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Chapter 65

chapter 65

Love With My Beast Husband

अब आगे .....    रात का वक्त.....,     " मैं आज तुम्हे इसी महल ले जा रहा था, लेकिन बीच रास्ते में तुम चिल्लाने लगी ,पैनिक करने लगी तो मुझे मजबूरन तुम्हे ले कर वापस लौटना पड़ा l " अपने लैपटॉप को साइड में रखते हुए सर्वाक्ष ने रात्रि से कहा l    वही सर्वाक्ष की बात सुन रात्रि की चेहरे के हाव भाव बदल गए थे l उसे अब समझ आया था की सर्वाक्ष उस सुनसान रास्ते से हो कर उसे कहा ले जा रहा था ? जिस रास्ते में उसका पिछले जन्म में मौत हुआ था, उसी रास्ते से हो कर सर्वाक्ष का उसके लिए बनाए हुए महल जा सकते थे l       करोड़ों रुपाए खर्च कर सर्वक्ष ने खास कर उसके लिए वह महल बनवाया था l तो वह सर्वाक्ष के लिए उसी रास्ते से हो कर उस महल को देखने जा पाएगी ? नहीं ....,उस लड़की के पास इतना हिम्मत कहां था ? लेकिन इससे सर्वाक्ष के पैसे, उसके मेहनत , सब कुछ मिट्टी में मिल जाता l जिस लड़की के लिए सर्वाक्ष ने इतना मेहनत की ,वह उस महल को देखने के ख्याल से भी डर रही थी क्यों कि महल जाने का रास्ता उसे उसकी दर्दनाक मौत का मंजर को याद दिलाता था l    सर्वाक्ष बिना भाव के रात्रि के चेहरे के हाव-भाव को ही देखते हुए उसे पढ़ने की कोशिश कर रहा था l रात्रि के रूह रूह वह समा गया था, लेकिन वो रात्रि को पूरी तरह अब तक जान नहीं पाया था l    सर्वाक्ष इस वक्त मन ही मन रात्रि से उम्मीद लगा रहा था, कि रात्रि आज उसे कुछ तो बताएगी ? वह उस राज़ को बताएगी जो शादी के दिन से ले कर अब तक वह अपने दिल में दबा कर रखी है l लेकिन रात्रि बहुत देर बाद भी उसे कुछ नहीं बताई l       रात्रि के नज़रे इस वक्त सर्वाक्ष के चेहरे पर टिक तो गई थी ,लेकिन उसका ध्यान सर्वाक्ष पर नही था l वह कहीं और ही गुम हो गई थी l     सर्वाक्ष एक गहरी सांस लेते हुए उसे अपने गले से लगाते हुए कहा,""_ तुम्हें वह महल पसंद आई ,यही मेरे लिए काफी है, मैं अब तुम्हें वहां कभी नहीं ले जाऊंगा,तुम्हे किसी भी तरह के टेंशन लेने की जरूरत नही है बीवी ...., ठीक है |  "   रात्रि अपना चेहरा ऊपर कर सर्वक्ष को देखने लगी l सर्वाक्ष उसके गाल को अपने उंगलियों से बेहद प्यार से सहला रहा था l तभी रात्रि बोली,""_ मैं वहां जाना चाहती हूं अक्ष l "  सर्वाक्ष रात्रि को ही ध्यान से देख रहा था l  बोलते हुए उस लड़की के चेहरे के हवा भाव थोड़ा सेहमी सेहमी सी और डरी हुए लग रहे थे और उसकी आवाज भी ज्यादा ही डगमगा रही थी l क्यों की वह सिर्फ सर्वाक्ष का मन रखने के लिए ही कह रही थी l असल में वह अब कभी उस सुनसान रास्ते से गुजर कर जाना नहीं चाहती थी l और यह बातसर्वाक्ष ने समझ भी लिया था l     सर्वाक्ष बेसब्री से जानना चाहता था कि रात्रि के साथ आखिर क्या गड़बड़ है ? लेकिन वह लड़की उसे कुछ बताना भी तो नहीं चाहती थी l     सर्वाक्ष रात्रि के माथे पर प्यार से चुमते हुए कहा,""_ ठीक है ,वापस आते ही मैं तुम्हें वहां ले जाऊंगा लेकिन By road नही ..| "   रात्रि ना समझी में सर्वाक्ष को देखते हुए पूछी,""_ फिर ...? "    तभी सर्वाक्ष अपने एक हाथ से ही इशारों में कहां की वह उसे अपने प्राइवेट जेट से ले जाएगा l रात्रि के चेहरे पर बड़ी से स्माइल आ गई,उसने सर्वाक्ष को अपने प्रॉब्लम बताया नही था लेकिन सर्वाक्ष ने उसके लिए ऑलरेडी सॉल्यूशन डूंड दिया था |     रात्रि जोर से सर्वाक्ष के होंठो पर चूमते हुए बोली,""_ I Love You Aksh....| "   सर्वाक्ष के होंठ मुड़ गए | वह उसे अपने बाहों में भरते हुए वही लेट गया | सर्वाक्ष को कल सुबह ही यहां से निकलना था और कब तक लौटेगा यह बात वह भी नही जानता था l वह इस वक्त रात्रि को पूरी तरह अपने प्यार में डुबाते हुए उसे मदहोश कर रहा था l उन दोनो के बीच अब प्यार का खेल शुरू हो चुका था l और रात्रि की अब रूम में सिसकियों की आवाज गूंज रही थी l     सुबह के चार बजे की आस पास सर्वाक्ष रात्रि से अलग हुआ l रात्रि थक हार कर कब का सो गई | वही सर्वाक्ष उसके माथे पर किस करते हुए उसके गले में पहने हुए मंगलसूत्र को देखने लगा l     शादी के दिन से ले कर रात्रि ने उस मंगलसूत्र को एक मिनट के लिए नही खोला था l सर्वाक्ष रात्रि को देखते हुए उससे अलग हो कर क्लोसेट रूम में गया फिर थोड़ी ही देर में वह वापस आ कर उसके मंगलसूत्र में कुछ चेड़कानी करने लगा | रात्रि तो गहरी नींद में थी l लेकिन सर्वाक्ष के उंगलियां उसके गर्दन में तिरकन कर रही थी l जिससे उसके होंठ बार बार मुड़ रहे थे ,रात्रि को नींद में अभी ऐसा लग रहा था की सर्वाक्ष उससे प्यार कर रहा है l   सर्वाक्ष झुक कर रात्रि के मंगलसूत्र पर चूमा फिर उसके लेफ्ट हैंड में पहने हुए रिंग को देखा l वह उसके हाथ को अपने हाथ में फसाता की तभी रात्रि उससे लिपट गई |     सर्वाक्ष झुक कर उसके गाल को चूमा फिर उसे ले कर सो गया |   सुबह का वक्त ......    रात्रि उदासियत से एक टक सर्वाक्ष को देख रही थी जो इस वक्त ड्रेसिंग टेबल के सामने खड़े हो का अपने हाथ में घड़ी पहन रहा था |      सर्वाक्ष मिरर में ही रात्रि का छोटू सा चेहरा ही देख रहा था ,उसके जाने की खबर सुन वह ना खुश तो लग रही थी लेकिन रात भर उसकी हरकत से वह मुरझा हुआ सा चेहरा भी इस वक्त ज्यादा ही ग्लो कर रहा था l     सर्वाक्ष उसके पास जाते हुए कहा ,""_ मैं जल्द ही आ जाऊंगा बीवी,तुमसे दूर मुझसे भी रहा नही जाता | "     बोलते हुए सर्वाक्ष रात्रि के ऊपर झुक कर उसके होंठो पर किस किया फिर उससे अलग होते हुए कहा ,""_ अब मैं चलता हु | "     रात्रि ने बेमन से बस सर हिलाया l वही सर्वाक्ष उसके गले लग कर उसके टमी को सहलाया फिर रूम से बाहर चला गया |          वही उसके जाते ही रात्रि  वापस से बेड पर गिर गई |   सुबह के 11:00 के आस पास रूम में रात्रि का फोन लगातार बजने लगा l रात्रि अभी भी सोई हुई थी, लेकिन बिना रुके अपने फोन को रूम में शोर करता देख रात्रि कसमसाते हुए उठ गई l      रात्रि ने अपने फोन को चेक किया l कॉल इस वक्त रूही का था l रात्रि ने कॉल पिक किया तो उधर से रूही  परेशान भरी आवाज में बोली ,""_आप अभी तक ऑफिस क्यों नहीं आए ? विभा राठौर और उसके असिस्टेंट कब से आपका मीटिंग रूम में इंतजार कर रहे हैं रात्रि l "    उधर से रूही की बात सुन रात्रि हैरानी से घड़ी में टाइम देखने लगी l रात भर सर्वाक्ष ने उसे ज्यादा ही थका कर रख दिया था ,जिस वजह से उसे बिल्कुल पता नहीं चला था कि वह इतनी देर तक कैसे सो गई ?    रात्रि मन ही मन सर्वाक्ष को खोसते हुए रूही से बोली,""_ बस थोड़ी ही देर में मैं पहुंच जाऊंगी रूही ,तुम तब तक उन्हें हैंडल कर देना |   बोलते हुए रात्रि खुद को ब्लैंकेट से लपेट लिया,फिर वॉशरूम के तरफ भाग गई l    ध्रुव का हॉस्पिटल......,  मीरा इस वक्त जनरल वार्ड में अपने पेशंट्स के रिपोर्ट्स चेक कर रही थी l उसके थोड़ी ही दूरी पर खड़ी डॉक्टर शालिनी बार-बार नफरत से मीरा को ही देख रही थी l मीरा से उसका कोई पर्सनली दुश्मनी नहीं था, लेकिन ध्रुव के करीब जा कर मीरा ने शालिनी के बनी बनाई प्लान में पानी जरूर फेरा था l     डॉ शालिनी की नजर बार-बार ध्रुव को भी ढूंढ रहे थे l लेकिन उसे आज ध्रुव कहीं नजर नहीं आ रहा था l शालिनी फिर मीरा के पास जाते हुए उससे पूछी ,""_ मीरा ..., डॉक्टर ध्रुव आज कई नजर नहीं आ रहे ? "  शालिनी को देखते ही मिरा का मुंह बिगड़ गया था l लेकिन उसे शालिनी के सवाल का जवाब भी तो देना था l वह बोली ,""_वह कुछ दिन हॉस्पिटल नहीं आएंगे डॉक्टर शालिनी,काम के सिलसिले वह बाहर गए हुए हैं l "   इतना बोलकर मीरा दूसरे पेशेंट का चेकअप करने चली गई l वही मीरा के बात सुन शालिनी के चेहरे पर बेहद तिरछी स्माइल आ गई थी l लेकिन वह अपने उस कुटिल मुस्कान को छुपाते हुए मीरा के पास गई ,फिर उससे धीमी आवाज में बोली,""_  मैंने सुना कि डॉक्टर ध्रुव अब तुम्हें पसंद करने लगे हैं ? और तुम दोनों बहुत जल्द शादी भी करने वाले हैं ? "    मीरा के हाथों की मुट्ठी भींच गए l  आए दिन से ही मीरा को शालिनी बिल्कुल पसंद नहीं थी l शालिनी के काम और उसका दोगलापन मीरा ने आए दिन ही नाप लिया था l मीरा ने शालिनी को इग्नोर कर वहां से जाते हुए कहा ,""_ Excuse me....| "     शालिनी के दांत भींच गए l लेकिन वह फिर से मीरा के पास जा कर उसका माइंड वाश करने की कोशिश करते हुए बोली ,""_तुम्हें सच में लगता है डॉक्टर ध्रुव तुमसे सच्चा प्यार करता है ? He want only sex idiot....| "    " Behave yourself Doctor Shalini l "    शालिनी की बात पूरा होते ही मीरा गुस्से से उस पर चिल्ला उठी l    लेकिन शालिनी ने अपनी बकवास वही नही रोका l वह मीरा से बोली,""_ नया-नया सा प्यार है ना इसलिए तुम्हारा मन कुछ भी गलत सुनने तैयार नहीं है मीरा, लेकिन मैं अच्छे से जानती हूं यह आदमीयां कैसे होते हैं ? प्यार से इसीलिए पेश आते हैं, क्यों की उन्हे सेक्स चाहिए होता है | "      मीरा का चेहरा गुस्से से लाल हो रहा था l डॉक्टर शालिनी की हिम्मत भी कैसे हुई ध्रुव के बारे में इतना बकवास करने की ?    मीरा बोली,""_ लगता है आपको प्यार और मर्दों के बारे में काफी जानकारी है ,mmm वैसे आप कितनो के साथ सोई हुई है डॉक्टर शालिनी ?और कितने ऐसे मर्दों को जानती है जो सिर्फ प्यार के नाम पर सेक्स चाहते है ? "     मीरा ...? " शालिनी ने गुस्से से उस पर चिल्लाया l तभी मीरा बोली,""_ क्या हुआ डाक्टर शालिनी ..? मैने कुछ  गलत तो नही पूछा लिया आपसे ? आप इतनी देर तक मुझे ज्ञान दे रही थी तो मुझे लगा की आपका ज्यादा मर्दों के साथ रिश्ता होगा ,एक दो आदमियों से कैसे पता लगता की यह आदमिया कैसे होते हैं ? उन्हे प्यार के नाम पर सेक्स चाहिए होता है ? Right ? "   शालिनी का खून अंदर ही अंदर खौलने लगा l इस लड़की की हिम्मत भी कैसी हुई उससे इतना घटिया सवाल करने की ? सवाल भले ही घटिया था लेकिन हकीकत बिलकुल यही था जो मीरा ने शालिनी पर सवाल उठाया था l शालिनी अब तक कितने मर्दों की बिस्तर गरम कर चुकी है जिसका अंदाजा शायद शालिनी को भी नही था l     " डॉक्टर मीरा,कैबिन में आपका फोन बज रहा है l " तभी वहा एक नर्स आ कर मीरा से बोली l   मीरा ने घूर कर शालिनी को देखा फिर अपने केबिन के तरफ चली गई l       खुराना एंटरप्राइजेज....      रात्रि अपने हेड चेयर पर बैठ कर एक टक मनू को देख रही थी जो सामने दिखाई दे रही बड़े से स्क्रीन पर कुछ ज्वेलरी डिजाइन के बारीकियों के बारे में बता रही थी l विभा की नजर सिर्फ रात्रि पर थी l वह बस यह जानना चाहती थी की रात्रि को मनू के दिखाए हुए डिजाइंस पसंद आएंगे या नही l     मनु के बारे में पहले से ही रात्रि के मन में अच्छे भावनाए थे l अगर मनु अच्छा भी नही बताती तो भी रात्रि उसके प्रेजेंटेशन को रिजेक्ट नही करने वाली थी l ऐसा कर रात्रि अपने पिछले जन्म में मनु से मिली मदद का थैंक्स कहना चाह रही थी l      रात्रि अपने पिछले जन्म में रावी और युवान के वजह कुछ दरिंदो की हाथ लगी थी, जो लड़कियों को बेचना ही उनका धंधा था l रात्रि को याद नही था की मनु वहा कैसे पहुंची ? लेकिन वहा से निकलने में मनु भी उसकी मदद की थी l लेकिन वह वहा से बाहर एक अंजान आदमी के वजह से निकली थी l वह अंजान आदमी कोन था,यह तो रात्रि को नही पता था l क्यों की रात्रि उसका चेहरा देख नही पाई थी ,वह आदमी उसके पास मास्क पहने पहुंचा था l         थोड़ी देर बाद मनु रुक कर रात्रि को देखने लगी l तभी रात्रि बोली,""_ Good Manu....| "      रात्रि फिर विभा को देखने लगी l तभी विभा बोली,""_ मिसेज खुराना ,यह सब एवरेज डिजाइंस है ,आप चाहे तो इन्हे मॉडिफाई भी कर सकते है | "      रात्रि बोली,""_ No need मिसेज राठौड़, मनु ने जो डिजाइंस तैयार की है मुझे पसंद आए है, मैं एक बार अक्ष से बात कर इन्हे फाइनल कर देती हु | "   Sure.....!!! " विभा उठते हुए रात्रि के तरफ अपने हाथ बढ़ा कर उससे हाथ मिलाई फिर वहा से मनु के साथ चली गई |     उनके जाते ही रात्रि उठ कर विंडो के पास गई l फिर उन्हे एक टक जाता हुआ देखने लगी l मनु विभा के पीछे पीछे चल रही थी लेकिन वह परिशानी से बार बार अपना फोन चेक कर रही थी l    तभी केबिन में रूही रात्रि के लिए कोल्ड कॉफ़ी लिए आई l रात्रि उसके तरफ मुड़ कर बोली,""_ रूही,मुझे विभा राठौड़ की पर्सनल असिस्टेंट की इनफॉर्मेशन चाहिए ,पता करो l "  रूही अपना सर हिलाते हुए रात्रि को उसका कोल्ड कॉफ़ी दी,फिर जाने को हुई की तभी रूही रुक कर उससे बोली,""_ रात्रि,आपके नाम से फिर से चैकोलेट्स,लाल गुलाब की बुके,और दो तीन लेटर्स भी आए है,पिछली बार आपको घुसा आया था तो मैंने इस बार वह सब आपके पास नहीं लाई l "      रूही की बात सुन रात्रि का चेहरा गुस्से से भर गया l वह बोलीं,""_ अच्छा किया,तुम उन सबको डस्टबिन में फेंकवा दो l "         रूही जानना चाहती थी की वह कोन है ? जो रात्रि को इस तरह फ्लावर्स और चैकोलेट्स भेज रहा है ? लेकिन रात्रि से पूछने के लिए वह हिचकिचा रही थी l वह फिर रवीश से बात करने का सोच कर वह वहा से चली गई l   वही रात्रि कोल्ड कॉफ़ी का सीप लेते हुए जा कर सोफे पर बैठ गई l उसे अब सर्वाक्ष याद आने लगा था l वैसे सर्वाक्ष के गए हुए तीन घंटे ही हुआ था लेकिन वह लड़की उसे अभी से miss करने लगी थी l      रात्रि कॉफी का सीप लेते हुए कहा ,""_ Miss You Aksh..., आपके गए हुए तीन घंटे भी नही हुए लेकिन मुझमें सिर्फ खालीपन सा छा गया है , please come soon | "   रात्रि यह सब बोल ही रही थी की तभी उसका फोन बज उठा ,रात्रि की नजर फोन के स्क्रीन पर गई,कॉल उसका beast husband का ही था l रात्रि ने जल्दी से कॉल पिक किया तो उधर से सर्वाक्ष ने कहा ,""_ Miss you too bivi....| "      सर्वाक्ष ने यह ऐसा जवाब दिया था जैसे उसने अभी अभी रात्रि की सारी बाते सुन लिया हो ? रात्रि कुछ पल अपने जगह में ही जम सी गई l वह फिर आस पास अपने नजरे दौड़ाते हुए सर्वाक्ष से बोली,""_ आपको कैसे पता चला की मैं आपको miss कर रही थी ? "    सर्वाक्ष ने मुस्काराया फिर पहेली में जवाब देते हुए कहा ,""_ तुम्हे अच्छे से जानता हु बीवी,कब क्या सोचती हो ? कब तुम्हे मेरी याद आती है सब ,और तुम चिंता मत करो मैं बहुत जल्द आऊंगा l "   रात्रि बोली,""_ एक एक पल भी मुझसे आपके बिना काटा नही जा रहा है अक्ष,आप प्लीज आज ही लौट जाइएना | "    रात्रि की बात सुन उधर से सर्वाक्ष एक दम से खामोश रह गया l    क्या होगा आगे इस कहानी में ? रात्रि की बात मान कर सर्वाक्ष आ जाएगा ? या कुछ होने वाला है ? जानने के लिए पढ़ते रहिए           Â

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