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Chapter 31

chapter 31

Love With My Beast Husband

   अब आगे ...,      खुराना एंटरप्राइजेज.....,      सर्वाक्ष अपने रिवॉलिविंग चेयर को इधर उधर घुमाते हुए सामने खड़े अपने असिस्टेंट की बाते सुन रहा था | सर्वाक्ष के चेहरे पर हमेशा के तरह इस वक्त कोई भाव नहीं था ,वह बस अपना सर हेड्रेस्ट को टिका कर कंपनी के weekly update सुन रहा था,जो इस वक्त उसका असिस्टेंट बता रहा था |    तभी कैबिन का डोर खुला और रवीश एक फाइल लिए अंदर आया, सर्वाक्ष ने एक नज़र रवीश को देखा फिर अपने असिस्टेंट को वहा से जाने का इशारा किया |     रवीश का चेहरा इस वक्त ज्यादा ही गुस्से से भरा था | वह सर्वाक्ष के सामने रखे हुए चेयर पर बैठते हुए गुस्से से बोला ,""_ भाभी के आस पास हमे हाई सिक्योरिटी टाइट करने की जरूरत है अक्ष....| "   सर्वाक्ष के चेहरे के हाव भाव एक दम से सख्त हो गए | वह अपने दोनो हाथ टेबल पर रख कर रवीश के ओर झुकते हुए बेचैनी से कहा ,""_ क्या मतलब है तुम्हारा ? रात्रि ठीक तो है ना ? उस पर कोई ....? "   सर्वाक्ष अपनी बात पूरा भी करता उससे पहले ही रवीश उसे शांत करते हुए बोला ,""_ Relax Aksh...., भाभी बिलकुल ठीक है लेकिन हमारे spy से अभी अभी मुझे पता चला कि क्रियांश भाभी पर नजर रख रहा है,और कल से उसने भाभी की बहुत सी इनफॉर्मेशन कलेक्ट की है | "   सर्वाक्ष की हाथो की मुट्ठी भींच गई | वह सख्ती से बोला ,""_ गार्ड्स से कहो की अलर्ट रहे ,mmm आज मै खुद रात्रि को कॉलेज से पिक कर लूंगा | "  बोलते हुए सर्वाक्ष उठ कर कार के keys उठाया | वह जाने को हुआ की तभी रवीश उसे रोकते हुए बोला ,""_ भाभी तुम्हे इस वक्त कॉलेज में नही हॉस्पिटल में मिलेगी....| "     सर्वाक्ष की आइब्रोज जुड़ गए ,वह मुड़ कर रवीश को सवालिया नजरो से देखते हुए जल्दी से अपना फोन निकाल कर रात्रि का नंबर डायल करने को हुआ की तभी उसे अपने ड्राइवर का मेसेज दिखा , जिसमें लिखा था की ' रात्रि ध्रुव के साथ घर आ जाएगी '     सर्वाक्ष ना समझी में बड़बड़ाते हुए बोला ,""_ यह लड़की अस्पताला क्यों गई ? इसकी तबियत तो ठीक है ना ? "    सर्वाक्ष को अंदर ही अंदर अजीब सी बेचैनी मेहसूस हो रहा था | वही रवीश एक टक सर्वाक्ष को देख रहा था ,उसे लगा था की सर्वाक्ष को पता होगा कि रात्रि हॉस्पिटल क्यों चली गई है ? लेकिन सर्वाक्ष को देख उसे समझ आ गया की रात्रि ने उसे भी नही बताया |     सर्वाक्ष इधर उधर टहलते हुए रात्रि को कॉल करने लगा l रात्रि का फोन रिंग तो हो रहा था लेकिन वह पिक नही कर रही थी | सर्वाक्ष फिर ध्रुव को कॉल करते हुए हॉस्पिटल के लिए निकल गया l    अस्पताल में......,   रात्रि और मीरा दोनों इस वक्त ध्रुव के केबिन की ओर चल रहे थे | वही मीरा अपने हाथ में पकड़े हुए बहुत सी रिपोर्ट के फाइलों को संभालते हुए चल रही थी | रात्रि की नज़र उस पर ही था ,वह रुक कर बोली,""_ can I help you ? "  मीरा मना करते हुए बोली,""_ नही नही ...,मुझे इसकी आदत है | "     रात्रि चुप हो गई, लेकिन वह मन ही मन ध्रुव को कोसने लगी ,वह मीरा को इतना सारा काम कैसे दे सकता है ? बेचारी....🙂 |     मीरा ध्रुव के केबिन के सामने रुक कर रात्रि से बोली,""_ यह डॉक्टर ध्रुव का केबिन है ma'am | "    रात्रि केबिन का डोर खोल कर अंदर चली गई | ध्रुव इस वक्त किसी पेशंट का रिपोर्ट चेक कर रहा था l जैसे ही उसे डोर खुलने की आवाज सुनाई दी,उसे लगा मीरा आई है वह बिना सामने देखे ही बोला ,""_ मीरा....,where is report of ®©®®© पेशंट....? "    मीरा भी इस वक्त रात्रि के साथ ही केबिन में आई थी | वह ध्रुव को कोई जवाब देती उससे पहले ही रात्रि ने गुस्से से कहा ,""_ क्या आप यह खुद नही ढूंढ सकते ? "   ध्रुव की आइब्रोज आपस में ही जुड़ गए | वह अपना सर ऊपर कर सामने देखा तो उसकी आंखे बड़ी हो गई |     " आ आप.....? आप यहां क्या कर रहे है ? " सामने गुस्से से घूर रही रात्रि को देख ध्रुव ने ना समझी में उससे पूछा |     रात्रि उसे लंच बॉक्स दिखाते हुए उसके करीब जा कर बोली,""_ रवीश भाई ने कहा की आप सुबह जल्द ही आए है ......इसलिए मैं आपके लिए दोपहरे का खाना लाई हूँ | "    ध्रुव प्यारी सी मुस्कान पास करते हुए उससे कहा ,""_oh my my sweet sweet Ratri...| "   रात्रि ने अपने आंखे छोटी कर ध्रुव को देखा ,ध्रुव का बोलने का तरीका थोड़ा अजीब था ,वह फिर टेढ़ी नज़रों से मीरा को देखने लगी....,मीरा के चेहरे के रंग उड़ गया था | वह रात्रि और ध्रुव को देख अपने मन में उदासियत से बोली,""_ व्हहहह....यह डॉक्टर ध्रुव की गर्लफ्रेंड है ? मुझे नहीं लगा था ध्रुव किसी के साथ रिलेशनशिप में भी है ?  "            ध्रुव बिना मीरा के नजरों में आए ही उसे ही देख रहा था | लेकिन रात्रि की नजरों से यह छुपा नहीं था | वही मीरा की चेहरे पर बनती बिगड़ती एक्सप्रेशन देख कर ध्रुव को यकीन हो रहा था की मीरा उसे चाहने लगी है |     ध्रुव फिर मीरा को पूरी तरह इग्नोर कर रात्रि से पूछा ,""_ Lunch मैं क्या स्पेशल है आज ? "     रात्रि अपना कंधा उचकाते हुए टेबल पर लंच बॉक्स रखते हुए बोली,""_ पता नही ...,मीना ने पैक किया है | "       ध्रुव मुस्कुराते हुए लंच बॉक्स लेने को हुआ की तभी मीरा ने सारे फाइल्स को उसके टेबल में जोर से फटकते हुए रख दी |    रात्रि की आंखे हल्के भींच गए तो वही ध्रुव की आंखे छोटी हो गई थी | वह अपना एक आईब्रो रेंज कर मीरा को घूरने लगा | तभी मीरा अपने दांत टटोरते हुए मगर अपने चेहरे पर झूठी मुस्कान लिए बोली,""_ You please continue your Lunch with your Girlfriend doctor...( आप कृपया अपनी गर्लफ़्रेंड के साथ लंच जारी रखें डॉक्टर ) "    मीरा अपने पैर फटकते हुए केबिन से बाहर चली गई | वही ध्रुव के अप्पर लिप हल्के से मुड़ गए थे | वही रात्रि लाचारी में अपना सर हिलाते हुए बोली,""_ mm jelly girl..😼 "     ध्रुव के साथ रात्रि को देख मीरा को बहुत ही jealous feel हो रहा था और यह बात उसके चेहरे के हाव भाव और हरकत ने अच्छे से रात्रि और ध्रुव को बयां कर दिया था | ध्रुव को पता नही उसे इतना चिड़ा हुआ देख बड़ा ही मज़ा आ रहा था |    वही रात्रि अपने जगह से उठते हुए बोली,""_ mmm ध्रुव भाई....,आप अपना लंच एंजॉय करिए मैं चली ...? "  कहा ..? " ध्रुव उसे रोकते हुए पूछा ,तो रात्रि ने पप्पी जैसा फेस बना कर कहा ,""_ I want cold coffee... इसीलिए में कैफे जा रही हू | "  ध्रुव ने सर हिलाते हुए कहा ,""_ be careful भाभी.....| "   रात्रि अपना सर हिला कर बाहर जाते हुए बोली,""_ mmmm ....bye...and don't give Meera too much work ....( और please मीरा को ज्यादा काम मत दो ) "   हुह ...? " ध्रुव ना समझी में रात्रि को जाता हुआ देखा ,फिर अपना सर लाचारी में हिला दिया | उसे लड़किया समझ ही नही आते थे |      वही हॉस्पिटल से बाहर निकली रात्रि सीधे पास के ही एक कैफे में चली गई थी | उसने अपने लिए एक कोल्ड coffee ☕ खरीदा फिर उसका सिप लेते हुए हॉस्पिटल के और चल पड़ी | बहुत दिनो बाद वह कोल्ड कॉफी पी रही थी तो उसका पूरा ध्यान कोल्ड कॉफी का मजा लेने में ही था l      लेकिन रात्रि के थोड़ी ही दूरी पर एक कार खड़ी थी l वह कार रावी का था और वह इस वक्त ड्राइविंग सीट पर रावी बैठ कर अपने सामने रोड क्रॉस कर रही रात्रि को बेहद नफरत से देख रही थी | रात्रि की चेहरे पर बिखरी हुई सुकून भरा मुस्कान उससे बिल्कुल देखा नही जा रहा था | गुस्से से उसके दोनो हाथ स्टेरिंग पर कस भी गए थे | वह अपने दांत पीसते हुए कार को फूल स्पीड में रात्रि की और बढ़ा दिया |       वही रात्रि अपने ही दुनिया में घूम हो कर काफी का सिप लेते हुए रोड क्रॉस कर रही थी | रावी हाई स्पीड में कार चला रही थी ,वह जा कर रात्रि को हिट करती उससे पहले ही रात्रि का नाम चिल्लाते हुए किसी ने उसे अपने तरफ खींच लिया |    " रात्रि........!!!"   " अअह्ह्ह...."   रात्रि को कुछ समझ ही नही आया था की उसके साथ अभी अभी हुआ क्या था ? और किसने उसे अपने तरफ खींचा ? और क्यों ? वह कुछ समझ पाती उससे पहले ही उसका सर रोड के किनारे में पड़ी एक पत्थर से टकरा गया |    वही सामने सर्वाक्ष को आ कर रात्रि को बचाता देख रावी की दांत भींच गए थे | गुस्से से उसके आंखे अंगारे भरसने लगे थे लेकिन वह बिना रुके वहा से जल्दी से उसी स्पीड में कार चलाते हुए वहा से चली गई |      वही सर्वाक्ष का पूरा ध्यान रात्रि पर था | पत्थर को लगने से रात्रि की सर से अब खून बह रहा था और रात्रि की आंखे दर्द से भींच भी गए थे |    वही सर्वाक्ष बेचैनी से उसके गाल को थपथपाते हुए उसे आवाज लगाया,"" _ रात्रि.....? रात्रि.....तुम ठीक हो ना ? "     रात्रि धीरे से अपने आंखे खोली लेकिन उसे सब धुंधला सा नजर आने लगा था | वह धीरे से सर्वाक्ष का नाम लेते हुए बेहोश हो गई |     रात्रि.....? " सर्वाक्ष बिना देर किए जल्दी से रात्रि को अपने गोद में उठाए हॉस्पिटल के और भाग गया |       ध्रुव का केबिन .....,    "  डॉक्टर ध्रुव....? " ध्रुव को आवाज लगाते हुए मीरा हाफते हुए उसके केबिन में आई |  ध्रुव किसी पेशंट से बात कर रहा था लेकिन मीरा को इस तरह हाफ़ते हुए अंदर आता देख वह अपने जगह से उठ कर उसके करीब जाते हुए कहा ,""_ what's Wrong Meera....? "  मीरा बोली,""_ ध्रुव....आ आपकी गर्लफ्रेंड ? "   ध्रुव उसे सवालिया निगाहों से देखते हुए कहा,""_ गर्लफ्रेंड....? मेरी कोई गर्लफ्रेंड नही....? "   मीरा को रात्रि का नाम याद नही आ रहा था | लेकिन तभी उसकी नज़र रात्रि के लाए हुए lunch बॉक्स पर गई | वह जल्दी से लंच बॉक्स के तरफ इशारा करते हुए बोली,""_ ध्रुव...थोड़ी देर पहले आपसे मिलने एक लड़की आई थी ना ...,आपके लिए लंच बॉक्स ले कर ...? "    ध्रुव की आंखे हैरानी से बड़ी हो गई | वह जल्दी से बाहर भागते हुए कहा ,""_ रात्रि भाभी....? "     मीरा भी ध्रुव के पीछे भागने को हुई लेकिन ध्रुव के मुंह से भाभी वर्ड सुन वह अपने जगह में रुक कर बड़बड़ाते हुए बोली,""_ भाभी..? "    ध्रुव जैसे ही बाहर भगा तो उसे सामने ही सर्वाक्ष रात्रि को ले कर हॉस्पिटल के अंदर आते हुए नजर आया |   करीब दो घंटे बाद.....,       ज्यादा ही सर पर गहरी चोट लगने की वजह से रात्रि के सर पर बहुत सी 🤕 बैंडेज किया गया था | और रात्रि का चेहरा हल्का पीला पड़ गया था l    रात्री एक टक सामने बैठे हुए सर्वक्ष को देख रही थी | सर्वाक्ष इस वक्त उसके लिए सेब कट कर रहा था लेकिन उसका औरा बेहद सर्द और गुस्सैल एक्सप्रेशंस से भरा था |     उस वीआईपी वार्ड में रात्रि और सर्वाक्ष के अलावा तीन और लोग थे | रवीश,ध्रुव और मीरा लेकिन फिर भी वार्ड में अजीब तरह का सन्नाटा फसरा गया था | और सर्वाक्ष का यह ठंडा औरा वार्ड का माहोल को बेहद भयानक बना रहा था |     रात्रि को सर्वाक्ष का यह बिहेवियर बिलकुल समझ नही आया था | वह उससे नज़रे हटा कर रवीश और ध्रुव को देखने लगी | वह दोनो इस वक्त ना समझी में कभी सर्वाक्ष को देख रहे थे तो कभी रात्रि को ? उन्हे भी सर्वाक्ष का बिहेवियर समझ ही नही आया था |      रात्रि को इस तरह अपने तरफ देखता देख वह दोनो इशारों में ही अपना कंधा उचकाए जैसे कह रहे हो की सर्वाक्ष को अचानक से क्या हुआ उन्हे नही पता ?     रात्रि फिर मासूमियत से अपने आंखे टिमटिमाते हुए सर्वाक्ष को देखने लगी l तभी सर्वाक्ष उसके तरफ एक सेब का स्लाइड बढ़ाया ,रात्रि बोली,""_ अक्ष....mmmmmm | "    रात्रि आगे कुछ भी बोलती उससे पहले ही सर्वाक्ष ने उसके मुंह में सेब रख दिया था l रात्रि उसे हैरानी से देखते हुए सेब चबाने लगी |      सर्वाक्ष उसे बिना भाव के देख रहा था | तभी रात्रि फिर से सेब को चबाते हुए ही कुछ बोलने को हुई लेकिन सर्वाक्ष ने उसे ऐसे घूरा जिससे रात्रि को अपने मुंह खोलने का हिम्मत ही तक नही हुआ |       रात्रि फिर से रवीश और ध्रुव को देखी ,उन दोनो ने फिर से अपना कंधा उचका कर इशारों में ही बोले की उन्हें सच में नही पता की उसके पति को क्या हुआ है ? रात्रि का मुंह लटक गया ,उसे समझ ही नही आ रहा था की उसका यह बीस्ट हसबैंड उसे इस तरह साइलेंट ट्रीटमेंट क्यों दे रहा है ? वह इस वक्त हॉस्पिटलाइज्ड हुई थी ,सर पर गहरी चोट आने से उसे तकलीफ हो रहा था | तो ऐसे में सर्वाक्ष को उसे पैंपर करते हुए उसका ध्यान रखना चाहिए लेकिन सर्वाक्ष इस वक्त दुनिया भर का रुड्नेस अपने चेहरे पर लिए उसे ही गुस्से से देखे जा रहा था l    सर्वाक्ष एक एक कर अपने वही ठंडा एक्सप्रेशंस दिखाते हुए रात्रि को पूरा सेब खिलाया ,फिर गरमा गरम सुफ का बाउल उठाया | रात्रि अब उसे सब चबाते हुए घूर रही थी | वह बोली,""_ अक्ष आप ऐसे मुझे मुंह बना कर क्यों खिला रहे है ? आपको सेब महंगा पड़ गया या फिर मेरे इस तरह एडमिट होने से हॉस्पिटल का बिल ? मैं देख रही हू अक्ष आपके नकरे दिन ब दिन बढ़ते ही जा रहे | "        रात्रि की यह बात सुन सर्वाक्ष का गुस्सा और बढ़ गया | वही रवीश और ध्रुव की हंसी छूट गई थी | पूरे अंडरवर्ल्ड में सर्वाक्ष खुराना का कितना खौफ फैला है जिसका अंदाजा तक रात्रि को नही था लेकिन रात्रि...? रात्रि अपने सामने अक्ष का कुछ चलने ही नही दे रही थी ? "   सर्वाक्ष मुड़ कर रवीश और ध्रुव को घूरा तो वह दोनो अपने दांत दिखाते हुए वार्ड से बाहर चले गए | मीरा भी उनके पीछे चली गई |           वार्ड में अब सर्वाक्ष और रात्रि बचे थे | रात्रि गुस्से से सर्वाक्ष को घूर रही थी लेकिन सर्वाक्ष का औरा हर पल गुस्से से शैतान की तरह दिखने लगा था | वह डरते हुए उससे पीछे हटने लगी ,वही सर्वाक्ष अपने जगह से उठ कर अपने स्लीव्स को फोल्ड करने लगा |     रात्रि अपना मुंह खोले सर्वाक्ष को देख रही थी | वह अपने मन में बोली,""_ इन्हे हो क्या गया है ? इतने गुस्से में ..? कही मुझ पर हाथ उठाने का तो नही सोच रहे ...? "    रात्रि का चेहरा रोनी जैसा हो गया | वह अपने गालों को ढक कर नम आंखो से सर्वाक्ष को देखने लगी | सर्वाक्ष उसे बेहद सर्द नजरो से उसे ही देख रहा था | वह उसके बेहद करीब जाते हुए कहा ,""_ मेरे बारे में कुछ सोचा होगा न तुमने ? "   रात्रि की आइब्रोज आपस में जुड़ गए,वह ना समझी में सर्वाक्ष को देखने लगी | वह फिर उससे पूछी,""_ मतलब ..? "  " मतलब ये की तुम्हारा इस तरह केरलेस हो कर बार बार रास्ते में जा कर आपने जान को खतरे में डालना,इस तरह चोट पहुंचा कर मुझे तकलीफ देना ......,mmm ऐसी हरकतें तुम्हारे आगे भी जारी रहेंगे तो मेरे बारे में कुछ सोचा होगा न तुमने ? " सर्वाक्ष ने यह सब तंज भरी लहजे में कहा था |        सर्वाक्ष की एक एक बात रात्रि के दिल पर war कर गए | वह नम आंखो से उसे देख अपनासर ना में हिलाते हुए बोली,""_ अक्ष..... मैं...? "    रात्रि अपनी बात कह पाती उससे पहले ही सर्वाक्ष उस पर अचानक से चिल्लाते हुए कहा ,""_  चुप करो तुम....?तुम्हारी हिम्मत भी कैसे हुई ...,मुझे बिना बताए हॉस्पिटल आने की ? हा ? और किसने कहा था तुम्हे क्लासेज बंक करने की ? और तुम्हे पता भी है तुम कितना केयरलेस हो ? जब तुमसे रोड क्रॉस किया नही जाता है तो तुम रोड पर घूमने क्यों निकलती हो ? "  रात्रि की आंखों से आंसू बहने लगे थे | सर्वाक्ष का इस तरह गुस्सा करना उसे ज्यादा ही हर्ट कर रहा था  | उसने जानबूझ कर खुद को हर्ट करने रास्ते पर घूमने नही गई थी ,वह तो इत्तेफाक से हो गया था |       इत्तेफाक से रात्रि के साथ कुछ नही हुआ था यह तो बस रात्रि का सोच था क्यों की उसने ना रावी को देखा था और नाही उसके कार को ..?    सर्वाक्ष अभी भी गुस्से से उसे डांटा जा रहा था | वही रात्रि अपने आंखो में नमी लिए बस उसकी डांट सुन रही थी |     क्या होगा आगे ? रात्रि मना लेगी अपने अक्ष को ? इस एक्सीडेंट के पीछे छुपी रावी को सर्वाक्ष कैसे पता करेगा ? क्या होगा आगे इस कहानी में   जानने के लिए पढ़ते रहिए ,"

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