्डर किए खाना ही खाना चाहते है | "      सर्वाक्ष उसे एक ही झटके में अपने ऊपर खींचा ,फिर उसे अच्छे से एडजस्ट कर अपने लैप पर बैठाते हुए बोला ,""_ आज पूरा दिन मैं तुम्हे पूरा शहर घुमाने वाला है ,बताओ तुम्हे कहा कहा जाना है ? "   रात्रि की चेहरे पर बड़ी सी मुस्कान आ गया | वह चहकते हुए सर्वाक्ष के गले में अपने दोनो बाहें डालते हुए पूछी,""_ सच्ची....? "   सर्वाक्ष उसके मुलायम सी गालों को टच करते हुए कहा ,""_ सच्ची बीवी..,तुम मेरे साथ डेट पर जाना चाहती थी ना ? So.. आज पूरा दिन तुम्हारा है | "    रात्रि की खुशी का कोई टिकाना नही था | वह बोली,""_ अक्ष हम पहले एक्वेरियम में जायेंगे..., मुझे मछलियाँ देखना बहुत पसंद है | "   सर्वाक्ष ने कहा ,""_ mmm ok....,then....? "  रात्रि ने आगे कहा ,""_ उसके बाद मुझे शॉपिंग पर जाना है , मैं नए नए ऑफिस वियरिंग कपड़े खरीदना चाहती हू,अपको पता है रवीश भाई ने मुझसे कहा... ,की मैं कल से ऑफिस ज्वाइन कर सकती हूं | "     सर्वाक्ष ने बस सर हिला दिया | वही रात्रि बोली,""_ उसके बाद हम रात में बीच पर तारे देखने जाएंगे | "  रात्रि बस बताते जा रही थी और सर्वाक्ष बस सुनते जा रहा था | थोड़ी देर में तीन वेटर आ कर उनका ऑर्डर सर्व किया क्यों की जितना रात्रि ने ऑर्डर किया था ,उसे सर्व करने एक वेटर काफी नही था |    तीनों वेटर सारा खाना सर्व कर बाहर चले गए | वही सारे डिशेज देख कर रात्रि के मुंह में पानी आ रहा था | सर्वाक्ष का नजर सिर्फ रात्रि पर था | वह काफ़ी का कप उठाते हुए उससे कहा ,""_ बीवी ..,लार मत बहाओ.. अच्छे से खाना खाओ | "  " Mmmm 😋....."  रात्रि mmmm आवाज़ निकालते हुए खाना खाने लगी | वह खाते हुए खाने की तारीफ भी कर रही थी | तभी सर्वाक्ष ने कहा ,"" _ mmmm अगर तुम्हे यह खाना इतना ही पसंद आया है तो मैं शेफ को घर ला सकता हूँ ? "     रात्रि ने अपने मुंह में बहुत सारा खाना टूस लिया था | वह अपना सर ना में हिलाते हुए खाना निंगलेन को हुई | यह देख सर्वाक्ष सख्ती से बोला ,""_ बीवी आराम से...,ऐसे निंगल कर खाओगी तो खाना गले में अटक जाएगा | "    सर्वाक्ष के डांट सुन रात्रि आराम से खाते हुए अपना मुंह खाली किया फिर सर्वाक्ष से अपनी बात बोली,जो वह कब से बोलना चाह रही थी |     " कोई ज़रूरत नहीं अक्ष...,मीना इससे बेहतर खाना बना सकती है | "  सर्वाक्ष ने उसका मुंह साफ करा फिर उसे पानी पिलाते हुए कहा ,""_ ठीक है ,तुम अभी आराम से खाना | "       रात्रि सर हिलाते हुए खाने लगी | वह बीच बीच में सर्वाक्ष को खाने का ऑफर भी कर रही थी लेकिन सर्वाक्ष उसे मना कर रहा था | थोड़ी देर बाद रात्रि ने अपना खाना फिनिश कर सर्वाक्ष को देखी, सर्वाक्ष बिना भाव के बस उसे प्यार से निहार रहा था |    रात्रि उसके गले लगते हुए बोली,""_ आपको पता है आपके आने से पहले मुझे सब अनाथ अनाथ कहते थे, लेकिन आपके मेरे जिंदगी में आने से अब मैं सबको कहती हु की मेरे पास भी फैमिली है ,आप ,दादू दादी,रवीश भाई ,ध्रुव भाई सब है ,अब मैं अनाथ नही हु न अक्ष,मुझे कोई अब ऐसा नहीं कहेगा ना ? "     बोलते हुए रात्रि की आंखे हल्के नम हो गए थे और उसकी आवाज भी डगमगा रही थी | सर्वाक्ष उसके गाल को अपने एक हथेली में भर कर उसके चेहरे को अपने करीब ला कर पूछा ,""_ आज क्लास में क्या हुआ था बीवी...? किसी ने तुमसे कुछ कहा ? "    रात्रि सुबह उससे नाराज थी, जाते वक्त उसने उसकी ओर देखा तक नही था , लेकिन जैसे ही वह कॉलेज से बाहर आई, उसके चेहरे के हाव भाव बदले हुए थे | वह एक दम मुरझा हुआ सी लग रही थी और सबसे बड़ी बात वह उससे नाराज़ होते हुए भी उसके बेहद करीब आ कर उससे चिपकी रही थी | सर्वाक्ष को तभी कुछ गड़बड़ लगा था |    रात्रि थोड़ी देर चुप रही फिर उससे प्रोफेसर की बात बताई वैसे प्रोफेसर की कोई गलती नही थी | उन्हे नही पता था की अब रात्रि के पास फैमिली है लेकिन रात्रि को अपना अनाथ होना हमेशा हर्ट कर देता था |     सर्वाक्ष उसके माथे पर किस करते हुए कहा ,""_ बीवी..,तुम्हे अब कोई अनाथ नही कहेगा ,क्यों की तुम्हारे पास सब है,और मैं तुम्हे कभी भी किसी भी तरह का कमी मेहसूस होने नही दूंगा i promise बच्चा,तुम्हारे हर जरूरत को पूरा करने के लिए मैं हमेशा रहूंगा | "     रात्रि डिस्पेरेट हो कर उसके पूरे चेहरे पर किस की फिर उससे लिपट गई | सर्वाक्ष उसके पीठ को सहलाते हुए थोड़ी देर खामोश रहा फिर उसे खुद से अलग कर कहा,""_ अब घूमने चले ? "     रात्रि उठ कर उसका हाथ पकड़ते हुए अपना सर ऊपर नीचे की | सर्वाक्ष उठ कर उसके साथ बाहर आया | थोड़ी देर बाद सर्वाक्ष रात्रि को ले कर एक्वेरियम चला गया |    रात्रि मुस्कुराते हुए मछलियां देख रही थी | सर्वाक्ष का ध्यान सिर्फ रात्रि पर था | वही रात्रि उसका हाथ पकड़ कर छोटे छोटे मछलियों को दिखाते हुए बोली,""_ अक्ष ...देखो कितनी प्यारी प्यारी मछलियाँ हैं...एक दम छोटे छोटे  ...| "  सर्वाक्ष उसे पीछे से अपने बाहों में भरते हुए पूछा ,""_ तुम्हें मछलियाँ इतना पसंद हैं ?    रात्रि सर्वाक्ष के हाथो में अपने हाथ फसाते हुए बोली,""_ मुझे मछलियां सिर्फ एक्वेरियम में ही पसंद है ,अगर सब बाहर होते तो अब तक एक एक कर मेरे टमी में आ जाते | "    सर्वाक्ष अपने सर को उसके सर से हल्के से हिट करते हुए बोला ,""_ idiot....| "  To be continued..........,

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