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Chapter 21

chapter 21

Love With My Beast Husband

  अब आगे ......,    सर्वाक्ष एक इंपोर्टेंट कॉल पिक करते हुए बालकनी में चला गया था | वही रात्रि वापस बेड पर लेट गई थी लेकिन अचानक से उसके चेहरे पर डर नज़र आने लगा था |     वह डरते हुए उठ के बालकनी के तरफ देखते हुए अपने मन में बोली,""_ नही ...नही .....,मेरे अक्ष को इस बार कुछ नही होगा .....| "   रात्रि के चेहरे पर पसीना छूट रहा था | क्यों की उसे इस वक्त अपने पिछले जन्म में सर्वाक्ष के साथ हुई हादसा याद आ रही थी | वह अपनी डगमगाती आवाज में बोली,""_ मुझे अच्छे से याद है ,मेरे पिछले जीवन में सर्वाक्ष तब भी ऐसे ही बिजनेस ट्रिप के लिए निकले थे ....., मैं तो उस वक्त सर्वाक्ष से गुस्सा थी, उससे नफरत करती थी और जब वह चले गए तो मैंने ज्यादा नहीं सोचा था, लेकिन जब वह वापस लौटे तो वह बहुत बुरी तरह घायल हो गए थे,और उस एक्सीडेंट में अक्ष का दाहिना हाथ पूरी तरह टूट गया था ......,नहीं, नहीं, नहीं, मैं उन्हे कही जाने नहीं दे सकती .....मुझे कुछ करना होगा.... मुझे...उन्हे रोकना ही होगा...| "   रात्रि जल्दी से बालकनी में झांक कर सर्वाक्ष को देखी | फिर जल्दी से सर्वाक्ष का लगेज ले कर क्लोसेट रूम में चली गई |     पांच मिनट बाद सर्वाक्ष रूम में आया | उसे ना रात्रि दिखी और नाही अपना लगेज,लेकिन उसे क्लोसेट रूम में से कुछ आवाज़ आ रही थी | वह सीधे क्लोसेट रूम में गया |     जब सर्वाक्ष क्लोसेट रूम में गया तो उसने रात्रि को घबराई  हुई हालत में देखा | उसका चेहरा डर से पसीना पसीना हो गया था और ऊपर से वह हल्के से शिवर कर रही थी |    सर्वाक्ष की आइब्रोज सिकुड़ गए | वह उसके करीब जाता तो उसने ध्यान दिया की रात्रि उसके लगेज बैग को अपनी कांपती हाथ से अनपैक कर रही है | सर्वाक्ष की भौंहें सिकुड़ गए |    वह रात्रि को अपने तरफ घुमा कर,उससे सॉफ्ट वे में पूछा ,""_ क्या हुआ बीवी ? तुम इतना घबराई हुई क्यों लग रही हो ? और मेरा लगेज.........? तुमने इसे अनपैक क्यों किया ? "   रात्रि डरते हुए सर्वाक्ष को देख रही थी | फिर वह कसके उसके गले लगते हुए कपकपाहट भरी आवाज में उसका नाम ली,""_ सर्वाक्ष......| "  रात्रि का कपकपाहट सर्वाक्ष अच्छे से मेहसूस कर रहा था | वह उसे अपने बाहों में झकड़ते हुए जेंटल टोन मे कहा ,""_  हाँ बच्चा....मैं यहीं हूँ....बोलो क्या हुआ ? "  रात्रि थोड़ी देर खामोश रही ,फिर हकलाते हुए उससे बोली,""_ अक्ष.... आप इस बिजनेस ट्रिप को कैंसल कर दीजिए ....please अक्ष...मत जाइए | "      सर्वाक्ष उससे अलग हो कर उसके गाल पर हाथ रख प्यार से बोला ,""_ बीवी....मुझे पता है तुम रात में मेरे बिना सो नही पाती...लेकिन बच्चा मैं तुम्हे याद से वीडियो कॉल करता रहूंगा,और मेंशन में रवीश और ध्रुव भी रहेंगे तुम्हे डरने की जरुरत नही है | "    सर्वाक्ष को लग रहा था की रात्रि उसके बगैर रहने के लिए ऐसा जिद्द कर रही है | वही रात्रि अपना सर ना में हिलाते हुए ज़िद्दीपन से बोली,""_ नही...अक्ष....आ आप कही नही जा रहे ..| "     सर्वाक्ष ने कहा ,""_ बीवी मेरा जाना जरूरी है | "  सर्वाक्ष को ना मानता देख रात्रि उस पर चिल्लाते हुए बोली,""_ मैने कहा ना आप नही जा रहे,मतलब आप कही नही जा रहे अक्ष | "     सर्वाक्ष की गुस्से से हाथो की मुट्ठी बन गई | लेकिन वह खुद को शांत करते हुए बेहद धीमी मगर ठंडे लहेजे में बोला ,""_ रात्रि.....,मैने कहा ना मेरा जाना जरूरी है तो मै जा रहा हु | "    सर्वाक्ष उसके हाथ से लगेज चीन कर अपना वार्डरोब खोलने को हुआ की तभी रात्रि उसके हाथ से लगेज बैग छीन कर रोते हुए बोली,""_ आ...... आप नही जा रहे मैं.... मैं आ आपको जाने ही नही दूंगी | "    सर्वाक्ष गुस्से से उसका बाजू पकड़ कर अपने करीब खींचा फिर बेहद सख्ती से बोला ,""_ क्यों बीवी...? मैने कहा ना मैं रात को तुम्हे याद से वीडियो कॉल करूंगा फिर तुम इतना जिद्द क्यों कर रही हो ? "   रात्रि रोते हुए उसके चेहरे अपना हाथो में भरते हुए बोली,""_ अक्ष....प्लीज मत जाइए ना प्लीज अक्ष......| "   सर्वाक्ष गुस्से से एक आह भरा फिर उसे अपने आपसे चिपकाते हुए पूछा ,""_ क्या हुआ है तुम्हे, इतना जिद्द क्यों कर रही हो रात्रि ? मेरा जाना जरूरी है बीवी....,तुम समझ क्यों नही रही ? "       रात्रि रोते हुए उसे खुद से दूर कर चिल्लाते हुए बोली,""_ आ आप समझ नही रहे सर्वाक्ष, मैं आपको रोक रही हूं तो कोई बात होगी ,आप रुक क्यों नही रहे ? "    सर्वाक्ष हैरानी से रात्रि को देख रहा था | उसे नही लगा था की उसकी बीवी इस तरह जिद्द करने लगेगी | वही रात्रि सर्वाक्ष के चेहरे को अपने हथेलियों में भरते हुए बोली,""_ अक्ष ....,मुझे बिलकुल अच्छा नही लग रहा है आ..., आप बस इस ट्रिप को कैंसल कर दीजिए | "    सर्वाक्ष अपने आंखे कसके बंद कर एक गहरी सांस लिया,फिर उसके गाल को सहलाते हुए कहा ,""_ क्या अच्छा नही लग रहा है बीवी,मुझे बताओ | "      रात्रि रोते हुए उसके हाथो में अपने हाथो को फसा कर कसके पकड़ते हुए बोली,""_ अक्ष मुझे ऐसे लग रहा है की  अगर आप वहां जाओगे तो आपको कुछ हो जाएगा,please अक्ष मत जाइए , मैं आपको कुछ भी होते हुए नही देख सकती | "   सर्वाक्ष उसके आंसू पोछते हुए बोला ,""_ लेकिन बीवी..., it's very important meeting for the company..., बीवी मेरा विश्वास करो मैं कुछ खतरनाक करने नही जा रहा,बस मीटिंग अटेंड कर सही सलामत वापस आऊंगा ठीक है ? "   रात्रि इस वक्त सर्वाक्ष के कुछ भी सुनने या मानने के लिए तयार नही थी | वह मना करते हुए बोली,""_ नहीं....आपको इस बार मेरी बात सुननी ही होगी...,आप नहीं जा सकते वरना मैं आपसे कभी बात नहीं करूंगी | "    सर्वाक्ष अपना माथा रब करने लगा | उसे समझ नही आ रहा था की उसकी बीवी को अचानक से क्या हो गया ? क्यों इतना जिद्द करने लगी है ? वह प्यार से बोला ,""_ Try to understand bivi.....? "   " नही नही नही नही...अक्ष आप नहीं जा सकते मतलब आप नहीं जा सकते | " गुस्से से रात्रि चिल्ला उठी |      तभी सर्वाक्ष का फोन रिंग होने लगा | उसने अपना कॉल पिक कर बोला ,""_ok I am coming....| "     सर्वाक्ष कॉल कट किया फिर रात्रि को देखा ,रात्रि रोते हुए उसे ही देख रही थी | सर्वाक्ष उसके करीब बढ़ता की तभी रात्रि लगेज को दूर तक फेंक कर रूम में चली गई |     सर्वाक्ष को इस वक्त एक मीटिंग अटेंड करना था और उसके बाद उसे फ्रांस के लिए निकलना था | वह फिर से लगेज पैक करने सोचा लेकिन उसे देर हो रही थी तो वह वैसे ही बाहर चला गया |    रात्रि रूम का door lock कर डोर को टिक कर खड़ी थी | वह पिछले जन्म में अक्ष को खो चुकी थी लेकिन इस बार वह उसे एक करोच तक आने नही दे सकती थी | चाहे सर्वाक्ष उस पर चिल्लाते हुए गुस्सा करे या कुछ भी करे वह उसे जाने नही देगी |     क्रियाँश जादव......,     क्रियाँश इस वक्त अपने विला के सामने खड़ा था | उसके चेहरे पर बेहद खातिलान मुस्कान था | इस वक्त भी उसके हाथ में रात्रि का तस्वीर था | वह तस्वीर में रात्रि का होंठो को छूते हुए बोला ,""_ बस कुछ देर की बात है रात्रि...,उसके बाद तुम मेरी बाहों में होगी,मेरे बिस्तर में मेरे नीचे होगी...mmmm i am so exited.....| "    क्रियाँश की चेहरे पर बिखरी हुई वह मुस्कान सिर्फ रात्रि के लिए था उसे पाने के लिए उसके साथ रात बिताने के लिए था |      तभी उसके पास उसके असिस्टेंट आ कर बोला ,""_ फ्रांस में जितने भी खुराना कंपनी के ब्रांचेस है सब में कुछ न कुछ प्रोब्लम क्रिएट हो चुके है बॉस.. और इनफॉर्मेशन मिला है की सर्वाक्ष खुराना कुछ घंटे में फ्रांस के लिए निकल रहा है | "   क्रियाँश ने अपना सर हिलाया फिर जा कर अपने कार में बैठ गया |    खुराना मेंशन....      रात्रि अपने रूम के डोर लॉक कर उससे टीक कर खड़ी थी | वही सामने सर्वाक्ष उसे गुस्से से घूर रहा था | वह रात्रि को मनाने का हर मुमकिन कोशिश कर दिया था लेकिन रात्रि इतना जिद्द पर अड़ गई थी की वह उसकी बात मानने या सुनने तयार ही नही थी |     सर्वाक्ष अपना एक आईब्रो रब करते हुए भारी भारी से कदम रखते हुए उसके बेहद करीब गया | फिर सर्द आवाज में बोला ,""_ Move.....| "    सर्वाक्ष का गुस्सैल औरा देख रात्रि अंदर ही अंदर डर गई लेकिन वह उसे जाने नही दे सकती थी | वह अपना सर ना में हिलाते हुए बोली,""_ नही.....| "    सर्वाक्ष गुस्से से उसके आंखो में देखते हुए उसका बाजू कसके पकड़ा फिर उसे डोर से साइड हटा डोर का लॉक खोलने लगा | रात्रि रो रही थी | वह बोली,""_ अगर आपने अभी रूम से बाहर कदम रखा तो आपको मेरा मरा हुआ चेहरा देखना पड़ेगा......| "    रात्रि.....चटाक......| " गुस्से से सर्वाक्ष का हाथ उठ गया |   वही रात्रि का चेहरा एक तरफ झुक गया था | वह रोते हुए अपना गाल पर हाथ रख कर सर्वाक्ष को देखी, सर्वाक्ष का जबड़ा कस गया था | उसकी हिम्मत भी कैसे हुई उससे ऐसे बात करने की ? वह गुस्से से उसके तरफ प्वाइंट कर कुछ कहने को हुआ लेकिन वह बोलते बोलते रुक गया, क्यों की उसे समझ आ गया था की रात्रि कुछ भी समझने की हालत में ही नही है | वह बिना कुछ कहे रूम से बाहर चला गया |   सर्वाक्ष को एक मीटिंग अटेंड करना था तो वह सीधे स्टडी रूम मे चला गया |   रात्रि रोते हुए वैसे ही खड़ी थी | उसे इतना पता था सर्वाक्ष उसकी बात नही मानेगा लेकिन वह उस पर हाथ उठाएगा उसने सोचा नहीं था |     रात्रि रोते हुए बोली,""_ आप मुझे मार ही क्यों ना डालें मैं आपको इस ट्रिप पर जाने नही दूंगी | "   रात्रि जल्दी से रूम से बाहर जा कर स्टडी रूम के तरफ देखते हुए कुछ सोचने लगी ,उसे समझ नही आ रहा था की वह सर्वाक्ष को रोके तो कैसे रोके ? वह अपने मन में बोली,""_ मुझे कुछ करना होगा नही तो यह वहां जा कर खुद को नुकसान पहुंचाएंगे | "           स्टडी रूम के सामने इस वक्त रवीश खड़ा था | उसे सर्वाक्ष से कुछ बात करना था लेकिन सर्वाक्ष अंदर किसी मीटिंग में बिजी था | वह अपने घड़ी में टाइम देखा फिर बिना सर्वाक्ष से मिले जाने को हुआ की तभी उसकी नजर रात्रि पर गई |    रात्रि आज से ऑफिस ज्वाइन करने वाली थी | वह वही से आवाज लगाते हुए बोला ,""_ रात्रि भाभी....,मुझे कुछ काम है मैं अभी निकल रहा हु ,आप ध्रुव से कह दो वह आपको ऑफिस ड्रॉप कर देगा, मैं आपको वही मिलता हु | "   रात्रि ने बस सर हिला दिया | रवीश वहा से चला गया | थोड़ी देर बाद सर्वाक्ष मीटिंग खत्म कर बाहर आया,रात्रि स्टडी रूम के थोड़ी दूरी पर कुछ सोचते हुए खड़ी थी | सर्वाक्ष ने उसे देखा तो उसका दिल बैठ गया | उसने आज उस पर कैसे हाथ उठा दिया ? उसे अंदर ही अंदर तकलीफ हो रहा था | वह उसे मनाना भी चाहता था लेकिन उसके पास इस वक्त टाइम नही था तो वापस आ कर रात्रि को मनाने का सोच कर जाने लगा |     रात्रि उसे देखते हुए ही सीढ़ियों के पास खड़े हो गई | रात्रि ने एक नजर मीना को देखी जो सीढियों के नीचे ही खड़ी थी और कुछ सर्वेंट्स को इंस्ट्रक्शन दे रही थी |     रात्रि फिर सर्वाक्ष को देखने लगी ,जो अब मैन डोर से बाहर जा ही रहा था | रात्रि अपने मन में बोली,""_ I am sorry aksh...., जैसे आप मुझे कुछ भी होते हुए नही देखना चाहते तो वैसे ही मैं भी आपके साथ कुछ होते हुए नही देख सकती,अब आपको मुझे दर्द में तड़पते हुए देखना होगा,आपको वहा जाने से रोकने के लिए मुझे खुद को चोट पहुंचाना ही होगा,आपने मेरी बात सुना ही नही तो अब देखिए मै अपने साथ क्या करती हूं | "   रात्रि एक गहरी सांस लेते हुए सीढ़ियों से नीचे गिर गई |    " अअह्ह्ह्हह्ह अह्ह्ह......| "      मीना और सर्वेंट्स हैरानी से रात्रि को देखने लगे | वही सर्वाक्ष ने बस बाहर की ओर कदम रखा ही था की उसे रात्रि दर्दनाक चीख सुनाई दी तो वह जल्दी से मुड़ कर देखा | लेकिन सामने का नज़ार देख उसे ऐसा लगा की उसके पैरों तले जमीन ही किसक गई हो |      Missy........? "    रात्रि गिरते हुए सीधे नीचे फर्श पर आ गिरी थी | और उसके सिर से बहुत बुरी तरह खून बहने लगा था | धीरे धीरे रात्री होश खोने लगी थी ,लेकिन वह अंधखुली आंखो से अभी भी सर्वाक्ष को देख रही थी जो मैन डोर के पास बेजान सा खड़ा था | रात्रि ने खून से सने हुए अपने हाथ को उसके तरफ फैला कर धीमी आवाज में उसका नाम ली,""_ अ....अक्ष...| "   रात्रि की आंखो के सामने अंधेरा सा छाने लगा और वह देखते ही देखते बेहोश हो गई | वही सर्वाक्ष चिल्लाते हुए दौड़ कर उसके पास आया |        " रात्रि.....| "   To be continued..........

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