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Chapter 73

chapter 73

Love With My Beast Husband

  अब आगे.......,    ठाकुर मेंशन....,     रात्रि की मुलायम सी उंगलियां अभी भी सर्वाक्ष के सिने के आस पास तिरकन करते हुए उसके शर्ट के बटंस को unbutton कर रहे थे |      वही उसके ऊपर झुके हुए सर्वाक्ष अपने होंठो को रात्रि के गुलाबी होंठो के आस पास बेहद सेंशुअली घुमा रहा था l      रात्रि तेज़ तेज़ सांस लेते हुए मदहोश भरी नजरों से कभी सर्वाक्ष के नशे से चूर हुई आंखो में देखती तो कभी शर्म से लाल होते हुए अपना चेहरा दूसरी तरफ झुका ले रही थी l      रात्रि की इन अदाओं से ही तो सर्वाक्ष घायल हो जाता था l वह रात्रि की उखड़ी सांसों की शोर सुनते हुए उसके होंठो के आस पास अपने होंठ घुमाते हुए प्रेस कर रहा था l और उसका एक हाथ रात्रि के कमर में सरकने लगा था, तो दूसरा रात्रि के हाथ में अपना हाथ फसा कर उसे बेड पर दबा रहा था l    सर्वाक्ष भले ही इस वक्त रात्रि के प्यार में डूबा हुआ नजर आ रहा था लेकिन अंदर ही अंदर गुस्से से उसका दिल किस हद तक जल रहा था, यह वही जानता था l   वही रात्रि आहे भरते हुए सर्वाक्ष के सीने में अपने उंगलियां फिराने लगी थी अब तक उसने उसके शर्ट के सारे बटंस को खोल भी दिया था | वह अपनी मीठी सी आवाज में सर्वाक्ष का नाम ली |      "  सर्वाक्ष.....?    "Mmm.....!! " सर्वाक्ष रात्रि के चेहरे के हर एक इंच को भी चूमते हुए बस इतना ही गुनगुनाया l तभी रात्रि बोली,""_ अक्ष,आपको कैसे पता चला की मैं यहां डैड के पास हूं ? "    सर्वाक्ष रुक कर रात्रि की आंखो में देखने लगा l रात्रि उसे ही सावलिया निगाहों से देख रही थी | तभी सर्वाक्ष ने जवाब में कहा ,""_ तुमने तुम्हारे डैड के नंबर से ही मुझे मेसेज किया था बीवी,मेरे लिए वह नंबर किसका है पता करने में देर नहीं लगा l "    सर्वाक्ष इतना बोल कर रात्रि के गर्दन में अपना चेहरा छुपा कर किस करने लगा l वही रात्रि अब एक टक सीलिंग को घूर रही थी l  क्यों की उसे नहीं लग रहा था की सर्वाक्ष ने उसे अच्छे से और पूरा जवाब दिया है l सर्वाक्ष ने भले ही उसे अभी अभी सच ही कहा था लेकिन यह आधा अधुरा सच था l     जब से सर्वाक्ष आउट ऑफ टाउन गया था तब से रात्रि को लग रहा था l की सर्वाक्ष को उसकी हर एक बात का खबर है , यहां तक की सर्वाक्ष उसकी बाते भी सुन रहा है l क्यों की रात्रि जब सर्वाक्ष को ऋजुल ठाकुर के फोन में से  मैसेज कर रही थी, उस वक्त सर्वाक्ष ने उसे सीधे यह मैसेज किया था की वह पिज्जा, बर्गर फ्राइड चिकन जैसा बकवास कुछ भी नही खाएगी l उसने तो मैसेज में सर्वाक्ष यह नही पता था ,तो सर्वाक्ष को यह बात कैसे पता चला की वह ऋजुल को क्या बनाने कह रही थी ?       वही सर्वाक्ष के होंठ अब रात्रि के मंगलसूत्र के आस पास घूम रहे थे l तभी रात्रि उसके चेहरे को ऊपर उठा कर उसके आंखो में शक भरी नजरो से देखते हुए पूछी,""_ मुझे पूरा सच जानना है सर्वाक्ष l "    सर्वाक्ष के eyebrows आपस में ही जुड़ गए l वह ना समझी में उसे देखते हुए पूछा ,""_ कोनसा सच ..? "    रात्रि बोली,""_ आपको कैसे पता चला की मैं यहां थी ? आपने कैसे कहा की मैं यहां पिज्जा, बर्गर ,फ्राइड चिकन खा रही हु ? ऑफिस में भी आपने जब मुझे कॉल किया था ,तब आपने मुझसे ऐसी बाते की जैसे आप जानते थे की मैं आपके बारे में ही सोचते हुए क्या बडबडा रही थी ? आप मुझ पर नजर रखे हुए थे लेकिन कैसे ? "     रात्रि की सवाल सुन कर सर्वाक्ष एक दम खामोश रहा ,वही रात्रि उसके जवाबा का इंतजार करते हुए उसे ही देख रही थी l     अचानक से सर्वाक्ष का चेहरा सर्द और ठंडा पड़ गया l वह बेहद ठंडेपन से उससे पूछा ,""_ तो तुम मेरे गैर मौजूदगी में वह सारी बकवास चीज़े खा गई जिसे मैंने तुम्हे खाने से सख्त मना किया था l "  रात्रि हैरानी से सर्वाक्ष को देखने लगी l सर्वाक्ष यह किस टॉपिक पर बात करने लगा ? वह बोली,""_ आप पहले मेरे सवाल का...? "     रात्रि अपनी बात पूरा करती उससे पहले ही सर्वाक्ष उसके चेहरे के करीब झुक कर सर्द आवाज में पूछा ,""_ तुम्हे  याद भी है ,तुम प्रेग्नेंट हो ? "   सर्वाक्ष का औरा देख रात्रि से कुछ भी बोला नही जा रहा था l वह हकलाते हुए बोली,""_ वह मैं......? अक्ष....वह...? "  सर्वाक्ष उससे अलग हो कर लेटते हुए गुस्से से कहा ,""_ठीक है, करो जो तुम करना चाहती हो , मैं कुछ नहीं कहूंगा l "    रात्रि हैरानी से सर्वाक्ष को देखने लगी l वह उससे कुछ और जानना चाह रही थी और बात कही और आ कर रुक गई थी ?    वही सर्वाक्ष मन ही मन हंस रहा था l उसका गुस्सा देख रात्रि के चेहरे पर जो एक्सप्रेशन थे वह देखने लायक थे l उसे रात्रि बेहद क्यूट लग रही थी l    असल में सर्वाक्ष इस वक्त रात्रि के सवाल का जवाब नहीं देना चाहता था जिस वजह से उसने उसे अलग ही बात में उलझा दिया था l ऐसा बिल्कुल नही था की वह रात्रि से यह सब छुपाना चाहता है l बात यह था की वह इस वक्त ऋजुल ठाकुर के मेंशन में था l उसने जान तो लिया था की ऋजुल ठाकुर रात्रि के बाप है ,लेकिन उसे ऋजुल ठाकुर पर या उसके जुड़े किसी भी आदमी पर उसका विश्वास नहीं था l क्यों की वह अभी तक यह नहीं जान पाया था की ऋजुल ठाकुर और क्रियाँश जादव के बीच किस तरह का रिश्ता है ? दोनो एक दूसरे के कितने करीब है ? उनके बीच दोस्ती है या दुश्मनी ? सर्वाक्ष को अभी भी ऋजुल ठाकुर से जुड़ी पूरी इनफॉर्मेशन नही मिला था l    वही रात्रि अपना चेहरा छोटू सा बना कर सर्वाक्ष को देख रही थी l वही सर्वाक्ष उससे दूरी बना कर लेट गया था l वह उसके करीब गई,फिर उससे लिपटते हुए बोली ,""_ मैने ज्यादा नही खाया था अक्ष,बस थोड़ा सा,मुझे बहुत खाने का मन कर रहा था अक्ष ,वरना मैं नही खाती | "    रात्रि की बात पर सर्वाक्ष ने कुछ नही कहा l तभी रात्रि अपना चेहरा ऊपर उठा कर सर्वाक्ष के ओर देखने लगी l   तभी सर्वाक्ष उसे अपने बाहों में झकड़ते हुए कहा ,""_ अब सो जाओ l "     रात्रि मुंह फुलाए बोली,""_ आप इतनी सी बात पर मुझसे नाराज़ हो गए ? "  तभी सर्वाक्ष रात्रि को अपने नीचे कर खुद उसके ऊपर झुकते हुए कहा ,""_ मेरा फूला हुआ गुब्बारा मैं तुमसे नाराज़ नहीं हु,अब सो जाओ l "    रात्रि उसकी इस बात का कोई रिप्लाई देती की तभी सर्वाक्ष ने एक दम से उसके गुलाबी होंठो पर अपना जीव फेरना शुरू कर दिया l रात्रि के बदन में एक दम से सिहरन सा दौड़ गया l उसके दोनो हाथ अचानक से बेडशीट में कस गए थे l       सर्वाक्ष के होंठो का स्पर्श पाते ही वह लड़की कभी अपने मुंह खोलती तो कभी अपने उस गीले होंठो को अपने दांतों के भींच दबा देती l     वही सर्वाक्ष अब रात्रि के टुडी के आस पास ही अपने होंठ घुमाते हुए किस कर रहा था l धीरे से रात्रि के दोनो हाथ अब सर्वाक्ष के गालों पर आ गई थी l  धीरे धीरे रात्रि पूरी तरह मदहोश हो कर सर्वाक्ष के बाहों में सिमटने लगी l      ध्रुव का हॉस्पिटल....,      मीरा रोते हुए उन सारे पेरेंट्स का रिपोर्ट्स चेक कर रही थी l जो थोड़ी ही देर पहले लाश बन गए थे l मीरा के जितने भी पेशेंट्स थे ,उनकी तबियत में मीरा ने काफी सुधार लाई थी l कुछ ही दिन में वह उन्हें डिस्चार्ज के फॉर्मेलिटी को पूरा करने के लिए भी कहने वाली थी l लेकिन उससे पहले उनके साथ इतना बड़ा अनहोनी हो गया था l             मीरा अभी भी ध्रुव को बार बार काल करने की कोशिश कर रही थी l लेकिन ध्रुव उसका कॉल पिक नही कर रहा था l मीरा ने उसे अब तक बहुत सी टैक्स मैसेज भी भेज चुकी थी l लेकिन उधर से ध्रुव ने उन्हें भी सीन नहीं किया था l      रो रो कर अब मीरा का हालत खराब हो रहा था l वह यही सोच सोच कर परिशान हो रही थी, की कल उसके साथ क्या होगा ? उसका नाम ,इज्जत सब पर दाग लग जाएगा तो क्या वह सब सेह पाएगी ? इतने सारे पेशेंट्स के मौत की जिम्मेदार उसे ही टहरा जाएगा ,तो वह क्या जवाब देगी सबको ? जब ध्रुव को पता चलेगा तो वह क्या रिएक्ट करेगा ? वह उस पर भरोसा भी करेगा ? मीरा अब परिशान हो गई थी |     वही डॉक्टर शालिनी इस वक्त उसके बगल वाले वार्ड में थी | उसके चेहरे पर बेहद शातिर मुस्कान खिला हुआ था ,खिलेगा भी क्यों नही ? उसने आखिर अपने प्लान को अंजाम जो दिया था ? वह अपने काम में कामयाब होने के साथ साथ ध्रुव के जिंदगी में मीरा को हमेशा हमेशा के लिए दूर फेंकने वाली थी l वैसे डॉक्टर शालिनी को ध्रुव में कोई इंटरेस्ट नहीं था, वह बस उसे यूज करना चाहती थी और अब मीरा बीच में आ गई थी, जिस वजह से मीरा के साथ उसे यह सब करना पड़ रहा था l         एक साथ इतने सारे पेशेंट्स का मौत होने के कारण हॉस्पिटल में ज्यादा ही चहल पहल था l पेशेंट्स के फैमिलीज अब हॉस्पिटल आने लगे थे बस इसी मौके का फायदा उठाते हुए शालिनी बैठे बैठे ही अपने प्लान को अंजाम दे रही थी l     मीरा का केबिन....   मीरा रोते हुए अभी भी अपने केबिन में बैठी हुई थी l लेकिन वह यह सोचने की कोशिश भी कर रही थी की कही इसमें किसी का हाथ तो नही ? कही उसे कोई फसाने का कोशिश तो नही कर रहा है ? अचानक से मीरा को याद आया की करीब दो घंटे पहले हॉस्पिटल में कुछ पल के लिए करेंट्स चले गए थे l ऐसा आज तक हॉस्पिटल में हुआ नही था लेकिन आज ही हुआ है तो कही इसमें भी ? मीरा के दिमाग में बहुत कुछ घूम रहा था ,लेकिन वह कुछ भी ठीक से समझ नही पा रही थी l   मीरा फिर से अपना फोन लिए ध्रुव का नंबर डायल की लेकिन इस बार भी ध्रुव ने कॉल पिक नही किया l मीरा कुछ सोचते हुए फोन लिए ही विंडो के पास जा कर खड़ी हो गई l उसे इन सब में अब कुछ तो झोल लग रहा था,लेकिन क्या ?     तभी मीरा को सीसीटीवी फुटेज का ख्याल आया ,वह जल्दी से उसे चेक करने जाने को मुड़ी तो उसे कुछ अजीब लगा तो वह रुक कर नीचे देखने लगी l   वही हॉस्पिटल के बाहर इस वक्त एक स्कार्पियो कार खड़ी थी l और उसके आस पास नर्स के भेष में कुछ आदमिया खड़े थे l मीरा को यह बात बिल्कुल अजीब लगा,वह घोर से उन आदमियों को देखने लगी l   मीरा को कुछ ही पल में पता चला की वह लोग उनके स्टाफ के मेंबर्स ही नहीं है l क्यों की मीरा अपने हॉस्पिटल के स्टाफ को अच्छे से पहचानाती थी l और उनके साथ उसका अच्छी बनती भी थी l मीरा ने जल्दी से वही खड़े उन लोगो का तस्वीर लिया l    मीरा फिर नीचे जा कर सब कुछ पता करने का सोचा और बाहर जाने को हुई की तभी उसके केबिन में एक नर्स घुस गई l वह नर्स थोड़ा घबराई हुई लग रही थी l यह देख मीरा उसके करीब जा कर पूछी ,""_ क्या हुआ आपको ? आप इतना घबराई हुई क्यों लग रही है ? "    मीरा को डर लग रहा था की कही वह नर्स फिर से ऐसी बुरी खबर ना सुना दे ? नर्स बोली,""_ डॉक्टर मीरा,इतने सारे पेशेंट्स का मौत इसीलिए हुआ की खाने में किसी ने कुछ मिलाया है ,अजीब वाली बात यह है की सिर्फ आपके पेशेंट्स के खाने में ही मिलाया गया है, क्यों की बाकी सारे पेशेंट्स तो बिलकुल ठीक है, बस आपके पेशेंट्स के ही मौत हुई है | "      मीरा हैरानी से नर्स को देखने लगी l उसे अब तक अंदाज हो चुका था की उसे कोई फसाने की कोशिश कर रहा है ? लेकिन अब यकीन हो गया था l लेकिन वह कोन है जो उसे फसाने की कोशिश कर रहा है ?    मीरा सबके बारे में सोचने लगी l हॉस्पिटल में मीरा की सिर्फ दो लोगो से नही बनती थी, एक थी डॉक्टर शालिनी दूसरी एक नर्स जिसे डॉक्टर शालिनी बहुत पसंद थी l       मीरा जल्दी से अपने केबिन से बाहर चली गई l वही उसके जाते ही उस नर्स की चेहरे पर टेढ़ी स्माइल आ गई l वह अपना फोन लिए किसी को मेसेज कर बोली,""_ काम हो गया l   ठाकुर मेंशन.....,     सर्वाक्ष एक टक रात्रि के मुलायम सी गालों को सहलाते हुए उसे ही देख रहा था l रात्रि कब का उसके बाहों में सो गई थी l लेकिन सर्वाक्ष के आंखो में कतरा कतरा तक का नींद नही था l         आज जो कुछ भी हुआ वह सब कुछ सोच रहा था ,उसके लिए आज का दिन ज्यादा ही बुरा निकाला था या यू कहे की वह मरते मरते बचा था l जिस तरह उसकी बीवी उस स्कार्पियो कार में चिल्ला रही थी, उससे वह हद से ज्यादा डर गया था l उसका दिल जोरो से धड़कते हुए उसे उस वक्त यही कह रहा था की वह आज अपनी बीवी को खो ही देगा ,लेकिन वहा एकांश आ कर रात्रि को बचा लिया था l       थोड़ी दी बाद सर्वाक्ष रात्रि के माथे पर किस कर उसे अच्छे से ब्लैंकेट से कवर किया फिर उससे आराम से अलग हो कर अपने शर्ट के बटंस लगाने लगा जो रात्रि ने खोला था l      वह फिर अपने फोन लिए रूम से बाहर चला गया l    वही हाल में इस वक्त ऋजुल ठाकुर ड्रिंक का सिप लेते हुए बैठा था l उसका चेहरा इस वक्त किसी शैतान की तरह भयंकर लग रहा था l हाल में सिर्फ एक रेड लाइट ही ऑन था l    ऋजुल को अचानक से किसी की कदमों की आहट सुनाई दी l वह मुड़ कर देखा तो उसकी नजर सर्वाक्ष की बेजान सी नजरो से जा मिली l    सर्वाक्ष सीढियों से उतर कर उसके और ही आ रहा था l    ऋजुल ने कहा ,""_ आज जिसने भी मेरी बेटी पर हमला किया है ,उसके बारे में तुम्हे कुछ पता चला ? "     सर्वाक्ष अपने जेब में दोनो हाथ रख कर एक टक ऋजुल के आंखो में घूरा जो ड्रिंक करने के वजह से लाल हो गए थे l     सर्वाक्ष जा कर उसके सामने रखे हुए सोफे पर बैठा,फिर बेहद सर्द आवाज में कहा,""_ क्रियाँश जादव के वह आदमी इस वक्त कहा है , मिस्टर ऋजुल ठाकुर ? "    क्या होगा आगे इस कहानी में ? सर्वाक्ष उन दोनो दरिंदों के साथ क्या करेगा ? मीरा शालिनी के जाल में से कैसे बचेगी ? क्या होगा आगे ? जानने के लिए पढ़ते रहिए   Â

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