Back
/ 81
Chapter 59

chapter 59

Love With My Beast Husband

अब आगे......,   पुलिस स्टेशन......,      सेल में खड़े सीनियर ऑफिसर इस वक्त अफ़सोस भरी नजरो से ,डर कर सर्वाक्ष के बाहों में लिपटी हुई रात्रि को ही देख रहा था l        रात्रि इस वक्त इतना डर गई थी कि उसका पूरा शरीर ही कांप उठा था l वह बस सर्वाक्ष के सीने में अपना सर टिका कर बस एक तक रावि और युवान के लाश को देख रही थी l     वहीं रात्रि पर हुई हमला देख कर सर्वाक्ष तो पूरी तरह सुन्न हो गया था l अंदर ही अंदर उसका हालत रात्रि से भी ज्यादा ख़राब था l लेकिन बार बार उसकी नजर युवान की लाश पर जा रही थी l अगर युवान इस वक्त जिंदा होता तो उसे वह कितना दर्दनाक मौत देता जिसका अंदाज सर्वाक्ष के अलावा किसी को नही था l वह बेरहम इंसान इस वक्त युवान का मौत का अंदर ही अंदर अफ़सोस कर रहा था l       सर्वाक्ष युवान के लाश को घूरते हुए ही रात्रि के बाजू में नैपकीन बांध रहा था l  क्यों की युवान ने बहुत ही बुरी तरह से रात्रि के बाजू में चाकू घोंपा था | जिस वजह से उसके बाजू से खून बह रहा था l      रात्रि भले ही इस वक्त डर कर कांप रही थी l लेकिन वह अंदर ही अंदर बहुत ही सुकून मेहसूस कर रही थी | वह आपने काम में अब कामयाब हुई थी और इससे उसके बदले का अब शुरुवात हो चुका था l    रात्रि फिर सर्वाक्ष को देखने लगी l सर्वाक्ष उसके तरफ देख नही रहा था लेकिन उसके बिना भाव के चेहरे के पीछे छुपी बेचैनी उससे कैसे छुपता ? वह उसके रूह रूह में बस गई थी l तो ऐसे में उसे अपने पति का हालत कैसे समझ नही आता ? वह धीरे से सर्वाक्ष के गाल को छूने को हुई की तभी वह सिनियर ऑफिसर ने कहा ,""_ Mister khurana...,please wait in waiting area,we will call you in sometime | " ( मिस्टर खुराना,आप लोग वेटिंग एरिया में थोड़ा वेट करिए,हम थोड़ी देर में आपको बुलाते है ) "    सर्वाक्ष ने बस सर हिलाया,फिर रात्रि को अपने गोद में लिए सेल से बाहर चला गया |       उनके बाहर जाते ही वह सिनियर ऑफिसर अपने कांस्टेबल्स से कहा ,""_ clean the bodies | "  " Yes Sir....| " बोलते हुए वह दोनों कांस्टेबल्स रावि और युवान के लाशों को पोस्ट मार्टम के लिए भेजने तैयार करने लगे l    वही उस सीनियर ऑफिसर को इस वक्त रात्रि के लिए बहुत ही बुरा फील हो रहा था l रात्रि ने उससे सेल में बंद करते वक्त ही कहा था कि उसे दूसरे सेल में भेज दे, लेकिन उसने उसकी बात नहीं सुना था l    वह ऑफीसर अफसोस भरी लहजे में बोला,""_ मुझे मिसेज खुराना की बात मान कर उन्हें दूसरे सेल में भेजता तो शायद उन पर इस तरह का हमला नही होता ,बेचारी अब पूरी तरह डर कर ट्रोमा में गई है ...,mmm फॉर्मेलिटी के पेपर्स ले कर आओ,उनका एक साइन ले कर फिर उन्हे जाने देते है | "      Ok ऑफिसर....| " सीनियर ऑफिसर के बात मान कर कांस्टेबल ने  कहा ,फिर कुछ फॉर्मेलिटी के पेपर्स लिए वेटिंग एरिया में , उस सीनियर ऑफिसर के साथ ही रात्रि से साइन लेने चला गया |   वही वेटिंग एरिया में सर्वाक्ष इस वक्त बेचैनी से रात्रि का जांच कर रहा था, कहीं रात्रि को और चोट तो नहीं लगी है ? वह कभी उसके हाथ पैर देखता तो कभी गर्दन और पीठ .? लेकिन रात्रि को सिर्फ अपने बाजू में ही चोट लगी थी ,जहां युवान ने बेरहमी से चाकू से  वार किया था l      सर्वाक्ष को इतना बेचैन देख रात्रि उसके हाथ पकड़ते हुए बोली,""_ अक्ष मैं ठीक ......? "   रात्रि ने अपनी बात पूरा भी नहीं किया था कि तभी उसे मेहसूस हुआ की सर्वाक्ष का हाथ उसके गर्दन में कस गया है |     रात्रि हैरानी से सर्वाक्ष को देखने लगी ,वही सर्वाक्ष उसे बेहद सर्द नजरों से घूर रहा था l उसका औरा अचानक से इतना काला पड़ता देख रात्रि थोड़ा सहम गई l    वही सर्वाक्ष ने बेहद ठंडेपन से कहा ,""_  तुम्हारे नजरों में मेरे लिए और मेरे कही हुई बातो का क्या एहमियत होता है ? आज तुमने अच्छे से मुझे समझा दिया रात्रि,अब कुछ कहने की जरूरत नही है | "     रात्रि का चेहरा एक दम से पिला पड़ गया,वह सर्वाक्ष के गाल पर हाथ रखते हुए उसका नाम बेहद बेचैनी से ली,""_ अक्ष....? "     सर्वाक्ष उसके गर्दन से अपना हाथ हटा कर उससे दो कदम पीछे होते हुए कहा ,""_ तुम्हे मेरी परवा ही नही है ना रात्रि, ठीक है करो जो करना है, रहो जैसे रहना है,मेरे कुछ भी कहने से ,या मेरा रोकटोक लगाने से तुम्हे कोई फरक नही पड़ेगा ना ,तुम्हे बस अपनी मर्जी से जीना है right...?"   रात्रि उठ कर जल्दी से उसके गले लगते हुए बोली,""_ अक्ष ,ऐसा बिलकुल नही है | "    सर्वाक्ष रात्रि को बेरहमी से खुद से अलग करा,फिर बेहद सख्ती से मगर धीमी आवाज में कहा ,""_ stay away from me | "    सर्वाक्ष को इस तरह खुद से दूर करता देख रात्रि की आंखो से आंसू बहने लगे | वह उसे कुछ कहने को हुई की तभी वहा सीनियर ऑफिसर थोड़ा खांसते हुए आया l     "  अहम अहम.....!! "        रात्रि जल्दी से अपने आंसू पोछते हुए उसके और देखने लगी l सर्वाक्ष भी उस ऑफिसर के तरफ ही देखने लगा था |        उस सिनियर ऑफिसर के साथ आए हुए कांस्टेबल रात्रि के तरफ पेपर्स बढ़ाते हुए कहा ,""_ आप इन पर साइन कर दीजिए | "   रात्रि ने पेपर्स लेने के बजाए सर्वाक्ष को देखते हुए उस सिनियर ऑफिसर से बोली,""_ मुझे गिरफ्तार कर लीजिए ऑफिसर,आखिर मैने खून जो कीया है | "   सर्वाक्ष बिना भाव के बस रात्रि के आंखो में देख रहा था | तभी रात्रि बेहद धीमी आवाज में उससे बोली,""_ मैने आपका भी दिल दुखाया,आपकी बात ना मान कर,अपनी मर्जी चला कर गुनाह ही तो किया है ? सजा की हकदार हू ,राइट ? "     सर्वाक्ष बिना कुछ कहे चुपचाप रात्रि की नम आंखों में देख रहा था | लेकिन उसके हाथो की मुट्ठी भींच गए थे l     वही रात्रि की बात सुन वह सीनियर ऑफिसर ने कहा ,""_ नही मिसेज खुराना ,यह पूरी तरह से सेल्फ डिफेंस का मामला है ,वैसे भी आपने कुछ भी गलत नही कीया है , इसीलिए खुद को दोषी मत मानिए | "   बोलते हुए वह सीनियर ऑफिसर उसे पेपर्स पकड़ा देता है तो रात्रि ने कागजात पर साइन किया, फिर उस सिनियर ऑफिसर के तरफ बढ़ाई | तभी वह ऑफिसर बोला,""_ डरने की कोई बात नही है,अब आप लोग जा सकते है | "  "  ठीक है l " रात्रि ने सर हिलाते हुए सर्वाक्ष को देखा l तभी सर्वाक्ष रात्रि का हाथ पकड़ कर उसे अपने साथ बाहर ले चला |      ध्रुव का हॉस्पिटल.....,  "  ध्रुव,आपने न्यूज देखा ..? "     मीरा हड़बड़ी में ध्रुव के चैंबर में घुसते हुए बहुत ही परिशान भरी आवाज में बोली |   ध्रुव अपने रिवॉल्विंग चेयर को इधर उधर घुमाते हुए एक टक सीलिंग को घूरते हुए किसी सोच में गुम था | मीरा का सवाल सुन वह बिना मीरा के तरफ देखे ही कहा ,""_ mmmm | "     ध्रुव को इतना शांत देख मीरा थोड़ी देर उसे घूर कर देखी ,फिर उसके करीब जाते हुए बोली,""_फिर आप यहां क्या कर रहे है डॉक्टर ध्रुव ? "   तभी ध्रुव मीरा को अपने करीब खींचते हुए कहा ,""_ क्यों की अब प्रॉब्लम हल हो गई है मेरी जान | "     ध्रुव का इस तरह करीब खींचने से मीरा सीधे उसके सीने से जा लगी थी l वह अपना सर ऊपर कर ध्रुव को देखने लगी l ध्रुव उसके कमर को हल्के हल्के से दबाते हुए उसके चेहरे के बेहद करीब झुक रहा था |     उसे ऐसे करीब देख मीरा का गला सूखने लगा l वह अपने होंठो पर जीव फेरते हुए उससे अलग होने को हुई की तभी ध्रुव उसके टुडी को पकड़ कर उसके निचले होंठो पर हल्के से फूंका l       मीरा की बदन में एक दम से सिहरन सा दौड़ गया l वह कसके ध्रुव का शर्ट पकड़ कर अपने थूक निंगलते हुए बोली,""_ डॉक्टर ध्रुव....ummm | "    मीरा की बात उसके गले में ही अटक गए l वही ध्रुव मीरा की गुलाबी होंठो को पूरी तरह अपने मुंह में भर लिया था |       मीरा की आंखे चौड़ी हो गई थी l लेकिन ध्रुव जैसे जैसे उसके होंठो को बेहद प्यार से चूमने लगा था वैसे वैसे मीरा की आंखे बंद होने लगे l ध्रुव के मजबूत बाहों में उसे अजीब सा सुकून मेहसूस हो रहा था l वह धीरे से उसके गले में अपने दोनो बाहें डाल कर उसके बालो में अपने हाथ चलाने लगी l   वही ध्रुव उसके होंठो को बेहद पेशनेटली किस करते हुए मीरा का चेहरा ही देख रहा था l तभी उसकी नजर डोर के तरफ गई l डोर के पास खड़ी शालिनी को देख ध्रुव के आंखे अचानक से सर्द हो गया l    डॉक्टर शालिनी ने मीरा को ध्रुव के कैबिन में जाता हुआ देखा था, इसीलिए वह भी कैबिन के पास आ कर ग्लास डोर से उन दोनो को देखने की कोशिश कर रही थी , लेकिन उसे कुछ दिखाई नही दे रहा था l     वही मीरा जो सुकून से अपने आंखे बंद कर ध्रुव का किस फील कर रही थी लेकिन उसे धीरे धीरे लग रहा था की ध्रुव उसके साथ ज्यादा ही वाइल्ड हो रहा है l मीरा का चेहरा दर्द से भींचने लगा ,क्यों की शालिनी को देख ध्रुव का चेहरा इतना गुस्से से भर दिया था की वह मीरा के होंठो पर अपना गुस्सा निकाल रहा था l वह भूल ही गया था की उसके होंठो के गिरफ्त में मीरा के होंठ है |     मीरा से दर्द बरदाश्त नहीं हो रहा था l वह छटपटाते हुए ध्रुव के सीने में मारने को हुई तो ध्रुव को अपने सेंस में आ कर मीरा के होंठो को छोड़ कर उससे पूछा ,""_ क्या हुआ मीरा ? "   मीरा के आंखे नम हो गए थे | वह अपने होंठो को छूते हुए उससे पूछी,""_ आप मुझे किस कर रहे थे या मुझ पर अपना गुस्सा निकाल रहे थे ? "   बोलते हुए मीरा का आवाज रूंधला सा हो गया था l उसके आंखो से आंसू भी बह कर गाल तक आ गए थे l ध्रुव ने जल्दी से उसके होंठो को देखते हुए कहा ,""_ i am sorry Meera, मेरा ध्यान तो कही और ही चला गया था ,i am sorry, तुम्हे ज्यादा दर्द हो रहा है ? "   शालिनी को देख कर ध्रुव का दिमाग ही खराब हो गया था l शालिनी दिन ब दिन अपने काम को अंजाम देने के लिए उसके पेशेंट्स को मिस यूज करने की कोशिश कर रही थी लेकिन ध्रुव बिना उसके नजरो में आए ही उसके हर एक प्लान को फ्लॉप करते जा रहा था | वही सब याद करते हुए वह गुस्से में आ कर मीरा के साथ रूड हो गया था l    ध्रुव ने ज्यादा ही बेरहमी से मीरा के होंठो को काट लिया था l वह झुक कर मीरा के होंठ को हल्के से सहलाते हुए कहा ,""_ i am sorry Meera,I am so sorry | "    मीरा ने कहा ,""_ it's ok....| "    ध्रुव ने उसके आंसू पोछा,फिर उसे अपने बाहों में भरते हुए कहा ,""_ मैं आइंदा ध्यान रखूंगा बच्चा | "  बोलते हुए वह झुक कर मीरा के सर पर किस किया | मीरा थोड़ी देर ऐसे ही उसके बाहों में बैठी रही,फिर वह उसे देखते हुए पूछी,""_ आपने कहा था आज आप मेरे हाथ मांगने घर आयेंगे ? "  ध्रुव ने उसके गाल को हल्के से टैप करते हुए कहा ,""_ हां कहा था ,लेकिन अक्ष के साथ यह सब होने से मैंने प्लान कैंसल कर दिया ,लेकिन तुम चिंता मत करो ,हम बहुत जल्द शादी करने वाले है | " मीरा ने बस सर हिला दिया |   खुराना एंटरप्राइजेज.....,       रूही हैरानी से टीवी में शो हो रही न्यूज को देख रही थी | वह फिर भागते हुए रवीश के पास जा कर बोली,""_ रवीश....? वह दोनो कैसे मर गए ? "   रवीश इस वक्त अपने लैपटॉप में कुछ काम कर रहा था | रूही का इस तरह केबिन में घुसने से वह थोड़ा चीड़ गया था l वह उसे कुछ कहने अपने सर ऊपर कर रूही को देखा ,रूही उसे ही हैरानी से अपनी बड़ी बड़ी आंखे और फैला कर उसे ही देख रही थी l भाग कर केबिन में आने से वह थोड़ा हाफ रही थी जिस वजह से उसके सीना थोड़ा ऊपर नीचे हो रहा था l     रवीश की नजर इस वक्त बार बार ही रूही के सीने पर जा कर टिक रही थी | वह अपने थूक निंगलते हुए अपना सर झटका कर वापस लैपटॉप में अपने नज़रे गड़ाते हुए कहा ,""_ सेल्फ डिफेंस में रात्रि भाभी ने उन पर गोली चलाई है | "    रवीश इस वक्त अंदर ही गर्म मेहसूस कर रहा था l वह रूही को वहा से जाने को कहना चाहा की तभी रूही उसके बगल में ही आ कर बैठते हुए बोली,""_ मतलब ..? "   रवीश ने उसे एक नजर देखा फिर जल्दी से उससे नजरे हटाते हुए कहा ,""_मतलब...,उन दोनो ने भाभी पर हमला करने की कोशिश की तो रात्रि भाभी ने अपने बचाव में उन पर गोली चलाई ,यह सेल्फ डिफेंस का मामला था तो केस भी बंद हो गया l "    अच्छा....!! " बोलते हुए रूही ने रवीश के लैपटॉप में झांक कर देखने लगी l रवीश बस उसका जाने का इंतजार कर रहा था l लेकिन रूही का इस तरह करीब आ कर उसके ऊपर झुकना रवीश को ज्यादा ही अनकंपर्टेबल फील करा रहा था l   वह उसके ओर देखने लगा l रूही को बिलकुल अंदाज नही था की रवीश के साथ उसके करीब आने से क्या गड़बड़ हो रहा है ? वह बस उसके काम को देख रही थी l वही रवीश एक टक रूही का खूबसूरत सा चेहरा देख रहा था l वह लड़की बार बार अपने अंगूठे की नाखून चबा रही थी l जिससे रवीश को उसके होंठ ज्यादा ही अट्रैक्ट कर रहे थे l   रवीश धीरे से रूही के करीब झुकने लगा l रूही को जैसे ही अपने गर्दन में रवीश के गरम सांसे मेहसूस हुए वह हैरानी से अपना सर घुमा कर रवीश को देखने को हुई लेकिन तभी उसके होंठ रवीश के होंठो को छु गए l   वह हड़बड़ी में उससे अलग होने को हुई लेकिन रवीश जो पूरी तरह अब बहक गया था l वह रूही की कमर को पकड़ कर अपने करीब खींचा फिर उसके गर्दन में अपना हाथ डाल कर उसके चेहरे को अपने चेहरे के करीब लाया l रूही हैरानी से उसे ही देख रही थी क्यों की उसे समझ ही नही आ रहा था की रवीश उसके साथ कर क्या रहा है ?    वही रवीश का पूरा ध्यान तो रूही की होंठो पर था l वह बिना सोचे आगे झुक कर रूही की होंठो को अपने मुंह में भर लिया l रूही की बदन में एक दम से करेंट सा दौड़ गया l वह अपने आंखे चौड़ी कर रवीश को देखने लगी |    वही रवीश उसके गालों को सहलाते हुए उसके होंठो पर बेहद प्यार से चूम रहा था l   वही रूही का चेहरा अब गुस्से से भर गया था l वह उसके सीने में जोर जोर से मारते हुए छटपटाने लगी l लेकिन रवीश को उसे छोड़ने का मूड कहा था ? वह पूरी तरह उससे बहक गया था l     रूही छटपटाते हुए उसे पूरी ताकत से खुद से अलग करने लगी l जब रवीश उससे अलग नही हुआ रूही ने जोर से उसके होंठो पर काट दिया l    अह्ह्ह्ह......|    रवीश करहाते हुए रूही के होंठो को रिहा करा l वही रूही तेज तेज सांस लेते हुए रवीश को घूर रही थी l उसकी हिम्मत कैसे हुई उसे इस तरह किस करने की ?   वही रूही के काटने से रवीश चीड़ गया था l वह उसे गुस्से से घूरते हुए कहा ,""_ तुम....? "   चटाक.....!!    रूही ने खींच कर एक जोरदार तमाचा रवीश के गाल पर जाड़ दिया था l तो रवीश का चेहरा एक तरफ झुक गया l   वह अपने गाल पर हाथ रख कर रूही के तरफ देखने लगा l रूही गुस्से से उसे ही घूर रही थी लेकिन उसके आंखे नम हो गए थे l वह बिना कुछ कहे वहा से भाग गई l   To be continued..........       Â

Share This Chapter