Back
/ 81
Chapter 43

chapter 43

Love With My Beast Husband

 अब आगे ......,   अपने कैबिन के बाहर खड़ी रात्रि को ले कर सर्वाक्ष केबिन में आया |      केबिन में पहले से ही विभा और मनु रात्रि का ही इंतजार करते बैठे थे | सिर्फ अपना फर्स्ट वर्क से ही रात्रि को बिस्नेस वर्ल्ड में हाई फेम मिल गया था | हर कोई उससे मिलना चाहता था और उनमें से एक यह विभा राठौड़ भी थी |    विभा न सिर्फ आज रात्रि से मिलने आई थी, बल्कि वह उसके साथ राठौर कंपनी की तरफ से करोड़ा का डील ऑफर करने वाली थी |     सर्वाक्ष रात्रि को विभा के पास ले जाते हुए कहा ,""_ Mrs Rathod ...,meet my wife Mrs Ratri Sarvaksh khurana ...| "    रात्रि विभा को देख रही थी लेकिन जैसे ही उसने सर्वाक्ष के मुंह से यह सुना की वह मिसेज रात्रि सर्वाक्ष खुराना है | पता नही यह सुनते ही उसके बदन में गुसबंप आ गए थे l वह इंसान कितना प्यार और प्राउड से अपनी बीवी का नाम ले रहा था ? और उसी के वजह से आज उसे एक ऐसा पहचाना मिला था जो हर कोई उसे देखने भर के लिए तरस रहे थे l सच में वह कितना लकी है जो सर्वाक्ष जैसा हमसफर पाई है l उसने अपने पिछले जन्म में भी सर्वाक्ष को ही पाया था ,लेकिन तब उसे सर्वाक्ष का वैल्यू समझ नही आया था | लेकिन इस बार वह गलती से भी उसे हर्ट नही करने वाली थी,उससे दूर जाने से पहले वह मरना पसंद करेगी लेकिन वह सर्वाक्ष से अलग नही होगी |       विभा मुस्कुराते हुए उठ कर रात्रि से हाथ मिलाते हुए बोली,""_ Hello Ratri...| "  रात्रि ने विभा से Hi कहा, फिर मनु की तरफ देखने लगी l    विभा के पीछे खड़ी मनु भी मुस्कुराते हुए रात्रि को ही देख रही थी l वह फिर रात्रि के तरफ अपना हाथ बढ़ाई लेकिन रात्रि ने उसे सीधे अपने गले से लगा लिया |    सर्वक्ष,विभा ,यहां तक की मनु को भी समझ नहीं आया की रात्रि अचानक से उसके गले क्यों लग गई ? वो तीनो एक दूसरे को सवालिया नजरों से देखने लग गए l    तभी रात्रि मनु से अलग हो कर उसके गाल को छूते हुए बोली,""_ आपसे दुबारा मिल कर बहुत अच्छा लगा मनू | "    मनु की आईब्रोस आपस में ही जुड़ गए ,वह ना समझी में रात्रि को देखने लगी l     रात्रि जीस नजरिया से मनु को देख रही थी, वह मनु को बिल्कुल समझ नहीं आ रहा था ,क्यों की रात्रि के आंखों में अजीब सी इमोशंस से भरी भाव नजर आ रहा था |      मनु को यह बात भी समझ नहीं आया की रात्रि को उसका नाम कैसे पता ? और रात्रि ने ऐसा क्यों कहा कि उससे दोबारा मिल कर उसे अच्छा लगा  ? वह दोनो तो आज पहली बार एक दूसरे से मिल रहे थे ,फिर रात्रि का यह बरताव ?    सर्वाक्ष और विभा अभी भी उन दोनो को ना समझी में देखने लगे थे l तभी सर्वाक्ष रात्रि को अपने तरफ खींच कर उसके कान में धीरे से बोला ,""_बीवी, तुम उस लड़की को कब से जानती हो ? और मुझे ऐसा क्यों लग रहा है की तुम विभा से ज्यादा उनकी एसिस्टेंट पर ज्यादा ध्यान दे रही हो ?वह लड़की मिसेज राठौड़ की पर्सनल असिस्टेंट है ,और तुम्हारी मीटिंग असिस्टेंट से नही विभा से होने वाली है | "  सर्वक्ष का सवाल सुन रात्रि उसे जवाब में कुछ कहती,तभी मनु ने रात्रि से पूछा,""_ आपको मेरा नाम कैसे पता ? क्या आप मुझे पहले से ही जनाते है ? "   रात्रि ने जिस तरह मनु को गले से  लगाया था ? जिस तरह से इमोशनली बात किया था ?वह सब देख मनु को ऐसा लग रहा था कि रात्रि उसे जानती है लेकिन कब से ? वह तो रात्रि से पहली बार मिल रही थी ,फिर रात्रि ने यह क्यों कहा कि वह उससे दोबारा मिल कर अच्छा लगा l      विभा को भी लग रहा था की रात्रि मनु को पहले से ही जानती है ? तो उसने भी रात्रि से पूछा ,""_  मिसेज खुराना...,क्या आप मनु को पहले से ही जानते है ? "   रात्रि को अब समझ नहीं आ रहा था कि वह उन दोनो को क्या जवाब दे ? फ्लो फ्लो में तो उसने मनु से गले लगा लिया लेकिन अब उनकी सवाल का जवाब क्या दे ? अगर रात्रि उन्हे सच बताते हुए अपने पिछले जन्म का रीजन उन्हे बताती तो उसे विभा,मनु और यहां तक की सर्वाक्ष को भी यही लगता की रात्रि का दिमाग का स्क्रू हिल गया है l    रात्रि ने कहा ,""_नही...., मैं इन्हे पहले से नही जानती | "  रात्रि का यह जवाब सुन विभा और मनु एक दूसरे को अजीब नजरो से देखने लगे | अगर रात्रि उसे नही जानती तो उससे इस तरह गले क्यों लगाई ? यह क्यों कहा की वह उससे दुबारा मिल कर अच्छा लगा ?    वही खड़े सर्वाक्ष को भी अपनी बीवी की जवाब सुन अजीब लगा l लेकिन उसने जल्दी से अपना सर झटका दिया ,क्यों की उसकी बीवी से इस तरह के हरकते कभी कभी हो जाते थे l    वह लड़की हमेशा से ही ऐसे अजीबो गरीब बरताव कर देती थी ,कि जैसे वह बहुत कुछ जानती हो लेकिन पूछने पर वह यही बताती कि वह कुछ नहीं जानती l   सर्वाक्ष मिसेज राठौड़ से कहा ,""_ मिसेज राठौड़,आप रात्रि से मीटिंग कर सकते है,अगर रात्रि आपके डील एक्सेप्ट भी करना चाहती तो i don't mind ..| "    सर्वक्ष इतना बोल कर रात्रि की तरफ देखने लगा l वही रात्रि ने अपना सर हिलाया फिर विभा से डील के बारे में डिस्कस करने लगी l   थोड़ी देर बाद रात्रि सर्वक्ष को देखने लगी, सर्वक्ष वही खड़े विभा और रात्रि की बातें ही सुन रहा था ,लेकिन रात्रि उसे नर्वस लग रही थी और वह थोड़ा-थोड़ा हिचकीचा भी रही थी l यह देख सर्वाक्ष रात्रि का हाथ पकड़ कर उसके हथेली को हल्के से प्रेस करते हुए इशारों में ही अपना पलके झपकाया,फिर विभा से कहा ,""_ ठीक है मिसेज राठौड़.....,हमारी तरफ से यह डील फाइनल है |       रात्रि से एक्सप्रेशन देख कर विभा और मनु को लग रहा था कि रात्रि उनके साथ यह डील साइन करने से मना कर देगी, लेकिन अब सर्वाक्ष की बात सुन उन दोनो ने एक राहत का सांस लिया l    विभा मुस्कुराते हुए अपने जगह से उठ कर सर्वाक्ष से बोली,""_ thanks a lot सर्वाक्ष..., हम डील के सारे पेपर्स रेडी करवाते है और काम कल से शुरू कर देते है |        सर्वक्ष ने सर हिला दिया तो वही विभा मनु के साथ बाहर चली गई l   उनके जाते ही सर्वक्ष ने रात्रि को अपने करीब की खींचा, फिर उसके फोरहेड पर टैप करते हुए बोला,""_ तुम डील साइन करने इतना हिचकीचा क्यों रही थी बीवी ?     रात्रि ने अपना चेहरा छोटू सा बना कर कहा,""_ अक्ष...., मैं डर रही थी की कही मैं आपको लॉस ना करा दु? मैं नही चाहती की मेरी वजह से खुराना एंटरप्राइजेज का रेपुटेशन खराब हो ?     रात्रि की बात सुन सर्वक्ष उसके माथे पर हल्के से चपत मारते हुए, उसे कमर से उठा कर वही ग्लास टेबल पर बैठाते हुए कहा,""_ बीवी...,मैने कहा ना यह सब तुम्हे सोचने की जरूरत नही है ,वैसे भी मेरे पास पैसे की कोई कमी नही है ...,तुम पूरी जिंदगी थक जाओगी वह सब खर्च करते करते ,लेकिन खत्म नही होंगे l "   रात्रि बिना कुछ कहे थोड़ी देर सर्वाक्ष को देखी, फिर उसके कंधे पर अपना सर टिका कर उसके गले से लग गई,तभी सर्वाक्ष उसका पीठ सहलाते हुए कहा ,""_ तुम बस अपने काम पर फोकस करो,बाकी सब मैं देख लूंगा l "   रात्रि ने उसे इस बार भी कोई जवाब नही दिया l वही सर्वाक्ष चुपचाप उसके बालो में हाथ फेरने लगा ,की तभी उसका फोन रिंग होने लगा ,सर्वाक्ष ने फोन चेक किया ,कॉल इस वक्त रवीश का ही था l     वह कॉल पिक कर उससे बात करता तभी रात्रि उसके बाहों में ही बेहोश हो कर वही ग्लास टेबल पर गिर गई l      रात्रि को ऐसा बेहोश होता देख,सर्वाक्ष का औरा एक दम से डार्क हो गया l उसे नही लगा था की रात्रि इस तरह बेहोश हो कर गिर जाएगी l      वह जल्दी से रात्रि के बाजू पकड़ कर ,उसके गाल को थपथपाते हुए कहा ,""_ बीवी....,? बीवी तुम्हे क्या हुआ ? बीवी आंखे खोलो बीवी...? बीवी...? "    देखते ही देखते रात्रि उसके आंखो के सामने ही बेहोश हो गिरी थी l यह देख सर्वक्ष की मानो सांस ही अटक गए थे l       उसे समझ नहीं आ रहा था कि रात्रि ऐसे अचानक से बेहोश क्यों हो गई ?       वही कॉल के दूसरे साइड में रवीश सर्वाक्ष के सारी बाते सुन रहा था l वह जल्दी से कॉल काट कर ध्रुव को कॉल लगाया l     वही सर्वाक्ष अभी भी रात्रि को ही जगाने की कोशिश कर रहा था l लेकिन रात्रि पूरी तरह बेहोश हो पड़ी थी l सर्वाक्ष फिर जल्दी से वही रखे पानी का ग्लास ले कर ,थोड़े पानी के छींटे रात्रि के चेहरे पर डाला ,रात्रि की आंखे भींच गए l वह धीरे से अपने आंखे खोलने लगी l   वही सर्वाक्ष जल्दी से उसे अपने बाहों में भरते हुए उसके गाल को सहलाते हुए परिशानि से कहा ,""_ रात्रि....? रात्रि क्या हुआ तुम्हे ? "   रात्रि अपने पलके उठा कर उसे देखी,फिर उसके सीने में अपना चेहरा छुपाते हुए बोली,""_ पता नही अक्ष....,लेकिन मेरा सर चकरार रहा है l " सर्वाक्ष रात्रि को अपने गोद में उठा कर    वही केबिन में बनाए हुए सीक्रेट रूम में चला गया l      सर्वाक्ष रात्रि को आराम से बेड पर लेटा कर उसके गाल और माथे को छुआ ,कही रात्रि को बुकार तो नही ? रात्रि को कोई बुकार नही था l सर्वाक्ष बोला ,""_ मैं ध्रुव को कॉल ....? "     सर्वाक्ष ने इतना ही कहा था की रात्रि अपने मुंह पर हाथ रख कर वाशरूम में भाग गई l सर्वाक्ष को बिलकुल समझ नही आ रहा था की उसकी बीवी के साथ हो क्या रहा है ? उसकी तबियत इतना क्यों बिगड़ रहा है ? सर्वाक्ष उठ कर जल्दी से रात्रि के पीछे गया l   रात्रि उल्टी करने की कोशिश कर रही थी लेकिन उससे हो नही रहा था l यह देख सर्वाक्ष ने कहा ,""_ क्या हुआ बीवी ? तुम इस तरह जबरदस्ती उल्टी करने की कोशिश कर रही हो ? "  रात्रि रोनी सी शकल बना कर उससे बोली,""_ अक्ष...,मुझे वॉमिटिंग फिल हो रहा है, मैं वॉमिट करना चाहती हू लेकिन व्यक्क.. व्यकककक...?? "   रात्रि को अजीब सा मेहसूस हो रहा था l उसका सर घूमने लगा तो कभी वॉमिटिंग...? सर्वाक्ष उसे गोद में उठा कर बाहर आते हुए कहा ,""_ चलो हम पहले हॉस्पिटल चलते है | "  सर्वक्ष रात्रि को ले कर बाहर आई रहा था की तभी रवीश ध्रुव के साथ अंदर आ गए l   ध्रुव को सामने देख कर सर्वाक्ष रात्रि को वापस बेड के पास ले जाते हुए कहा ,""_ ध्रुव ,जल्दी से आ कर इसे चेक करो | "     रात्रि अपने मुंह पर अभी भी हाथ रख कर अपना मुंह बिगाड़ रही थी l ध्रुव आ कर रात्रि को चेक करा,फिर एक दम से अपने आंखे बड़ी बड़ी कर सर्वाक्ष को देखने लगा |   सर्वक्ष रात्रि को ही परेशानी से देख रहा था l वह फिर ध्रुव को देखने लगा,लेकिन ध्रुव अपने आंखे फाड़े उसे ऐसे देख रहा था जैसे सर्वाक्ष ने कुछ अजूबा ही कर डाला हो ?         सर्वक्ष को ध्रुव का देखने का नजरिया समझ ही नहीं आया था, तो वह उसे अजीब नजरों से घूरते हुए मुड़ कर रवीश को देखा, वही रवीश ना समझी में कभी सर्वेक्ष को देख रहा था तो कभी ध्रुव को....,वह फिर ध्रुव से जल्दी से कहा ,""_ तू ऐसे क्यों खड़ा है ? कुछ बोल भी दे भाई ? भाभी ठीक है ना ? "    सर्वक्ष जल्दी से ध्रुव का बाजू पकड़ कर बेहद सख्ती से कहा,""_ तुम कुछ बोल क्यों नहीं रहे ? यह...यह ठीक है ना ? "  रात्रि अब सर्वाक्ष की जीने की वजूद बन गई थी l वह उसके बगैर जी नही सकता था और ध्रुव का इस तरह उसे कुछ भी ना बताना सर्वाक्ष को बेचैन कर रहा था l वह अंदर ही अंदर डर रहा था की कही रात्रि को कुछ हो तो नही गया l   ध्रुव अपने जगह में जम गया था लेकिन जैसे ही सर्वक्ष का सर्द आवाज सुना वह जल्दी से होश में आ कर चिल्लाते हुए बेड पर चढ़ा,फिर रात्रि को गले से लगाते हुए बोला,""_ भाभी.....i love you....I love you so much ....| "    ध्रुव के मुंह से जैसे ही यह तीन शब्द सुना सर्वाक्ष का खून खौलने लगा,वह बेहद सर्द आवाज में चिल्लाते हुए कहा ,""_ ध्रुव...? "   ध्रुव की खुशी से फूले संभाले नहीं जा रहे थे l वह जोर से विस्टल रात्रि से बोला ,""_ भाभी आपने मुझे चाचू बना दिया......., ओह ओह.....मैं चाचू बन गया | "     ध्रुव की बात सुन रात्रि की चेहरे पर बड़ी सी स्माइल आ गई,वह फिर सर्वाक्ष को देखने लगी |     सर्वाक्ष अपने जगह में ही जम सा गया था l उसके चेहरे पर खुशी के कोई भाव नही था,उसका चेहरा ही ब्लैंक एक्सप्रेशंस से भरा था l    वही रवीश भी ध्रुव जिताना ही खुश नजर आ रहा था |,वह खुशी से कूदते हुए बेड पर चढ़ा ,फिर रात्रि और ध्रुव दोनो को ही गले लगते हुए कहा ,""_ भाभी....,thank you भाभी.....,thank you so much आपने मुझे भी चाचू बना दिया ...,i am so happy 😁😁 | "    वही रात्रि एक टक सर्वाक्ष को देख रही थी l सर्वाक्ष का बिना भाव का चेहरा देख उस लड़की को पता नही पल पल अजीब सा बेचैनी महसूस होने लगा l उसकी चेहरे पर भी बिखरी हुई मुस्कान धीरे धीरे गायब सा ही हो रहा था l    वही ध्रुव और रवीश,रात्रि से अलग हो कर जल्दी से जा कर सर्वाक्ष से गले लग गए l वह दोनो अपने दोस्त के लिए कितना खुश है उन्हे बयां करना भी मुश्किल हो रहा था l  तभी रवीश बाहर जाते हुए बोला ,""_ मैं अभी जा कर ऑफिस के सारे एंप्लॉयस को स्वीट देते हुए उन्हे हाफ डे प्रमोट करूंगा | "  और ध्रुव भी उसके पीछे जाते हुए  कहा ,""_ और आज मेरे हॉस्पिटल में जितने भी पेशंट्स है उन सबका फ्री में इलाज किए जाएगा | "      रात्रि बेचैनी से सर्वाक्ष को देख रही थी l सर्वाक्ष अपने जगह में ही जम सा गया था l वह कुछ रिएक्ट ही नही कर रहा था यह देख रात्रि की आंखे अब नम होने लगे |     वह रोने लग गई,वही उसे रोता देख सर्वाक्ष की आइब्रोज सिकुड़ गए ,वह जल्दी से रात्रि के पास जाने को हुआ की रात्रि उससे दूर हट गई |    क्या होगा आगे  ? सर्वाक्ष सच में बच्चे के लिए खुश नही है ? या कोई और बात है। ? जानने के लिए पढ़ते रहिए     My new novel, " deadly intentions of ceo "   यह कहानी है रूई राठौड़ की,जो हर रात एक अंधेरे कमरे में एक अंजान शेक्स का शिकार होती है l रूई को उस शक्श का नामो निशान तक नही पता लेकिन अपने बदन में उसके दिए हुए हर वह निशान और उसके बदन से मेहसूस किए वह खुश्बू , रूई को उस शक्स का इंटेंशन उसके प्रति कैसा है बयां करती थी l रूई अंधेरे रातों में एक ऐसा इंसान के जालों में फस गई थी जो उसके लिए अंजान ही था l  ऐसे में रूई को मजबूरन शादी करनी पड़ती है त्रियाक्ष अग्निहोत्री से जो शादी से पहले ही उससे दावा करता है की वह किसी और का है ,तो ऐसे में रूई की जिंदगी कोनसा मोड़ लेगा ? कोन है जो हर अंधेरे रात में उसका साथी है ? क्या है बेहद सस्पेंस से भरा हुआ इस इंटेंशन कहानी का राज ? जानने के लिए पढ़ते रहिए    "Deadly Intentions of CEO "   यह स्टोरी आप लोगो को मेरी लाइब्रेरी में ही मिल जाएगा please padhiyega जरूर Â

Share This Chapter