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Chapter 20

chapter 20

Love With My Beast Husband

अब आगे .......   " मैं दुबारा आपके साथ शॉपिंग के लिए कभी नही आऊंगी अक्ष...,मेरा हो गया | " रात्रि चिड़ते हुए सर्वाक्ष से बोल कर ट्रायल रूम में चली गई |    वही सर्वाक्ष अपना माथा रब करते हुए थोड़ी देर चुप रहा,फिर उस सेल्स गर्ल के तरफ देखा | वह लड़की कबसे आंखे फाड़े बस उन दोनो को ही देख रही थी |  सर्वाक्ष ने उससे सख्ती से कहा ,""_  Pack all the dresses she has tried ( उसने जो भी ड्रेसेस ट्राई किया है, उन्हें सब पैक करो ) "     बोलते हुए सर्वाक्ष ने उसे अपना कार्ड पास किया | उस लड़की ने एक नजर कार्ड पर लिखा हुआ नाम देखी,फिर हैरानी से सर्वाक्ष का नाम हकलाते हुए ली,""_ स....स..सर्वाक्ष खुराना | "  सर्वाक्ष उसे बेहद ठंडे नजरो से देखा तो वह लड़की अपना सर झुकाते हुए बोली,""_ सा... सॉरी बा....बॉस....| "    सर्वाक्ष फिर ट्रायल रूम के तरफ चला गया | वह थोड़ी देर रात्रि का बाहर आने का wait करा ,लेकिन बहुत देर बाद भी जब रात्रि बाहर नही आई ? तो वह डोर नॉक करते हुए उसे आवाज लगाया ,""_ रात्रि.....? "   रात्रि ने जल्दी से ट्रायल रूम का डोर थोड़ा सा खोला ,फिर अपना छोटू सा चेहरा बाहर ला कर बोली,""_ अक्ष...अंदर आइएना ? "   सर्वाक्ष की आइब्रोज सिकुड़ गए | वह बिना कुछ कहे जल्दी से अंदर चला गया | रात्रि का हुक ठीक से लग ही नहीं रहा था | वह उसके तरफ पीठ कर चिड़ते हुए बोली,""_ अक्ष इसे ठीक से लगाइए न...,यह लग ही नहीं रहा.| "      सर्वाक्ष अपना सर ना में हिलाते हुए उसका हुक लगाया,फिर उसे अपने तरफ घुमाया | रात्रि अपने कपड़े ठीक कर बोली,""_ चलिए.....आआह्ह अक्ष | "   रात्रि बोलते हुए बाहर जाने को हुई ही थी की तभी सर्वाक्ष उसे डोर को टिका कर एक दम से उसके ऊपर झुक गया था | रात्रि अपनी बड़ी बड़ी आंखे और बड़ी करते हुए उससे बोली,""_ आ... आप कही भी शुरू हो रहे है अक्ष... ह....हम इस वक्त ट्रायल रूम में है |    सर्वाक्ष उसके टुडी पर अपने उंगली फिराते हुए उसके होंठो पर टैप करा फिर उसके इरलोब पर अपने होंठ घुमाते हुए कहा,""_ mmmm फिर चलो घर चलते है ....,i wanna feel you very badly wifey.| "   रात्रि गुस्से से उसे खुद से दूर धकेलते हुए रोनी सी शकल बना कर बोली,""_ आ..., आपने क्या कहा था अक्ष ? आप रात में मुझे बीच पर तारे दिखाने ले जाने वाले थे ना ? "         सर्वाक्ष कसके अपने आंखे बंद कर ,एक गहरी सांस लेते हुए उससे पूछा ,""_ तुम सच में वहा जाना चाहती हो ? "    रात्रि ने अपना सर हिला दिया तो सर्वाक्ष अपने मन में उठी हुई खयालों को इग्नोर कर उसे ले कर बाहर आ गया |      लगभग अब रात हो चुकी थी | वही सर्वाक्ष और रात्रि दोनो ही नंगे पैर बीच पर एक दूसरे के हाथ पकड़ कर चल रहे थे | रात्रि की चेहरे पर खुशी का कोई टिकाना ही नही था | वह मुस्कुराते हुए सर्वाक्ष से बोली,""_ अक्ष...., अपको पता है जब भी मैं यहां आती हु तो बहुत फ्रेश फील करती हूं | "      सर्वाक्ष बस रात्रि को देख रहा था | वह उसे अपने आपसे चिपका कर बोला,""_ बीवी....,अगर तुम चाहती हो तो मैं तुम्हें यहां हर दिन ला सकता हु ? "     रात्रि उसके गले में अपने बाहें डाल कर चहकते हुए बोली,""_ सच में अक्ष....? मुझे लगा आप मेरे लिए यह बीच ही उठा कर मेंशन में लाएंगे ? "     सर्वाक्ष की आंखे छोटी हो गई | उसकी बीवी उसका मजाक उड़ा रही है ? वही रात्रि खिलखिला कर हंसते हुए बोली,""_ अक्ष.....i am just kidding.... चलिए यही रेत पर बैठते है | "     दोनों रेत पर बैठ गए | वही रात्रि उसके कंधे पर अपना सर रख कर हल्के से सर्वाक्ष के तरफ़ देखी | तभी सर्वाक्ष झुक कर उसके माथे पर किस करते हुए कहा ,""_ बीवी.....? "   Mmmm....? " रात्रि गुनगुनाते हुए उसके उंगलियो में अपने उंगलियां फसाई |    सर्वाक्ष ने पूछा ,""_ तुम्हे मुझसे प्यार कब हुआ बीवी ? "   रात्रि अपना सर ऊपर कर सर्वाक्ष को देखी,फिर वह बोली,""_ अक्ष.....यह कैसा सवाल है ? इसका जवाब देना मेरे लिए मुश्किल भरा काम है | "       सर्वाक्ष बस बिना भाव के रात्रि को देख रहा था | तभी रात्रि बोली,""_ आपकों पता है , जब भी मुझे लगता है कि मैं बहुत खुश हूँ तब मुझसे बहुत सी चीज़ें खो जाती है | "  बोलते हुए रात्रि की चेहरे पर अजीब सी भाव नजर आ रहे थे | सर्वाक्ष को उसका कहने का मतलब समझ नही आया था | वह उससे पूछा ,""_ क्या मतलब है बीवी ? "    रात्रि सीधे उसके गोद में आ बैठते हुए बोली,""_ कुछ नही अक्ष....,आप जानना चाहते है ना की मुझे प्यार का एहसास कब हुआ ? शादी के दिन.... ,उस दिन मुझे एहसास हुआ की मेरी बेरंग जिंदगी में कोई है जो पागलों की तरह मुझे चाहता है,मेरे साथ जीने के लिए कुछ भी कर गुजरने तयार है,वह आप है अक्ष जो इस अनाथ लड़की की जिंदगी में खुशियां ले आए है तो प्यार तो मुझे आपसे होना ही था | "  सर्वाक्ष अपने दोनो हाथो को उसके कमर में रखते हुए उसके माथे पर किस किया |  फिर उससे पूछा ,""_ मै तुम्हारे उस बुरे सपने के बारे में भी जानना चाहता हु रात्रि ,क्या तुम......, ? "    रात्रि की चेहरे के हाव भाव बदल गए | वह अपने मन में बोली,""_ वह बुरा सपना नही मेरा अतीत है अक्ष...,मेरा वह सच है जिसमे आपको सिर्फ मुझसे दर्द और नफरत मिली है | "     रात्रि को कही खोया देख सर्वाक्ष रात्रि के गाल को टैप किया तो रात्रि उसके गर्दन में अपना चेहरा छुपाते हुए बोली,""_mmmmm शायद मुझे वह बुरा सपना मेरे बचपन की वजह से आता होगा....? मेरे पास कोई नही था ना ? तो इसीलिए होगा अक्ष ....| "     सर्वाक्ष उसे अपने बाहों में झकड़ते हुए बोला,""_mmmm डरो मत बीवी... मैं हमेशा तुम्हारे साथ हूं | "  रात्रि अपना सर ऊपर नीचे करते हुए उसके सीने में अपना सर टिका कर अपने आंखे बंद की | दोनो थोड़ी देर ऐसे ही बैठे रहे बिलकुल खामोश | लेकिन ऐसा लग रहा था की उन दोनो की दिल की धड़कनो की वहा बातें हो रही थीं |  दोनो उस खूबसूरत बीच और सितारों को देखते हुए एंजॉय कर रहे थे |    लेकिन कोई था जो इन दोनो के खुशी से बिलकुल ना खुश था | वह क्रियांश जादव था जो इस वक्त अपने विला में बैठे बैठे ही सर्वाक्ष और रात्रि को लैपटॉप के स्क्रीन में देख रहा था |      सोफे पर बैठे हुए उस इंसान के चेहरे पर दुनियां भर का नफरत और गुस्सा नजर आ रहा था | वह चिल्लाते हुए लैपटॉप को दूर फेंक कर अपना फोन निकाल कर किसी को  कुछ बता कर कॉल काटा | लेकिन अगले ही पल उसके फोन में एक के बाद एक कुछ नोटिफिकेशन का साउंड बजा तो उसके चेहरे पर बेहद कुटिल मुस्कान बिखर गया |     वह बेहद saracastic way में बोला ,""_ सर्वाक्ष खुराना ...... रश्यन का माफिया किंग हूं टक्कर तो बराबर का ही दूंगा लेकिन उससे पहले मुझे तुम्हारी औरत चाहिए | "    बोलते हुए वह बेहद गंदी हंसी हंसने लगी |    वही बिच पर🏖️....,        सर्वाक्ष रात्रि को अपने बाहों में लिए बैठा था | वह दोनो खामोशी से बस समुंदर की लहरों को देख रहे थे जो शोर करते हुए, उनके करीब आ कर उनसे दूर भी जा रहे थे | अचानक से वहा बारिश होने लगी |   " ekkkyy......|" रात्रि जल्दी से सर्वाक्ष के गोद में से उठ गई | सर्वाक्ष उसके हाथ पकड़ कर उसे ले कर दौड़ने लगा | वह नहीं चाहता था की रात्रि बारिश में भीग जाए लेकिन बारिश तेज था तो वह दोनो पूरी तरह भीगने लगे |     " अक्ष ...इस तरह भागने का कोई मतलब नहीं है देखो हम भीग गए | "  रात्रि दौड़ते हुए ही बोली , सर्वाक्ष उसे ले कर कार के पास जाने को हुआ की तभी उसे बीच के किनारे ही एक होटल दिखा | वह उसे ले कर होटल के तरफ चला गया |   रात्रि उससे पूछी,""_ अक्ष...हम घर नही जा रहे ?"  सर्वाक्ष बोला ,""_ बीवी...., मुझे नही लगता बारिश अब रुकेगी भी.... इसीलिए हम यहां से सुबह चलते है | "    बारिश में भीगने से रात्रि की कपड़े पूरी तरह उसके बदन से चिपक गए थे | और ऊपर से वह हल्के हल्के से ठंड से कांप रही थी |   Star light Hotel 🏨......    सर्वाक्ष रात्रि को ले कर रिसेप्शनिस्ट के पास गया | वही रिसेप्शनिस्ट उन दोनो को ग्रीट करते हुए बोली,""_ Hello sir, ma'am...स्टार लाइट होटल में आपका स्वागत है | "   सर्वाक्ष ने उससे पूछा ,""_ Can we get a room ? "    रिसेप्शनिस्ट बोली,""_ sure sir... अपना आईडी कार्ड दीजिए.....| "      सर्वाक्ष ने उसे अपना कार्ड दिया | वही रात्रि अपने बाजू को रब कर रही थी | और उसे बार बार छींक भी आ रही थी |  सर्वाक्ष ने जल्दी से रूम का key ले कर रात्रि के साथ रूम में चला गया | वह नहीं चाहता था की रात्रि को कोल्ड हो जाए लेकिन रात्रि बस बिना रुके छींके जा रही थी |   " Achooo 🤧🤧🤧 achoo 🤧🤧🤧....."   रूम में ......      रूम में जाते ही सर्वाक्ष टॉवल ले कर रात्रि की बालो को सुखा रहा था | रात्रि बोली,""_ सर्वाक्ष..... ,सर्वाक्ष पहले आप अपने बाल सुखाइए नही तो आपको कोल्ड...achooo 🤧...achooo 🤧.| "     बोलते हुए रात्रि फिर से छींकने लगी | वही सर्वाक्ष उसके गीले जैकेट खोलते हुए बोला ,""_ मैं ठीक हु बीवी ....| "    " अक्ष....achooo achchoo.....🤧..| " रात्रि फिर से बोलने को हुई लेकिन उसका छींकना बंद ही नही हो रहा था | वह अपना नाक बार बार सिकुड़ने लगी |     " शश्शश...बीवी......| " सर्वाक्ष उसे चुप रहने कहा |    रात्रि और उसके दोनो कपड़े गीले थे और ऊपर से रात्रि को कोल्ड भी हो गया था | वह अपने रूम में रखे हुए लैंडलाइन से होटल स्टाफ को कॉल कर कुछ कपड़े लाने कहा |     फिर रात्रि के पास आ कर उसके कपड़े उसके बदन से अलग कर उसे पूरी तरह ब्लैंकेट में कवर करा | उसकी इस हरकत से रात्रि की गाल और कान एक दम से लाल हो गए थे | वह आदमी बिना कुछ पूछे ही उसके कपड़े निकाला कर नीचे फेंक दिया था |      सर्वाक्ष अभी भी उसके बालो को अच्छे से सुखा रहा था | रात्रि बस अपने आंखे टिमटिमाते हुए सर्वाक्ष के एब्स को देख रही थी | जो इस वक्त उसके होंठो के बेहद करीब थे | सर्वाक्ष भी अपना शर्ट उतार चुका था ,जिस वजह से उसका चार्मिंग बॉडी रात्रि को अच्छे से सेड्यूस कर रहा था |    अचानक से रात्रि को ऐसा लग रहा था, की उसका गला सुख रहा है | वह एक नजर सर्वाक्ष को देखी,फिर धीरे से अपने हाथ को उसके सीने में रख कर सरकाते हुए अपने उसी हाथ पर किस कर गई |   अपने सीने में रात्रि का मुलायम सा ठंडे हाथ मेहसूस कर सर्वाक्ष के बदन में करंट सा दौड़ गया था | वह झुक कर रात्रि का शर्म से लाल हुई चेहरा देखने लगा, उस लड़की ने पल भर में ही उसे बहका दिया था |    धीरे-धीरे सर्वाक्ष के हाथ से तौलिया गिर गया और वह रात्रि को अपने करीब खींच कर उसकी कमर को पकड़ लिया..| तो वही रात्रि ने अपने हाथ को उसकी गर्दन के चारों ओर लपेट दिया |            सर्वाक्ष उसके खुले कमर को सहलाते हुए उसके होंठो को अपने होंठो के गिरफ्त में ले लिया | वही रात्रि की दोनो हाथ अब सर्वाक्ष के सीने में घूम रहे थे | दोनो एक दूसरे को चूमते हुए बिस्तर में गिर गए |      वह दोनो अपने किस को डीप करते तभी रूम का डोर नॉक होने लगा | दोनो रुक कर एक दूसरे को देखने लगे | वही सर्वाक्ष ने उसके होंठो को हल्के से काटा,फिर उससे अलग हो कर डोर खोलने चला गया |     अअह्ह्ह्ह्ह ...| " रात्रि करहाते हुए अपनें होंठो को सहलाते हुए सर्वाक्ष को देखने लगी |       होटल स्टॉफ को सर्वाक्ष ने इनफॉर्म किया था की उसे कुछ कपड़े चाहिए | तो एक फीमेल सर्वेंट इस वक्त उन्हें देने कपड़े ही ला कर दी |     थोड़ी देर बाद, सर्वाक्ष रात्रि को कपड़े पहना कर खुद भी पहन रहा था ,तभी उसका फोन रिंग हुआ | वह जल्दी से अपना शर्ट पहन कर फोन चेक किया |       पूरा दिन उसने सिर्फ रात्रि पर ध्यान दिया था,ना वह अपना फोन चेक किया था और नाही उसका अपने किसी भी आदमी से बात हुई थी | उसके फोन में बहुत सी इमरजेंसी कॉल्स आ गए थे | वह जल्दी से फोन ले कर बालकनी में जाते हुए रात्रि से बोला ,""_ तुम रेस्ट करो मैं आता हु | "   रात्रि सर हिला कर लेट गई | वह पूरा दिन भाग दौड़ कर थक गई थी | तो लेटते ही रात्रि के आंख लग गई | करीब एक घंटे बाद सर्वाक्ष रूम में आया ,उसका चेहरा इस वक्त बेहद सीरीयस और डार्क हो गया था | वह एक नजर रात्रि को देखा ,फिर फोन साइड पर रख कर उसके करीब गया |    रात्रि गहरी नींद में थी | सर्वाक्ष ने धीरे से उसे अपने बाहों में लिए उसके बगल में लेट गया | उसके आंखो में इस वक्त नींद तो नही था ,लेकिन हा रात्रि का बाहों में होने से उसे अजीब सा सुकून ज़रूर मिल रहा था |   सुबह का वक्त.....    रात्रि नींद में ही कसमसाते हुए उठ कर बैठ गई | वह फिर धीरे से अपने आंखे खोल कर देखी तो उसकी आंखे चौड़ी हो गई | वह अपने आंखे मलते हुए ध्यान से रूम को देखी,वह इस वक्त होटल रूम में नही खुराना मेंशन में अपने रूम में थी |      रात्रि आस पास सर्वाक्ष को ढूंढने लगी | सर्वाक्ष उसे रूम में नही दिखा | वह अंगड़ाई लेते हुए बेड से नीचे उतरते हुए बोली,""_ अक्ष कहा है ? "     तभी क्लोसेट रूम से सर्वाक्ष बाहर आया | रात्रि उसके तरफ मुड़ कर देखी ,लेकिन अचानक से उसकी आंखे सिकुड़ गए | वह ना समझी में उसे देखते हुए उसके करीब जा कर पूछी,""_ अक्ष....आ आप कही जा रहे है ? "   सर्वाक्ष इस वक्त ऑफिस वियर सूट पहना था और उसके हाथ में बड़ा सा लगेज बैग था | सर्वाक्ष अपना सर हिलाते हुए रात्रि के करीब गया,फिर उसके गाल पर हाथ रखते हुए बोला,""_ I am going to a buisness trip bivi...| "    रात्रि की चेहरे पर उदासी छा गई | वह उससे बेचैनी से पूछी,""_ आ.. आप अभी जा रहे है ? और... क कब तक लौटेंगे आप ? "    सर्वाक्ष ने लगेज को साइड में रखा फिर रात्रि की चेहरे को अपने हाथो में भरते हुए बोला ,""_ मुझे अभी एक मीटिंग अटेंड करनी है .....,उसके बाद मुझे निकलना है | "         रात्रि सर्वाक्ष के हाथो में अपना हाथ रखते हुए बेचैनी से पूछी,""_ अक्ष .आ .....आपका जाना जरूरी है ? "   सर्वाक्ष ने सर हिला दिया | उसका जाना बहुत जरूरी था | रात्रि ने आगे कुछ नही कहा | वही सर्वाक्ष उसके माथे पर किस कर कहा ,""_ अपना ख्याल रखना बीवी, मैं जल्द आ जाऊंगा | "   तभी सर्वाक्ष का फोन बज उठा तो वह फोन ले कर बालकनी में चला गया | वही रात्रि का मुंह ही लटका गया था ,वह हिलते डुलते आ कर बेड पर आ गिरी | लेकिन अचानक से उसे कुछ याद आया तो वह झट से उठ कर बैठ गई |    उसके चेहरे पर अचानक से डर नज़र आने लगा था | वह डरते हुए बालकनी के तरफ देखते हुए अपने मन में बोली,""_ नही ...नही .....,मेरे अक्ष को इस बार कुछ नही होगा .....| "   रात्रि के चेहरे पर पसीना छूट रहा था | उसे इस वक्त अपने पिछले जन्म में सर्वाक्ष के साथ हुई हादसा याद आ रही थी | वह अपनी डगमगाती आवाज में बोली,""_ मुझे अच्छे से याद है ,मेरे पिछले जीवन में सर्वाक्ष तब भी ऐसे ही बिजनेस ट्रिप के लिए निकले थे ....., मैं तो उस वक्त सर्वाक्ष से गुस्सा थी, उससे नफरत करती थी और जब वह चले गए तो मैंने ज्यादा नहीं सोचा था, लेकिन जब वह वापस लौटे तो वह बहुत बुरी तरह घायल हो गए थे,और उस एक्सीडेंट में अक्ष का दाहिना हाथ पूरी तरह टूट गया था ......,नहीं, नहीं, नहीं, मैं उन्हे कही जाने नहीं दे सकती .....मुझे कुछ करना होगा.... मुझे...उन्हे रोकना ही होगा...| "   रात्रि जल्दी से उठ कर सर्वाक्ष को देखी |    To be continued.........   कैसे रोकेगी रात्रि सर्वक्ष को ? सर्वाक्ष मान भी जाएगा ? जानने के लिए पढ़ते रहिए ,     Â

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