Back
/ 81
Chapter 7

chapter 7

Love With My Beast Husband

अब आगे.....    सर्वाक्ष बैचैनी से बिना रुके रात्रि के पूरे चेहरे को चूमते जा रहा था | रात्रि को इतना पैनिक करता देख वह एक पल के लिए अपने जगह में ही जम सा गया था | क्यों की उसने रात्रि का इस तरह का हाल बेहाल होना वह पहली बार देखा था |     सर्वाक्ष का इस तरह बेचैनी से चूमने से रात्रि भी अब तक नॉर्मल हो गई थी | वह धीरे से सर्वाक्ष के चेहरे को अपने हाथो में भरते हुए धीमी स्वर में उसका नाम ली,""_ अक्ष....| "    सर्वाक्ष रुक कर उसकी ओर बेचैनी से देखने लगा ,फिर वह उसके चेहरे को अपने होंठो के करीब ला कर फुसफुसाहट भरी आवाज में बोला ,""_are you ok..? "    रात्रि बिना कुछ कहे बस टिमटिमाते हुए सर्वाक्ष को देख रही थी | उसके गरम सांसे रात्रि अपने होंठो पर मेहसूस कर रही थी और सर्वाक्ष के सख्त होंठ बात करते हुए उसके मुलायम सी गुलाबी होंठो को छू भी रहे थे |     रात्रि धीरे से अपने आंखे बंद कर सर्वाक्ष के निचले होंठो को हल्के से अपने दांतो के बीच दबाते हुए उसके होंठो को किस की | फिर उसके होंठो को रिहा कर सहलाते हुए बोली ,""_ आप आ गए तो मै अब बिल्कुल ठीक हो गई अक्ष | "  रात्रि की किस करने की अदा  ? Ufff... कितना मदहोश करने वाला था वह | सर्वाक्ष बिना भाव के रात्रि को देखता रहा,लेकिन वह पूरी तरह बहकने लगा था | वैसे रात्रि का बिहेवियर उसे अभि तक समझ नही आ रहा था | वह ज्यादा भी ना सोचते हुए रात्रि को अपने गोद में उठा कर रूम के तरफ चला गया |    वही रात्रि अपना सर उसके कंधे पर टिका कर उसके शर्ट के बटन से खेलने लगी | सर्वाक्ष उसे देखते हुए ही रूम के तरफ ले जा रहा था | लेकिन डाइनिंग एरिया में बैठे हुए ध्रुव को उसने कुछ इशारा भी किया था,जिस वजह से ध्रुव भी अब उनके पीछे जाने लगा |     रात्रि मासूमियत से उसके गोद में बैठी थी | वही सर्वाक्ष रात्रि को आराम से बेड पर लेटा कर, जाने को मुड़ा की तभी रात्रि जल्दी से उसके हाथ पकड़ कर रोने लग गई | वह इस वक्त बहुत डरी हुई थी | भले ही सर्वाक्ष के आने से वह नॉर्मल हो गई थी लेकिन उसका डर अभी भी खतम नही हुआ था |     रात्रि को रोता देख सर्वाक्ष जल्दी से उसके बगल में बैठते हुए बोला ,""_ Ratri...why are you crying..., मै यही हू बच्चा तुम्हारे पास....| "   रात्रि सहमी नजरों से उसे देखते हुए उसके गले लग कर बोली,""_ प्लीज....अक्ष...मुझे अकेला मत छोड़ो वह...मुझे फिर से मार डालेगा....वह......वह मुझेतड़पाते हुए बहुत दर्द देता है ....| "    सर्वाक्ष को समझ नही आ रहा था की रात्रि किससे इतना डर रही है ? किसके बारे में बात कर रही है ?सर्वाक्ष का चेहरा अचानक से डार्क हो गया था |  वह रात्रि को अपने बाहों में भरते हुए थोड़ा सख्ती से बोला ,""_ नहीं बच्चा..... तुम्हें कोई नहीं मारेगा.. मैं यहाँ तुम्हारे साथ हूँ.... और मेरे अलावा तुम्हारे करीब कोई आएगा भी नही | "    रूम में आए हुए ध्रुव एक टक रात्रि को ऑब्जर्व कर रहा था | शादी के दिन से यह लड़की ज्यादा ही अजीब बिहेव करने लगी थी,जो उनके समझ में ही नही आ रहा था |      सर्वाक्ष रात्रि का चेहरा अपने सीने में छुपा कर उसके बालो को सहलाते हुए ध्रुव को देखा,ध्रुव आगे आ कर रात्रि को नींद का इंजेक्शन लगा दिया | रात्रि को जब चूबन मेहसूस हुई वह मुड़ कर देखने को हुई लेकिन सर्वाक्ष उसे मुड़ने का ही मौका नही दिया |      धीरे धीरे रात्री नींद में जाने लगी,लेकिन वह सर्वाक्ष के शर्ट को कसके पकड़ ली थी ताकि सर्वाक्ष उसे छोड़ कर ना जाए | वही सर्वाक्ष को जब अपने सीने में रात्रि की धीमी सांसे मेहसूस हुई वह रात्रि को खुद से अलग कर आराम से बेड पर लेटाया ,लेकिन रात्रि ने अपनी पकड़ उसके शर्ट में और मजबूत बना ली |       यह देख सर्वाक्ष उसके हाथ से अपना शर्ट छुड़वाने लगा लेकिन रात्रि ने ज्यादा ही कसके पकड़ा था और वह छुड़वा भी लेता तो वह लड़की अब उठ जाती , सर्वाक्ष कोशिश करना छोड़ कर ध्रुव को देखा | तभी ध्रुव ने कहा ,""_अचानक से इसे हुआ क्या है अक्ष ? "    अक्ष ने जवाब में कहा ,""_ रात्रि के साथ क्या गड़बड़ हो हुआ है मुझे समझ नही आ रहा है ध्रुव....,जब मै इसे लाइब्रेरी में देखने गया था....,तब यह चिल्ला रही थी,नींद में ही रो रही थी.,नींद में ही वह कह रही थी की मुझे मत छुओ...मुझे बचाओ, वह मुझे मार डालेगा..... अक्ष अक्ष चिल्ला रही थी ,इसका क्या मतलब हो सकता है ? "   ध्रुव ने कहा ,""_ यह सिर्फ दुःस्वप्न नहीं हो सकता अक्ष...., हो सकता है कि पहले किसी ने रात्रि को मारने की कोशिश की हो ? "    सर्वाक्ष थोड़ी देर चुप रहा | फिर वह उससे बोला ,""_वह अनाथ है ध्रुव... ,वह अनाथालय में ही अकेली पली बड़ी हुई है , और मैने उसकी बैकग्राउंड चेक की है ,अभी तक उस पर किसी ने भी हमला नही किया | "     ध्रुव कुछ सोचते हुए बोला ,""_ मेरे खयाल से तुमसे कुछ छूटा है अक्ष....,तुम्हे उससे पूछना चाहिए ,की बात क्या है ? "   सर्वाक्ष अपने पलके झपकाते हुए रात्रि की तरफ देखा ,वह किसी बच्ची की तरह सिकुड़ कर सो गई थी | वही ध्रुव उसे एक इंजेक्शन देते हुए बोला ,""_ अगर भाभी फिर से घबरा कर चिल्लाने लगी, तो उन्हें यह इंजेक्शन दें देना | "   ध्रुव इतना बोल कर रूम से बाहर चला गया | वही सर्वाक्ष झुक कर रात्रि के माथे पर किस कर धीमी आवाज में बोला ,""_ मैं हर उस इंसान को मार डालूँगा रात्रि... जो तुम्हें नुकसान पहुँचाने की कोशिश करेगा..., मैं तुम्हें कुछ नहीं होने दूँगा. यह मेरा वादा है तुमसे ....| "        रात्रि नींद में ही कसमसाते हुए सर्वाक्ष के सीने में खुद को छुपा कर उसके ऊपर ही आ कर लेट गई | सर्वाक्ष की होंठ पर मुस्कान आ गया था | वह उसे अपने बाहों में जकड़ कर कब सो गया पता नही चलेगा |    रात के दो बजे की आस पास रात्रि की आंखे नींद में ही भींच गए | वह डर से फिर से पसीना पसीना होने लगी थी | वही सर्वाक्ष गहरी नींद में था |     वही रात्रि घबराते हुए झट से अपने आंखे खोली,लेकिन उसके चेहरे के सामने ही सर्वाक्ष का हैंडसम सा चेहरा नजर आया तो वह अचानक से शांत हो गई | लेकिन इस वक्त उसे बहुत भूख लगी थी | वह कसमसाते हुए उठने लगी लेकिन तभी उसे मेहसूस हुआ की सर्वाक्ष ने उसके कमर में अपना पकड़ मजबूत किया है |    रात्रि फिर सर्वाक्ष को देखने लगी | सर्वाक्ष रात्रि को अपने नीचे सुला कर खुद उसके सीने में सर रख कर लेट गया था | रात्रि धीरे से उसके माथे पर बिखरे हुए बालो को ठीक करते हुए उसे निहारने लगी |     लेकिन उसे बहुत जोरों की भूख लगी थी | तो वह धीरे से सर्वाक्ष को खुद से अलग कर रूम से बाहर चली गई |  किचन में ....     रात्रि सीधे किचन में जा कर फ्रिज में कुछ खाने को डूंड रही थी की तभी उसकी नज़र आइसक्रीम पर गई | वह जल्दी से आइसक्रीम का बाउल ले कर मुड़ने को हुई की तभी किसी ने उसे पीछे से अपने बाहों में भर लिया |    रात्रि डर के मारे चिल्लाने वाली थी लेकिन सर्वाक्ष का चुवन और गरम सांसों को मेहसूस कर वह थोड़ा शांत हुई | वही सर्वाक्ष उसके कंधे पर अपना टुडी टिका कर अपने नाक को रात्रि के गर्दन में रब करते हुए बोला ,""_ डर गई ? "      रात्रि छोटी बच्ची की तरह अपना सर ऊपर नीचे कर हा में जवाब दी |     वही सर्वाक्ष उसे अपने तरफ घुमाया ,रात्रि ने उसे एक नज़र देखा फिर आइसक्रीम के बाउल को unpack कर खाने लगी | सर्वाक्ष उसे बिना भाव के देख रहा था | वह फिर उसके बेहद करीब जा कर उसे कमर से उठा कर किचन काउंटर पर बैठाया,फिर उसके इर्द गिर्द अपने दोनो हाथ रख कर रात्रि को खाते हुए देखने लगा |     रात्रि मुस्कुराते हुए खा रही थी या यू कहे की वह आइसक्रीम को एंजॉय कर रही थी | लेकिन सर्वाक्ष की बेहद इंटेंस नज़रे उसे बहका रहे थे | वह रुक कर एक बाइट आइसक्रीम उसके तरफ पास की ,सर्वाक्ष को आइसक्रीम नही आइसक्रीम खाने वाली चाहिए था। |    वह उसके बेहद करीब झुकते हुए उसके हाथ से स्पून लिया,फिर उसमे भरे हुए आइसक्रीम को रात्रि के होंठो पर लगाया |    रात्रि उसकी हरकत की वजह से जम गई थी | वह आइसक्रीम को खाने अपने होंठो पर जीव फेरती उससे पहले ही उसे सर्वाक्ष का जीव अपने होंठो पर मेहसूस हुआ | रात्रि ने कसके अपने आंखे भींच ली | वही सर्वाक्ष उसके दोनो पैरो को अपने कमर में लपेट कर उसे अपने आपसे चिपकाया,फिर धीरे से उसके होंठो को अपने होंठो के गिरफ्त में ले लिया |    रात्रि एक दम से सिहर उठी | उसके दोनो हाथ अब सर्वाक्ष के शर्ट में कस गए थे | वही सर्वाक्ष बेहद पैशनैटली उसके होंठो को चूमते हुए उसके गालों को सहलाने लगा लेकिन कुछ ही देर में रात्रि की सांसे फूलने लगे तो वह उसके सीने में मारते हुए छटपटाने लगी |      सर्वाक्ष को अभी उसके होंठो को छोड़ने का मूड नही था | लेकिन उस लड़की की सांसे भी तो फूल रहे थे | वह जल्दी से उसके होंठो को रिहा कर उसके गर्दन में अपना चेहरा छुपा कर किस करने लगा |     रात्रि की धड़कने ज्यादा ही तेज हो गए थे | वह तेज़ तेज़ सांस लेते हुए खुद को नॉर्मल करने को हुई लेकिन यह कहा मुमकिन था ? सर्वाक्ष अपनी हरकते जारी रखा था | उसका एक हाथ रात्रि के सीने में सरक रहा था तो दूसरा हाथ रात्रि की कमर में....वह छटपटाते हुए थोड़ा हकला कर बोली,""_ अ... अक्ष..... अक्ष मुझे भूख लगी है | "     सर्वाक्ष रुक गया लेकिन वह उससे अलग नही हुआ | वही रात्रि खुद को नॉर्मल करते हुए बोली,""_ आ आप मुझे खाने नही दे रहे अक्ष | "  सर्वाक्ष के आंखे भींच गए थे | वह एक गहरी सांस लेते हुए अपना चेहरा ऊपर कर रात्रि को देखा | रात्रि मासूमियत से उसे ही देख रही थी | वह बोली,""_ मुझे खिलाईना? "       सर्वाक्ष उसे देखते हुए ही आइसक्रीम का बाउल उठा कर उसे खिलाने लगा | रात्रि अब बिलकुल नॉर्मल लग रही थी | वह थोड़ी देर खामोशी से रात्रि को देखा ,उसके दिमाग में बहुत सी सवाल घूम रहे थे , वह पूछा ,""_ तुम ... लाइब्रेरी में चिल्ला क्यों रही थी ?  "     रात्रि की चेहरे के हाव भाव बदल गए | उसकी चेहरे पर अचानक से डर का भाव नजर आ गया था | वही सर्वाक्ष उसकी हर एक एक्सप्रेशन को नोटिस कर रहा था | वह उसे खिलाते हुए फिर से पूछा ,""_ तुम कुछ छुपा रही हो मुझसे ? ऐसा लग रहा है तुम्हे कोई डरा रहा है ? कोन है वह ? किससे डर रही हो तुम ? "       रात्रि अभी भी खामोश थी | वही सर्वाक्ष उसके टुडी को ऊपर उठा कर थोड़ा सख्ती से पूछा ,""_ मैं कुछ पूछ रहा हु तुमसे ? "    रात्रि काउंटर में से उतरते हुए बोली,""_ वह मैने बुरा सपना देख लिया था,इसीलिए चिल्लाई | "    सर्वाक्ष को उसकी बात पर कोई विश्वास नहीं हुआ लेकिन वह आगे कुछ भी नही कहा | वह रात्रि को ले कर रूम में आया |      सर्वाक्ष ने कहा ,""_ मुझे कुछ काम है , मैं स्टडी रूम में जा रहा हु ...,तुम सो जाओ... मै.....| "     सर्वाक्ष अपनी बात पूरा भी करता उससे पहले ही रात्रि उससे लिपटते हुए बोली,""_ नही.... आप अभी कही नही जा रहे | "       सर्वाक्ष लाचारी में अपना सर ना में हिलाते हुए उसे ले कर बेड पर आ गया | रात्रि पूरी तरह उसके ऊपर लेट गई थी | वही सर्वाक्ष एक टक सीलिंग को देखते हुए उसके बालों में हाथ फेर रहा था | रात्रि की आंखो में नींद नहीं थी वह बार बार कसमसाते हुए सर्वाक्ष के सीने में अपना चेहरा रब कर रही थी |    वह अपना सर ऊपर कर सर्वाक्ष को देखी | सर्वाक्ष उसके लटो को उसके कान के पीछे सरकाते हुए पूछा ,""_ what happened...? "    रात्रि थोड़ी देर चुप रही | फिर वह थोड़ा हिचकिचाते हुए पूछी,""_ वह.. अ... अक्ष.... मैं आपसे कुछ .....? "     सर्वाक्ष की आइब्रोज सिकुड़ गए | वह उससे सख्ती से पूछा ,""_ क्या कहना है तुम्हे ? "    अक्ष का कोल्ड वाइस सुन रात्रि उसके सीने में अपना चेहरा छुपाते हुए बोली,""_ क्या मैं दुबारा कॉलेज जा सकती हु ?         अक्ष का औरा एक दम से डार्क हो गया | ऐसा नही था की वह रात्रि को पढ़ाना नही चाहता है लेकिन उसे रात्रि पर भरोसा नही था | वह लड़की उससे कही दूर भाग गई तो वह उसके बगैर रहना नही चाहता था |    रात्रि अभी बस बीस साल की ही थी | और वह पढ़ाई करना चाहती थी | लेकिन अब उसकी जिंदगी सर्वाक्ष के हिसाब से चल रही थी |            सर्वाक्ष को कुछ भी जवाब ना देता देख रात्रि धीरे से उसके सीने से अपना चेहरा ऊपर कर उसके ओर देखी, सर्वाक्ष का ओरा बेहद सख्त था | यह देख रात्रि का चेहरा उदास हो गया | वह अपने मन में बोली,""_ सर्वाक्ष नही चाहते है की मैं कॉलेज जाऊं....कोई बात नहीं | "  रात्रि फिर सर्वाक्ष के गले लग कर बोली,""_ अगर आप नही चाहते तो कोई बात नही अक्ष ... मैं नही जा रही | "   बोलते हुए रात्रि सर्वाक्ष के होंठो पर किस की | फिर उससे अलग होते हुए बोली,""_ Good Night अक्ष | "     रात्रि उसके बगल में लेटने को हुई लेकिन सर्वाक्ष उसे खींच कर वापस से अपने सीने पर लेटा कर बोला ,""_ मुझसे अलग होने की हिम्मत मत करना | "   रात्रि की चेहरे पर मुस्कान आ गया | वह उसके गर्दन में अपना चेहरा छुपाते हुए बोला ,""_ yes my beast husband....🫡 | "        क्या होगा आगे इस कहानी में ? जानने के लिए पढ़ते रहिए    Â

Share This Chapter