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Chapter 30

chapter 30

Love With My Beast Husband

   अब आगे ....,    खुराना मेंशन.....,        रात्रि रेडी हो कर रूम से बाहर आई तो उसकी नजर रवीश पर गई | जो जिम रूम से अपना पसीने पोछते हुए बाहर आ रहा था |     " Morning भाई.....| " रात्रि उसे मॉर्निंग विश करते हुए आस पास किसी को ढूंढने लगी | वह ध्रुव को ढूंढ रही थी,जब उसे ध्रुव नही दिखा तो वह रवीश से पूछी ,""_ रवीश भाई....ध्रुव भाई कही नजर नहीं आ रहे ? कहा है वह ? "    रवीश ने कहा ,""_ वह तो आज जल्दी ही चला गया..,उसे अस्पताल से कॉल आया था भाभी | "  " ओह 😮...| " रात्रि ने कहा ,फिर वह सोचते हुए उससे बोली,""_ ठीक है भाई...., मैं कॉलेज के बाद सीधे अस्पताल जाऊंगी |      रवीश की आइब्रोज सिकुड़ गए | वह ना समझी में रात्रि को देख पूछा ,""_ आप अस्पताल क्यों जाएंगे ? आपकी तबियत तो ठीक है ना ? "    रवीश की बात सुन रात्रि ने अपना सर हिला कर कहा,""_ हां भाई मै ठीक हु ...| "  बोलते हुए रात्रि सीढ़ियों से उतर कर किचन में चली गई | वही रवीश अभी भी ना समझी में रात्रि को जाता हुआ देख रहा था | वह अपने मन में बोला ,""_ अगर भाभी की तबीयत ठीक है तो इन्हे अस्पताल जाने की क्या जरूरत है ? mmm अक्ष से ही पूछ लेता हु | "     रवीश फिर फ्रेश होने अपने रूम के तरफ चला गया |   किचन में मीना रात्रि के लिए लंच बॉक्स रेडी कर रही थी | वह फिर रात्रि को लंच बॉक्स देते हुए  बोली,""_मिस्सी... आपका लंच बॉक्स और जूस....| "     मीना ने रात्रि को जूस से भरी हुई ग्लास को भी दिया | रात्रि जूस का ग्लास उठाते हुए बोली,""_ मीना तुम एक और लंच बॉक्स पैक करो, मैं दुपहरे में अस्पताल जा रही हू तो ध्रुव भाई को टिफिन दे दूंगी | "    मीना ने जल्दी से ध्रुव के लिए भी लंच बॉक्स पैक करने लगी | वही रात्रि के मन में कुछ और ही चल रहा था ,वह कुछ सोचते हुए अपना ज्यूस खतम किया | फिर लंच बॉक्स ले कर कॉलेज के लिए निकल पड़ी |       क्रियाँश का मेंशन......,  क्रियाँश कॉफ़ी का सीप लेते हुए अपने लैपटॉप में कुछ ज्वैलैरी डिजाइंस को देख रहा था जो रात्रि ने डिजाइन किया था और अब मार्केट में अलग ही तहलका मचा रही थी | रात्रि के वह सारे डिजाइंस कुछ कुछ लाको में बिख रहे थे तो कुछ कुछ करोड़ों में ....|   वही क्रियाँश कुछ सोचते हुए एक एक कर रात्रि के सारे इनफॉर्मेशन निकाल रहा था | और उसके चेहरे पर बेहद शैतानी मुस्कान भी बिखर गया था |    तभी वहा उदय आ कर बोला ,""_ बॉस....,वह लड़की कॉलेज के लिए निकल चुकी है | "    क्रियाँश के होंठो पर टेढ़ी स्माइल आ गया | वह उदय से बोला ,""_ mmmm रात्रि की बारे में और कोई इनफॉर्मेशन ? "    उदय ने कहा ,""_ कुछ खास information तो नही मिला बॉस ,लेकिन उसकी बेस्ट फ्रेंड रावी हमारा काम आ सकती है ,मैने उस लड़की से बात की है वह हमारी हेल्प कर सकती है | "     क्रियाँश ने अपना सर हिला कर कुछ सोचा,फिर उदय से कहा ,""_ उस लड़की को मेरा कॉन्टैक्ट नंबर दो मैं उससे बात कर लूंगा ....| " " जी बॉस.....!! बोलते हुए उदय वहा से जाने को हुआ तभी क्रियाँश उसे रोकते हुए कहा ,""_ रूको...., रात्रि ने अब बिजनेस वर्ल्ड में कदम रखा है, उसकी डिजाइन किए हुए सारे ज्वैलरी अच्छे खासे पैसे कमा रही है तो उन्हें मेरी तरफ से एक डील ऑफर करो....,और हो सके उसके साथ एक मीटिंग....,तुम समझ रहे हो ना मैं क्या कहना चाह रहा हु ? "   उदय हैरानी से क्रियांश को देख रहा था | जो क्रियान्श कह रहा था वह करना इतना भी आसान नही था | खुराना एंटरप्राइजेज में सर्वाक्ष के ज्यादा ही स्ट्रिक्ट रूल्स थे | सब पास करते हुए रात्रि तक पहुंचने  कम से कम दो तीन मंथ तो लग ही जाते l   उदय हकलाते हुए अपना सर हा में हिलाते हुए कहा ,""_ जी...., जी बॉस..| "  उदय फिर वहा से चला गया |  दूसरी तरफ.....,  हॉस्पिटल में....,        ध्रुव का केबिन.....,     ध्रुव हैरानी से अपने सामने खड़ी मीरा को देख पूछा ,""_ क्या मतलब है तुम्हारा ? "    मीरा थोड़ा हिचकिचाते हुए बोली,""_ डॉक्टर ध्रुव.....,हॉस्पिटल में कोई पेशेंट्स के पर्सनल डिटेल्स को हैक कर रहा है | "  ध्रुव की हाथो की मुट्ठी भींच गए | उसे अच्छे से पता था उसके हॉस्पिटल में यह काम कोन कर रहा है ? वह गुस्से से अपने मन में बोला ,""_ मैं उस लड़की को मार डालूँगा...., वह मेरे पेशेंट्स का लाइफ बर्बाद करने की कोशिश कर रही है....? उससे पहले मैं ही उसे बर्बाद कर देता हु | "   ध्रुव का खून खौल रहा था | वह डॉक्टर शालिनी की बारे में सोचते हुए अपने मन में फीर बोला ,""_ मैं भले ही एक गैंगस्टर हु लेकिन मैंने कभी किसी निर्दोष का जान नही लिया .......डॉक्टर शालिनी अब तुम्हारे अच्छे दिन खत्म हो गए हैं,क्यों की तुमने गलत इंसान से पंगा जो लिया है | "       मीरा मासूमियत से एक टक ध्रुव को देख रही थी | ध्रुव का गुस्सैल चेहरा देख उसे थोड़ा डर लग रहा था | उसने कल पहली बार ध्रुव का उस तरह गुसौल औरा देखा था गुस्से से ध्रुव भी कोई राक्षस से कम नही लगता था |    ध्रुव तिरछी स्माइल करते हुए उठ कर मीरा के करीब जा कर उसके फोरहेड को टैप कर कहा ,""_ thanks....| "     ध्रुव के करीब आने से मीरा हैरानी से उसे देखने लगी थी | उसकी धड़कने पता नही किसी पागलों की तरह धड़कने लगे थे | वही ध्रुव बोला ,""_ तुमने मुझे इनफॉर्म कर अच्छा किया....,Good | "      ध्रुव का हाथ अब मीरा के गाल पर आ गया था | मीरा का हालत खड़े खड़े ही खराब हो रहा था | ध्रुव फिर वहा से चला गया ,तो वही मीरा गहरी गहरी सांस लेते हुए अपने मन में बोली,""_ उन्होंने मेरा सिर थपथपाया..., और मुझे छुआ भी.....? "    मीरा शरमाते हुए अपने गाल को छूने लगी जहा अभी अभी ध्रुव ने छुआ था | उसका पूरा चेहरा ब्लश करते हुए एक दम से लाल हो गया था |       कॉलेज मे.....,      क्लास रूम में बैठी हुई रात्रि का चेहरा इस वक्त पूरी तरह लटक गया था | वह ऐसे नज़र आ रही थी जैसे वह ऊब गई हो |        वह बडबडाते हुए बोली,""_ बैठे बैठे मैं यहां बहुत ऊब गई हूं 😮‍💨...,कभी-कभी तो मुझे लगता है की मैंने यह कॉलेज ही क्यों ज्वाइन किया... ? Ugh ugh.. उह | "      रात्रि यही सब बड़बड़ाते हुए डेस्क पर सिर भी पटकने लगी थी | रात्रि के थोड़ी ही दूरी पर रावी बैठी थी | रात्रि को इस तरह अजीब सा बर्ताव करता देख वह उठ कर उसके पास जा कर पूछी,""_ रात्रि.....,क्या तुम ठीक हो ? "     रावी को देख रात्रि का चेहरे के हाव भाव बदल गए | वह बिना उसे कोई जवाब दिए दूसरी तरफ मुंह फेर कर बैठ गई |       रावी कुछ दिन से यही नोटिस कर रही थी | रात्रि  उससे सीधे मुंह बात कर ही नही रही थी | वह मासूम सी आवाज में बोली,""_ रात्रि तुम्हें क्या हो गया है ? तुम मुझसे ठीक से बात भी नहीं करती हो ? क्या मैंने तुम्हारे साथ कुछ गलत किया है ? "      रात्रि की हाथो की मुट्ठी भींच गए | वही रावी बेहद दया भरी नजरों से देखने लगी,तभी रात्रि गुस्से से बोली,""_ देखो रावी...,मेरे पास बेकार चीजों पर  बर्बाद करने का समय नहीं है इसलिए प्लीज....मुझसे दूर ही रहो | "     रात्रि का फिर से इस तरह का रूखापन देख कर रावी की दांत भींच गए थे | वही रात्रि उठ कर क्लास से बाहर चली गई |      सर्वाक्ष के गार्ड्स रात्रि के वही आस पास ही थे लेकिन उन्होंने नॉर्मल कपड़े पहना था जिस वजह से किसी को पता नही था की वह रात्रि के गार्ड्स है | एक गॉर्ड रात्रि के पास आ कर धीमी आवाज में बोला ,""_Lady Boss...., ड्राइवर बाहर ही आपका इंतज़ार कर रहा है | "  ठीक है....| " रात्रि बैग ले कर बाहर चली गई | वही रावी अभी भी गुस्से से उसे जाता हुआ घूर रही थी | वह अपने हाथो की मुट्ठी भींचते हुए बोली,""_ damn bi**...,मुझे बहुत जल्द इस लड़की से छुटकारा पाना होगा... ,इससे पहले कि यह लड़की मिस्टर खुराना के करीब पहुँचे...,मुझे मिसेज सर्वाक्ष खुराना बनना ही होगा | "      रावी यही सब सोचते हुए अपने नाखून काटने लगी | तभी उसके फोन में एक unknown number से कॉल आया | रावी फोन रिसीव करते हुए बाहर चली गई |       वही कॉलेज से बाहर निकली रात्रि करीब आधा घंटे बाद ध्रुव के अस्पताल पहुंच गई थी | रात्रि कार से बाहर आ कर ड्राइवर से बोली,""_ अंकल आप जाइये... ,मैं ध्रुव भाई के साथ घर आ जाऊंगी | "    ड्राइवर ने सर हिलाया फिर सर्वाक्ष को एक मैसेज ड्रॉप कर वहा से चला गया | वही रात्रि सीधे अस्पताल के अंदर चली गई |       रात्रि रिसेप्शनिस्ट के पास गई,तभी वह रिसेप्शनिस्ट बोली,""_ हेलो मैम....,How can I help you? "     रात्रि अस्पताल के चारो और अपने नज़रे दौड़ाते हुए उससे बोली,""_मैं डॉक्टर ध्रुव से मिलने आई हू....| "   रिसेप्शनिस्ट हा में सर हिलाते हुए रात्रि को डाक्टर ध्रुव के कैबिन के बारे में बताती तभी उसे मीरा नजर आई जो कुछ फाइल्स लिए वहा से जा रही थी |   रिसेप्शनिस्ट ने मीरा को आवाज लगाया ,""_ डॉक्टर मीरा ..? "   हुह...? What's wrong ?  " मीरा रुक कर ना समझी में उसकी तरफ देखते हुए पूछी |   तभी वह रिसेप्शनिस्ट उससे पूछी,""_ क्या आप डॉक्टर ध्रुव के केबिन जा रहे हैं? "   मीरा छोटू सा चेहरा बना कर अपने हाथ में पकड़े ढेर सारे फाइल्स को दिखाते हुए बोली,""_ इतने सारे फाइल्स के साथ मैं और कहां ही जा सकती हु | "   मीरा की बात पर रिसेप्शनिस्ट ने सर हिलाया,फिर रात्रि के तरफ इशारा करते हुए उससे बोली,""_ यह मिस डॉक्टर ध्रुव से मिलना चाहती है...,इन्हे भी अपने साथ ले जाओ | "  मीरा अपना सर हिलाते हुए रात्रि को ले कर ध्रुव के केबिन की तरफ जाने लगी | रात्रि एक टक मीरा को देख रही थी |    To be continued......   Precap......    Ice cream खाते हुए मजे से चल रही रात्रि का ध्यान सिर्फ आइस क्रीम पर ही था | वह फिर रोड क्रॉस करते हॉस्पिटल के तरफ जाने लगी | वही थोड़ी ही दूरी पर ड्राइविंग सीट पर बैठी हुई लड़की की नफरत भरी नजर रात्रि पर ही टिकी थी | गुस्से से उसने रात्रि के ओर कार स्टार्ट कर दिया |    क्या रात्रि के साथ कुछ अनहोनी होगा ? जानने के लिए पढते रहिए ....., Good night guys     Â

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